गोंडा (उ.प्र.) : शाहजहांपुर के पत्रकार जगेन्द्र सिंह हत्याकांड के विरोध में रविवार को यहां के पत्रकारों ने मौन जुलूस निकालकर कलक्ट्रेट में धरना दिया। पत्रकारों ने जगेंद्र को जलाकर मार डालने की साजिश रचने वाले राज्य सरकार के मंत्री राम मूर्ति वर्मा को मंत्रिपरिषद से तत्काल बर्खास्त करने, घटना की सीबीआइ से जांच, निलम्बित पुलिस कर्मियों को तत्काल गिरफ्तार कर जेल भेजने तथा मृतक पत्रकार के परिवार को 50 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की। पत्रकारों ने तय किया कि पीड़ित परिवार को गोंडा से आर्थिक सहायता भी भेजी जाएगी।
जगेंद्र हत्याकांड के विरोध में गोंडा में जुलूस निकालकर कलेक्ट्रेट की ओर जाते पत्रकार
सिंचाई विभाग के सभागार में श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष कैलाश नाथ वर्मा की अध्यक्षता में रविवार को जिले के पत्रकारों ने एक बैठक कर प्रदेश में कलमकारों पर हो रहे हमले की निंदा की तथा एकजुट होकर अस्तित्व की लड़ाई लड़ने का निर्णय लिया। बैठक के बाद पत्रकारों ने सिंचाई विभाग डाक बंगले से पैदल मार्च करते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर धरना दिया तथा राज्यपाल को सम्बोधित चार सूत्री मांग पत्र उपजिलाधिकारी सदर को सौंपा।
धरने को सम्बोधित करते हुए महामंत्री जानकी शरण द्विवेदी ने कहा कि प्रदेश में कलमकारों पर हो रहे अत्याचार के विरोध में महाभाष्य के टीकाकार महर्षि पतंजलि व श्रीराम चरित मानस के रचयिता गोस्वामी तुलसीदास की धरती से हम अहंकारी लोगों को संदेश अवश्य देंगे। वरिष्ठ पत्रकार एसपी मिश्र ने कहा कि राजनेता और नौकरशाही के साथ ही देश को लूटने वालों में हमारे वर्ग के लोग भी शामिल हैं। हमें उनके खिलाफ भी आवाज उठाने के साथ ही समाज में आतंक फैलाने वाले लोगों के विरुद्ध लेखनी की धार तेज करने की जरूरत है।
मीडिया विचार के सम्पादक डा. आरपी पाण्डेय ने पत्रकारों को सुरक्षा दिए जाने की मांग की। वरिष्ठ पत्रकार कमर अब्बास ने इसे पत्रकारों के अस्तित्व की लड़ाई बताते हुए अंजाम तक पहुंचाने के लिए सतत संघर्ष की बात कही। तेज प्रताप सिंह ने पत्रकारों को एकजुट होकर लड़ाई लड़ने पर बल दिया। अरुण कुमार मिश्र ने जगेन्द्र हत्याकांड में अपने ही बिरादरी के लोगों द्वारा साजिश किए जाने की आशंका व्यक्त करते हुए लड़ाई को मजबूती से लड़ने की बात कही। देवमणि त्रिपाठी ने पत्रकारों के अस्तित्व की लड़ाई को विधानसभा से संसद तक लड़े जाने की जरूरत बताई। बैठक को रघुनाथ पाण्डेय, संजय तिवारी, केके श्रीवास्तव, राज कुमार सोनी, राकेश सिंह ने भी सम्बोधित किया। विजय सिंह करगिल, का. सत्य नारायण तिवारी, डा. एके सिंह ने भी बैठक में उपस्थित होकर पत्रकारों की लड़ाई में पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया।
धरने पर बैठने वालों में अनुराग सिंह, राज कुमार सिंह, दिनेश कुमार पाण्डेय, राकेश सिंह, श्याम प्रकाश तिवारी, पंकज सिन्हा, इस्लाम खां, अजीत सिंह लवी, प्रदीप मिश्र, एसएन शर्मा, दिलीप कसौंधन, अभिषेक स्वरूप, राजेन्द्र तिवारी ‘काका’, शनीष श्रीवास्तव, चन्द्रेश्वर तिवारी, राजू मौर्या, राजेन्द्र कुमार शर्मा, राज कुमार मिश्र, अशोक मिश्र, एसके मौर्या, चन्द्र प्रकाश तिवारी, केदार नाथ चैहान, आलोक श्रीवास्तव, सौरभ श्रीवास्तव, अजीत दीक्षित, उमेश प्रताप मिश्र, जितेन्द्र पाण्डेय, महेन्द्र तिवारी, पवन कुमार मिश्र, संदीप सिन्हा, एसएन शर्मा, चन्द्र प्रकाश शुक्ला, अरविन्द शुक्ल, डा. चन्द्रशेखर पाण्डेय, अभिषेक स्वरूप, शिव प्रसाद तिवारी, अवधेश सिंह, अशोक कुमार पाण्डेय, कृष्ण कुमार यादव, रवीन्द्र प्रताप सिंह, अशोक सिंह, मुश्ताक अहमद, राजेश कुमार जायसवाल, देवनाथ मिश्र, पंकज कुमार मिश्र आदि उपस्थित रहे।
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जुग जुग जियो पत्रकारों हम तो मर मर के जी रहे हैं