CBI की कस्टडी से 103 किलो सोना फुर्र! भारत में जो हो जाए वो कम है। खासकर सरकारी अमला तो आए दिन अजब गजब काम करता रहता है। देश की सबसे महत्वपूर्ण केंद्रीय जांच एजेंसी सीबीआई के हाथ से 103 किलो सोना गायब हो गया है। कोर्ट ने इस मामले की जांच के लिए एक …
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काले धन के खेल में गले तक डूबे NDTV के मालिकों के खिलाफ CBI ने दर्ज किया नया केस, देखें FIR
प्रणय रॉय और राधिका रॉय समेत एनडीटीवी के सारे मालिकों व कई अनजान लोगों के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो ने एफआईआर दर्ज किया है. इस एफआईआर में एनडीटीवी के मालिकों पर काले धन के खेल में गले तक डूबे होने का आरोप है. इन लोगों ने दर्जनों फर्म/कंपनियां बनाकर अरबों रुपये का संदिग्ध लेन-देन किया. …
सीबीआई के लगातार तीन निदेशकों का भ्रष्ट पाया जाना गलत चयन प्रक्रिया का प्रमाण है!
मकड़जाल में सीबीआई सर्वोच्च न्यायालय ने सीबीआई के निदेशक आलोक वर्मा को बड़ी राहत देते हुए 77 दिन बाद पुनः अपने पद पर बिठा दिया। यह भी स्पष्ट कर दिया कि ‘विनीत नारायण फैसले’ के तहत सीबीआई निदेशक का 2 वर्ष का निधार्रित कार्यकाल ‘हाई पावर्ड कमेटी’ जिसमें प्रधानमंत्री, विपक्ष के नेता और भारत के …
सुप्रीम कोर्ट द्वारा सीबीआई निदेशक पद पर बहाल आलोक वर्मा इन फाइलों से खेल सकेंगे?
विवाद की जड़ में है हाई प्रोफ़ाइल मामले… उच्चतम न्यायालय ने सीबीआई के निदेशक आलोक कुमार वर्मा को छुट्टी पर भेजने के केंद्रीय सतर्कता आयोग एवं कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (डीओपीटी) के आदेश को मंगलवार को निरस्त कर दिया। मुख्य न्यायाधीश रंजन गोगोई, न्यायमूर्ति संजय किशन कौल और न्यायमूर्ति के. एम. जोसेफ की पीठ ने …
वर्मा और अस्थाना, घाघ तो दोनों हैं!
वर्मा और अस्थाना। घाघ तो दोनों हैं। अपने-अपने आकाओं के इशारे पर नाचने वाले. सीबीआई में रहकर अपनों पर करम, ग़ैरों पर सितम करने में इतने उलझे कि एक दूसरे का ही सिर फोड़ने पर उतर आए. मगर वर्चस्व की लड़ाई में मीडिया के शातिराना इस्तेमाल के मामले में वर्मा का कोई जोड़ नहीं।
सीबीआई अफसर के नए खुलासे से भूकंप, कैबिनेट मंत्री से लेकर राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार तक फंसे!
केंद्रीय जांच ब्यूरो के उप महानिरीक्षक एमके सिन्हा का आरोप… आर्थिक अपराधियों को भागने देने के वास्ते सहूलियत देने के तार अजीत डोवल से भी जुड़े…. मोदी सरकार के एक वरिष्ठ केंद्रीय मंत्री पर एक बड़े व्यापारी को जांच से बचाने के लिए करोड़ों रुपये रिश्वत लेने का आरोप…. सीबीआई अफसर ने हलफनामे के साथ …
मोदी राज की ‘उपलब्धि’! सत्तर साल में पहली बार हुआ है…. केंद्रीय जांच एजेंसी की भी जांच होगी!
Anil Saxena : सीबीआई प्रकरण…. देश की सर्वोच्च जांच एजेंसी की भी अब जांच होगी। सर्वोच्च न्यायालय ने आज रिटायर्ड जज की निगरानी में सीवीसी को 2 हफ्ते में घूसखोरी के पूरे घटनाक्रम की जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। नए अंतरिम निदेशक नागेश्वर राव को कोई भी नीतिगत फैसला लेने पर रोक …
करप्ट CBI का सच सब जान गए… यहां बड़े मामले बेनतीजा रख कर फाइल क्लोज कर दी जाती है!
Paramendra Mohan : भ्रष्टाचार सर्वत्र व्याप्त है, सब जानते हैं, लेकिन सीबीआई में भ्रष्टाचार का मौजूदा खुलासा वाकई देश की आंखें खोलने वाला है। भ्रष्टाचार की जांच करने वाली जांच एजेंसी का खुद हद दर्जे की भ्रष्टाचारी होना एक हिला देने वाला खुलासा है। ऐसा पहली बार हुआ है, जब खुद सीबीआई निदेशक और स्पेशल …
मोदी के मीडिया प्रबंधन पर भारी पड़ा जेटली का मीडिया प्रबंधन : ओम थानवी
Om Thanvi : जेटली पर राहुल के आरोप की खबर नहीं ही दी अखबारों ने… इससे जाहिर है कि जेटली का मीडिया प्रबंध बड़ा गहरे पैठा हुआ है! मोदी का कुछ कमज़ोर पड़ गया है।
रॉ, आईबी, ईडी और सीबीआई सब के सब एक दूसरे के पीछे पड़ी हैं : अजीत अंजुम
Ajit Anjum : देश की प्रीमियर एजेंसियों का गजब हाल हो गया है… सरकार ने जिस CBI चीफ को जबरन छुट्टी पर भेजा, उसी घर जासूस तैनात हो गए. धरे गए तो पता चला आईबी वाले थे… सीबीआई के नंबर एक वर्मा के एक के पीछे सरकारी जासूस हैं.. नंबर दो अस्थाना भी छुट्टी पर. …
रवीश कुमार ने पूछा- सीबीआई की ‘पार्वती’ और ‘पारो’ में से किसे चुनेंगे देवदास हुज़ूर!
