याकूब मेमन की फांसी और पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के निधन से जुड़ी खबरों पर इंडियन एक्सप्रेस और टाइम्स ऑफ इंडिया के रवैये को लेकर देश के बौद्धिक जगत में जमकर आलोचना का सिलसिला सोशल मीडिया पर अभी थमा नहीं है।
आलोचना इस बात की रही कि उस दिन की खबरों में उन्हें प्राथमिकता की दृष्टि से किसे महत्व दिया। ‘टाइम्स ऑफ इंडिया’ ने अपने फर्स्ट पेज पर याकूब मेमन को टॉप न्यूज का स्थान दिया था और कलाम की खबर को मामूली स्थान दिया था। इंडियन एक्सप्रेस ने याकूब की खबर को लीड प्रजेंटेशन दिया और कलाम की खबर को अन्य पेज पर महत्व दिया था।