झुंझुनू, राजस्थान। सूरजगढ़ उप-चुनाव में हार से बौखलाए भाजपा प्रत्याशी डॉ. दिगम्बर सिंह के समर्थको ने मीडिया पर हमला किया और उनके कैमरे छीन कर तोड़ दिये। इससे पूर्व छात्र संघ चुनाव के दौरान भी पत्रकारों को निशाना बनाया गया था। पिछले महिने पीपली चौक में सड़क हादसे की कवरेज के दौरान मीडिया के लोगों पर हमला किया गया। राज्य सरकार ने टोल टैक्स पर मीडिया के वाहनो की छूट दे रखी है लेकिन टोल नाको पर बाहुबलियों, लठैतों द्वारा पत्रकारों के साथ अभद्र व्यवहार व मारपीट की जाती है। उनको भाजपा विधायक का संरक्षण प्राप्त है। जब से प्रदेश में भाजपा सत्ता में आई है तब से झुंझुनू की मीडिया पर एक सोची समझी राजनीति के तहत लगातार हमले हो रहे है।
प्राप्त ख़बरों के अनुसार इन बढ़ते हमलो के विरोध में गुरूवार को सूचना केन्द्र में पत्रकारो की आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें सर्वसम्मती से 23 सितम्बर मंगलवार को झुंझुनू बंद का निर्णय लिया गया। मेडिकल स्टोरों को बंद के दौरान छूट दी गई है। बंद को सफल बनाने के लिए पत्रकारो की एक टीम ने शहर के विभिन्न सामाजिक संगठनो, व्यापारिक संगठनो के प्रतिनिधियो, टैक्सी यूनीयन, झुंझुनू बार एसोसियेशन, छात्र संघ के नेताओ, निजी शिक्षण संस्थाओं के संचालको सहित विभिन्न सामाजिक संगठनो से बंद में सहयोग करने व बंद को सफल बनाने की अपील की है। वहीं सभी ने मीडिया पर बढ़ते हमलो की कड़े शब्दो में निंदा की गई है।
गौरतबल है कि सत्ता के नशे में चूर कुछ नेताओ की सोची समझी चाल के तहत पत्रकारो पर गत 6 महिनो से हमले हो रहे है। ज्ञात रहे कि मीडिया के वरिष्ठ पत्रकारो को निशाना बनाया जा रहा है जिसके विरोध के चलते पत्रकारो को मजबूर हो कर जनता की अदालत में उतरना पड़ रहा है। पत्रकारो के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा पुलिस अधीक्षक को ज्ञापन सौँपकर उक्त मामलों में लिप्त दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग की गई है।