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सही खबर लिखने वाले अपने कितने मीडियाकर्मियों को दंडित करेगा जागरण? दो अन्य की भी ली गई बलि

गैंगरेप के मामले में अकाली दल के पार्षद की खबर लगाने पर लुधियाना दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ़ अरविन्द श्रीवास्तव तथा चीफ़ फोटोग्राफर संजीव टोनी के निकाले जाने के बाद भी जागरण प्रबंधन का पेट नहीं भरा है. यह मामला अब भी गरम है. सूत्रों के मुताबिक 21 जुलाई को नगर निगम बीट देख रहे सुनील जैन तथा धार्मिक बीट देख रहे तपिन मल्होत्रा ने भी दैनिक जागरण लुधियाना से इस्तीफा दे दिया. खबर ये है कि दोनों से उसी गैंगरेप अकाली दल पार्षद वाली खबर के मामले में इस्तीफा लिया गया है. इस मामले में अरविन्द श्रीवास्तव तथा संजीव टोनी को पहले ही बलि का बकरा बनाया जा चुका है.

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गैंगरेप के मामले में अकाली दल के पार्षद की खबर लगाने पर लुधियाना दैनिक जागरण के ब्यूरो चीफ़ अरविन्द श्रीवास्तव तथा चीफ़ फोटोग्राफर संजीव टोनी के निकाले जाने के बाद भी जागरण प्रबंधन का पेट नहीं भरा है. यह मामला अब भी गरम है. सूत्रों के मुताबिक 21 जुलाई को नगर निगम बीट देख रहे सुनील जैन तथा धार्मिक बीट देख रहे तपिन मल्होत्रा ने भी दैनिक जागरण लुधियाना से इस्तीफा दे दिया. खबर ये है कि दोनों से उसी गैंगरेप अकाली दल पार्षद वाली खबर के मामले में इस्तीफा लिया गया है. इस मामले में अरविन्द श्रीवास्तव तथा संजीव टोनी को पहले ही बलि का बकरा बनाया जा चुका है.

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लोगों में इस बात की खूब चर्चा है कि जागरण प्रबंधन ने अकाली दल के सामने पूरी तरह से घुटने टेक दिए हैं. ऐसा लगता है कि जागरण प्रबंधन की नजर आगामी चुनाव में मिलने वाले विज्ञापनों पर है. जागरण के ज्यादातर पत्रकार प्रबंधन के रवैये को देखते हुए दूसरे अख़बारों में संभावना तलाश रहे हैं. आने वाले दिनों में कई और पत्रकार जागरण को अलविदा कह सकते हैं. अच्छे पत्रकारों के हटाए जाने से दैनिक जागरण अख़बार में जहां ख़बरों में कमी आई है वहीं जागरण की मार्केट में सरकुलेशन की कापियां भी काफी कम हो गई हैं. आपने आपको दुनिया का नंबर 1 अखबार कहने वाला दैनिक जागरण इस समय लुधियाना में दूसरे अख़बारों से काफी पीछे चला गया है.

एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.

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मीडिया से जुड़ी कोई सूचना जानकारी खबर अगर आपके पास भी हो तो भड़ास तक इसे [email protected] के जरिए पहुंचा सकते हैं.

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