Shiv Shanker Gahlot-
जज ने मिस्र के पूर्व राष्ट्रपति अनवर सादात के हत्यारे से पूछा- तुमने अनवर सादात को क्यों मारा?
हत्यारे ने जवाब दिया – क्योंकि वो सेकुलर था।
जज – सकुलर का मतलब क्या है जानते हो ?
हत्यारा – मतलब तो मुझे नहीं मालूम।
नागिब महफूज की हत्या की मंशा से किये गये हमले में से मुल्जिम से जज ने पूछा – तुमने उस पर हमला क्यों किया ?
हमलावर – उसके द्वारा लिखे गये नॉवल की वजह से – चिल्ड्रैन ऑफ अवर नेबरहुड।
जज- क्या तुमने नॉवल पढ़ा है ?
हमलावर – नहीं, पढ़ा तो नहीं है।
……..
एक अन्य जज ने फराज फारा नामक लेखक के हत्यारे से पूछा- तुमने फराज फौदा का कत्ल क्यों किया?
कातिल – क्योंकि वो अधर्मी था ।
जज – तुम्हें कैसे पता चला कि वो अधर्मी था?
कातिल – जिन किताबों का वो लेखक था?
जज- तुमने उनकी कौन सी किताब से ये जाना कि वो अधर्मी था?
हत्यारा – मैने उनकी कोई किता नहीं पढ़ी है ।
जज – कैसे? क्या मतलब?
हत्यारा – मैं लिॆखना पढ़ना नहीं जानता।
………
घृणा का प्रचार कभी ज्ञान से नहीं होता। ये सदैव ही अज्ञान से होता है।
समाज सदैव इसी तरह अज्ञान की कीमत अदा करता है।
Whirling Darvesh
कलबुर्गी, पनसारे दाभोल्कर और गौरी लंकेश के हत्यारों ने क्या कभी इन लेखक विचारकों को पढ़ा लिखा होगा?