भारत एक्सप्रेस नेटवर्क उपेंद्र राय के नेतृत्व में बड़े पैमाने पर शुरू हुआ है। इसमें तीन भाषाओं हिंदी, अंग्रेज़ी और उर्दू में न्यूज़ वेबसाइट ज़ोर-शोर से संचालित की जा रही है। इसके अलावा तीन न्यूज़ चैनलों भारत एक्सप्रेस हिंदी नेशनल, भारत एक्सप्रेस उर्दू और भारत एक्सप्रेस का एक रीजनल चैनल भी लॉन्च होगा। अभी हिन्दी नेशनल चैनल का ड्राई रन चल रहा है। ऐसी चर्चा है कि तीनों भाषाओं में बाद में अख़बार के प्रकाशन का प्लान है।
भारत एक्सप्रेस के उर्दू network के तहत संचालित उर्दू website और जल्द आने वाले उर्दू चैनल में एडिटोरियल ज़िम्मेदारी के लिए भारत एक्सप्रेस के सीईओ, मैनेजिंग डायरेक्टर व एडिटर-इन-चीफ़ उपेंद्र राय ने वरिष्ठ पत्रकार डॉ ख़ालिद रज़ा ख़ान को ज्वाईन कराया है। डॉ ख़ालिद रज़ा ख़ान को उपेंद्र राय का पुराना क़रीबी माना जाता है, क्योंकि सहारा टीवी में उर्दू चैनल ‘आलमी सहारा’ की शुरुआत के समय सहारा टीवी नेटवर्क के उस समय के सीईओ उपेंद्र राय ने ही डॉ ख़ालिद को उर्दू चैनल की एडिटोरियल ज़िम्मेदारी सौंपी थी और उसके पहले सहारा समय बिहार-झारखंड चैनल में बदलाव के तहत भी उन्हें ही अल्पकालिक ज़िम्मा दिया था। अभी डॉ ख़ालिद रज़ा ख़ान ने भारत एक्सप्रेस के उर्दू नेटवर्क के लिए कंसल्टिंग एडिटर के तौर पर ज्वाईन करके अपनी ज़िम्मेदारी संभाल ली है। इन्हें हिंदी-अंग्रेज़ी के अलावा उर्दू पत्रकारिता की भी अच्छी समझ है।
डॉ ख़ालिद रज़ा ख़ान इससे पहले न्यूज़18 उर्दू/ईटीवी उर्दू के नेशनल एडिटर के पद पर रहने के अलावा ज़ी-सलाम उर्दू चैनल में भी एडिटर के पद पर कार्यरत रहे हैं। इन सबके पहले वो सहारा न्यूज़ नेटवर्क के उर्दू चैनल आलमी सहारा के फाउंडिंग एडिटर और एंकर के तौर पर उर्दू चैनल का प्रमुख चेहरा भी रहे हैं और सैंकड़ों टीवी डिबेट्स और इंटरव्यूज़ कर उर्दू पत्रकारिता में अपनी एक अलग पहचान रखते हैं।
सहारा टीवी में अपने कार्यकाल के दौरान 2010 में डॉ ख़ालिद रज़ा ख़ान सहारा समय बिहार-झारखंड चैनल के आउटपुट हेड के अलावा संपादक की ज़िम्मेदारी भी निभा चुके हैं। सहारा समय उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड और सहारा समय मध्य प्रदेश-छत्तीसगढ़ चैनलों के नोएडा दफ़्तर में भी पहले वो अहम पदों पर कार्यरत रह चुके हैं। हैदराबाद में ईटीवी के रीजनल चैनल और 2001 में उर्दू चैनल की शुरुआत के साथ ही डॉ ख़ालिद रज़ा ख़ान ने भी अपनी टीवी पत्रकारिता की शुरुआत की थी, जबकि टीवी के पहले वो ऑल इंडिया रेडियो के मॉनिटरिंग सेन्टर के साथ अंग्रेज़ी न्यूज़ मॉनिटर के तौर पर 5 वर्षों तक कार्यरत रहते हुए वो ऑल इंडिया रेडियो में और भी सेवाएं देते रहे थे।
ऐकडेमिक स्तर पर डॉ ख़ालिद रज़ा ख़ान ने मास कम्युनिकेशन में मास्टर्स डिग्री और डिप्लोमा करने अलावा जवाहरलाल नेहरू विश्विद्यालय(JNU) से “पश्चिमी देशों में उर्दू मीडिया के माध्यम से झलकता उर्दू भाषी दो जनरेशन का द्वंद” विषय में पीएचडी की डिग्री हासिल की हुई है और एम.ए और एम.फ़िल भी जेएनयू से ही किया हुआ है।
एक पत्रकार के तौर पर डॉ ख़ालिद रज़ा ख़ान अमेरिका के विदेश विभाग द्वारा स्पॉन्सर्ड एक फ़ेलोशिप के लिए अमेरिका में यूएस-इंडिया के आपसी संबंधों को मज़बूती देने के लिए अमेरिका के कई शहरों में विभिन्न स्तर पर ढ़ेरों कार्यक्रमों में प्रतिभागी रहे हैं।
एक अनुभवी पत्रकार डॉ ख़ालिद रज़ा ख़ान को भारत एक्सप्रेस उर्दू नेटवर्क की ज़िम्मेदारी मिलने के बाद से सबको उम्मीदें हैं कि उर्दू पत्रकारिता में भारत एक्सप्रेस एक नई छाप छोड़ेगा और आम लोगों के हितों की आवाज़ उठाएगा।