: इंडिया टी0वी0 की लोक सभा चुनाव में भूमिका पर जाँच करे चुनाव आयोग : प्रेस काउंसिल मीडिया संस्थानों में महिला पत्रकारों के यौन उत्पीड़न पर आयोग गठित करे : लखनऊ। जर्नलिस्ट्स यूनियन फार सिविल सोसाइटी (जेयूसीयस) ने इण्डिया टी0वी0 की रिर्पोटर तनु शर्मा के साथ हुए मानसिक उत्पीड़न और दुर्व्यवहार की निंदा की। बैठक में कहा गया कि इण्डिया टी0वी0 की रिपोर्टर तनु शर्मा ने पुलिस को जो बयान दिया वह लोकतन्त्र के चौथे स्तम्भ के पीछे की छिपी हुई गंदगी को उजागर करता है। चूँकि यह पूरा मामला भाजपा के करीबी पत्रकार रजत शर्मा और उनकी पत्नी रितु धवन से जुड़ा हुआ है, इसलिए पूरें प्रकरण को प्रशासन द्वारा दबाये जाने का प्रयास किया जा रहा है।
रितु धवन ने जिस तरह से अनीता शर्मा और एमएन प्रसाद के जरिए तनु शर्मा को कारपोरेट्स और राजनेताओं के ‘पास’ जाने के लिए दबाव बनाया, वह कई सवाल खड़े करता है। बैठक में इस पूरे प्रकरण की सी0बी0आई0 जाँच की मांग की गई ताकि यह साफ हो जाए कि आखिर वे कौन से राजनेता और उद्योगपति हैं जिनके पास इंडिया टी0वी0 अपने महिला पत्रकारों को भेजने की कोशिश करता था। बैठक में वक्ताओं ने कहा कि चूंकि रजत शर्मा संघ परिवार के छात्र संगठन एबीवीपी से जुड़े रहे हैं और उनके भाजपा व संघ नेताओं से नजदीकी रिश्ते हैं वे तथ्यों से छेड़ छाड़ कर सकते हैं और जांच को प्रभावित कर सकते हैं इसलिए रजत शर्मा, रितु धवन और अनीता शर्मा व इस मामले से जुड़े अन्य लोगों के काल डिटेल्स, मैसेज, ई मेल आदि को तुरंत सुरक्षित किया जाए ताकि इस पूरे प्रकरण में संलिप्त राजनेताओं, और मीडियाकर्मियों, उद्योगपतियों को उनके करतूतों की सजा दी जा सके।
बैठक में उपस्थित सदस्यों ने चुनाव आयोग से भी मांग की कि तनु शर्मा प्रकरण ने कारपोरेट्स और राजनेताओं की गठजोठ का भी खुलासा किया है, इसलिए लोकसभा चुनाव में इण्डिया टी0वी0 की भूमिका पर भी जांच होनी चाहिए क्योंकि यह पूरा प्रकरण लोक सभा चुनाव के दरम्यान का ही है। जेयूसीएस ने प्रेस काउंसिल आफ इंडिया से मांग की है कि वह इस पूरे प्रकरण को गंभीरता से लेते हुए मीडिया संस्थानों में महिला पत्रकारों के यौन उत्पीड़न पर एक उच्चस्तरीय जांच आयोग बनाए और इस पर निश्चित समयावधि के अंदर अपनी रिपोर्ट रखे। मीडिया संस्थानों से जेयूसीएस ने मांग की कि वह तनु शर्मा के इंसाफ की इस लड़ाई में आगे आएं, क्योंकि जिस तरह से मीडिया संस्थानों से इससे जुड़ी खबरों को दबाया जा रहा है वह पत्रकारीय मूल्यों के खिलाफ ही नहीं महिला विरोधी रवैया भी है, जो ऐसा करने वाले सभी मीडिया सस्थानों को रजत शर्मा और इंडिया टीवी के इस अपराध भागीदार बना देता है।
बैठक में रजत शर्मा और रितु धवन की तुरंत गिरफ्तारी की भी मांग करते हुए तनु शर्मा को सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की गई। क्योंकि पिछले दिनों संघ परिवार से ही नजदीकी रखने वाले आसाराम द्वारा किए गए यौन उत्पीड़न के अहम गवाह की हत्या कर दी गई थी। बैठक में राघवेन्द्र प्रताप सिंह, हरेराम मिश्रा, लक्ष्मण प्रसाद, मु0 आरिफ, अनिल यादव, गुफरान सिद्दीकी और शाह आलम इत्यादि उपस्थित थे।
द्वारा जारी
अनिल यादव
कार्यकारिणी सदस्य
जर्नलिस्ट्स यूनियन फार सिविल सोसाइटी
(जेयूसीएस)
संपर्क- 09454292339
Office – 110/60, Harinath Banerjee Street, Naya Gaaon Poorv, Laatoosh
Road, Lucknow
Journalist’s Union For Civil Society (JUCS)
Email- [email protected]
