नई दिल्ली : हिंदी भवन में 29 कवियों की प्रतिनिधि कविताओं के संकलन ‘तुहिन’ और 33 संभावनाशील कवियों की प्रतिनिधि कविताओं के संग्रह ‘गूंज’ का लोकार्पण किया गया। लोकार्पण प्रतिभा रक्षा सम्मान समिति करनाल के अध्यक्ष नरेंद्र अरोडा, कथाकार और पाखी के संपादक प्रेम भारद्वाज, काटूर्निस्ट इरफान व वरिष्ठ कवयित्री सुमन केशरी ने किया।
‘गूंज’ में जिन 33 संभावनाशील कवियों की कविताओं का संकलन है उनमें शुभ्रा कुमारी की कविताओं को लोगों ने खूब सराहा। शुभ्रा कृषि से स्नातकोत्तर में प्रथम श्रेणी गोल्ड मेडलिस्ट हैं। शुभ्रा ने अपने संकलन सोचती हूं हो आउं घर, लड़कियों का सच, नहीं लगाती मैं मेंहदी, बेटियां, पहला प्यार, नेह निमंत्रण और गढ़ लेते हो शब्द में आदि का पाठ भी किया। किताब का संपादन अंजु अनु चैधरी और मुकेश कुमार सिंहा ने और प्रकाशन हिंद युग्म के शैलेश भारतवासी ने किया है। कार्यक्रम में धन्यवाद ज्ञापन कवयित्री रमा भारती और संचालन अंजु शर्मा ने किया।