सीबीआई ने पोर्न क्लिप और अश्लील एमएमएस बनाकर वेबसाइट तथा सोशल मीडिया में जारी करने वाले देश के सबसे बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. इसके सरगना को बंगलुरु से हिरासत में लिया गया है. उससे पास से 500 से अधिक पोर्न क्लिप मिली हैं, जिनमें महिलाओं के साथ ही बच्चों को भी आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है.
सीबीआई सूत्रों के मुताबिक, यह देश का सबसे बड़ा गिरोह है, जिसमें पश्चिम बंगाल, ओडिशा, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक के आरोपी भी शामिल हैं. इस साल व्हाट्स एप पर जारी किए गए दस वीडियो की जांच करते हुए सीबीआई इस गिरोह तक पहुंच पाई है.
उच्चतम न्यायालय ने हैदराबाद स्थित एक गैर सरकारी संगठन (एनजीओ) द्वारा प्रधान न्यायाधीश एच एल दत्तू को भेजे एक पत्र पर स्वत: संज्ञान लिया था. पत्र के साथ एक पेन ड्राइव भी भेजा गया था जिसमें नौ किलप थे. उसके बाद न्यायालय ने मामले में सीबीआइ जांच का आदेश दिया था. किसी भी मामले में अपराध का स्थान और उसके समय के बारे में स्पष्ट जानकारी नहीं थी.
एजेंसी ने इन वीडियो संदेशों का पता लगाने के लिए आधुनिक फारेंसिक साफ्टवेयर का सहारा लिया. इसी के सहारे कौशिक का पता लगा. एक क्लिप के संबंध में एजेंसी पहले ही ओडिशा में दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. सूत्रों ने बताया कि आज छापे के दौरान सीबीईई टीम गुप्त कैमरे, आधुनिक साफ्टवेयर और अन्य उपकरणों को देखकर चकित रह गयी जिनका उपयोग ऐसे वीडियो बनाने के लिए किया जाता था.
उन्होंने बताया कि संदिग्ध एक संपन्न परिवार से है. सूत्रों के अनुसार उसे आगे की पूछताछ के लिए दिल्ली लाया जाएगा. इस मामले के अलावा एजेंसी ने कथित सामूहिक दुष्कर्म के संबंध में छह प्राथमिकी दर्ज की है जबकि दुष्कर्म के संबंध में एक प्राथमिकी दर्ज की गयी है.