Nazim Naqvi
July 3, 2014 at 8:17 pm
डियर यशवंत जी,
मैं आहत हूं… तनु शर्मा प्रकरण में जिस तरह की बयानबाज़ियां हो रही हैं उससे मैं आहत हूं… आज आपके भड़ास4मीडिया में जर्नलिस्ट्स यूनियन फार सिविल सोसाइटी का जो बयान है वो आहत करने वाला हैं… तनु शर्मा की एफ़आईआर के संबंध में जो भी क़ानूनी कार्यवाही संभव हो वो होनी चाहिये… उसने आत्महत्या जैसा क़दम क्यों उठाया इसकी सही जांच होनी चाहिये लेकिन इस जांच की मांग को लेकर जो ग़लत बातें की जा रही हैं वो आहत करने वाली हैं… रितु धवन के संबंध में कि उसने अपने किसी कर्मचारी के सहारे… मुझे तो वो शब्द लिखते हुए भी शर्म और क्रोध आ रहा है… मैं पिछले 25 वर्षों से रितु धवन को जानता हूं… हम सब कुछ आगे-पीछे एक साथ मीडिया में आए… साथ काम किया… और इस आधार पर पूरे यक़ीन के साथ ये कह सकता हूं कि रितु धवन के चरित्र पर ये किसी का सोचा समझा हमला है… मुझे ये भी पूरा विश्वास है कि जो लोग रितु धवन को जानते हैं वो सभी इस तरह के शाब्दिक हमलों से उतने ही आहत हुए होंगे जितना कि मैं…
ख़बर भारती का प्रबंधन संभालते हुए मैं भी कई बार असंतुष्ट लोगों का निशाना बना पर कभी भी मैंने कोई प्रतिक्रिया देना उचित नहीं समझा… लेकिन किसी प्रकरण के बहाने किसी के चरित्र पर बिल्कुल झूठा और बेबुनियाद हमला करना सहन नहीं हुआ… मैं फिर कह रहा हूं कि तनु शर्मा की शिकायत की जांच होनी चाहिए… इंडिया टीवी के प्रबंधन को भी इसमें पूरा सहयोग करना चाहिए लेकिन किसी व्यक्ति के बारे में जो मुंह में आए कहने से बचना चाहिए… जेयूसीयस अगर एक ज़िम्मेदार संस्था है तो इसे अपने शब्दों पर ध्यान देना चाहिए… यूं भी पत्रकारिता में शब्दों के प्रयोग की अपनी सीमा होता है और इस ज़िम्मेदारी से बचा नहीं जा सकता…
नाज़िम नक़वी
nisha mishra
July 4, 2014 at 8:03 am
Sawaal ye bhi hai…ke agar Tanu Sharma pratadit ho rahi thi, to usne turant resignation kyu nahi de mara….Kya wo wakai atmahatya ka scene create karne ka intezaar kar rahi thi…..maine bhi 2 saal Rajat Sharma ji ke sath India TV me kaam kiya….Mahilaon ke liye sabse surakshit channel….jo log bina soche samjhe Tanu Sharma se sahanubhuti rakh rahe hai….wo dusre pehlu ko kyu nahi dekhte…..20 saal se chal rahe sanstan me ek bhi aisa mamla nahi….uspe hum bharosa nahi kar rahe….to kuch mahine pehle aai anchor ka itna bada ilzam ..hum turant insaaf mangte hai….Insaaf ki mang Rajat ji ke liye honi chahiye, jo kisi badi aur gehri saazish ke shikaar banaye ja rahe hai…..agar comittees Rajat ji se personal khunas nahi nikalna chahte toh ye kyu nahi sochte ki wo ladki, kisi ke dwara plant ki gayi ho sakti hai….
ram shaym
July 6, 2014 at 3:22 am
yeh sab jhuth hai..yeh sab gandagi woh log faila rahey hai.. jinko koi kaam nahi hai…khali hai.. aur mansik rup se bimar hai…woh kabhi yaha aaye aur dekhe ki yaha kitani respectfully kaam hota hai…aur sab log mil jul kar ek dusare to support kartey hai.. aur dost ki tarha kaam kartey hai aur india tv ka itihas bhi badhiya raha hai aur apni mehanat ki badaulat in logo ne yeh maukam hasil kiya aur yeh pata hai jaltewaley logo ki kamin nahi nahi khas kar berozgar logo ki jinko naukari nahi mili..