आपने फ़िल्म देवदास में पारो और पार्वती के किरदार को देखा होगा। नहीं देख सके तो कोई बात नहीं। सीबीआई में देख लीजिए। सरकार के हाथ की कठपुतली दो अफ़सर उसके इशारे पर नाचते नाचते आपस में टकराने लगे हैं। इन दोनों को इशारे पर नचाने वाले देवदास सत्ता के मद में चूर हैं। नौकरशाही …
सीबीआई में गैंगवार की इनसाइड स्टोरी क्या है?
Girish Malviya सीबीआई : एन इनसाइड स्टोरी… 2013 में सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई को ‘पिंजरे में बंद तोता’ और ‘मालिक की आवाज़’ बताया था. ऐसा नही है कि मोदी राज में कुछ परिवर्तन आया. परिस्थितियां आज भी वही हैं. लेकिन कल एक अभूतपूर्व घटनाक्रम सामने आया है.
CBI ने CBI पर रेड मार दी… DSP गिरफ्तार… मोदी के यहां दोनों ‘युद्धरत’ IPS तलब!
Sheetal P Singh : CBI ने CBI पे रेड मारी… सात अजूबे थे दुनिया में… आठवीं अपनी जोड़ी! CBI RAW ED CVC PMO और पुलिस सब दो फाड़. आला अफ़सर एक दूसरे को भ्रष्ट साबित करने में जुटे. ऐसा तमाशा कभी न हुआ. वाह परधान जी वाह.
सीबीआई में घूसखोरी के भयंकर खुलासे को अखबारों ने भ्रष्टाचार के सामान्य मामले की तरह पेश किया!
इंडियन एक्सप्रेस ने आज पहले पेज पर छह कॉलम में सीबीआई की खबर छापी है जो कल ही सोशल मीडिया पर खूब घूम रही थी। सीबीआई के नंबर वन बनाम नंबर टू के इस मामले में एक्सप्रेस के शीर्षक का हिन्दी होगा, सीबीआई में एक दूसरे पर कीचड़ फेंके गए, दर्जन भर से ज्यादा शिकायतों …
केंद्र का तोता, लगा रहा भ्रष्टाचार में गोता!
Jagdish Jha : केंद्र का तोता, लगा रहा भ्रष्टाचार में गोता… CBI के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना ने रिश्वत का केस दर्ज होने पर कहा- चीफ ने खुद लिए हैं 2 करोड़ रुपये …. मोदी राज में मची है लूट ….जितना सको उतना तू भी लूट…..
मैंने नहीं, सीबीआई चीफ ने लिए हैं दो करोड़ रुपये : राकेश अस्थाना (स्पेशल डायरेक्टर, सीबीआई)
Sheetal P Singh : सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना ने रिश्वत का केस दर्ज होने पर कहा- चीफ ने खुद लिए हैं 2 करोड़। इस तरह से राकेश अस्थाना (स्पेशल डायरेक्टर सीबीआई) ने अपना पक्ष रखा। वे कैबिनेट सेक्रेट्री को पहले से अवगत कराते रहे हैं कि खुद सीबीआई चीफ एक अभियुक्त से पैसे …
वर्मा को अस्थाना ने ठीक करने की कोशिश की, अस्थाना को वर्मा ने ठीक कर दिया… मोदी देखते रह गए!
Sanjeev Chandan : वर्मा को अस्थाना ने ठीक करने की कोशिश की, अस्थाना को वर्मा ने ठीक कर दिया… मोदी देखते रह गये… सीबीआई के डायरेक्टर आलोक वर्मा और स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की लड़ाई जगजाहिर है. मोदी जी ने गुजरात कैडर के अस्थाना को अपनी खुली कृपा दे रखी थी. इस कृपा का ताप …
देश में वाकई भ्रष्टाचार के खिलाफ निर्णायक लड़ाई चल रही है मितरों! देखें कुछ सीन
Sulabh Chaturvedi : सीन 1 – पी के मिश्रा (प्रिंसिपल सेक्रेटरी, pmo) राकेश अस्थाना की सीबीआई में नियुक्ति करते हैं। सीबीआई नम्बर 1 आलोक वर्मा इस नियुक्ति के विरुद्ध pmo को पत्र लिखते हैं।
सीबीआई रिश्वतकांड : छप्पन इंच के गुब्बारे में एक और छेद हो गया मितरों!
Prashant Tandon : छप्पन इंच के गुब्बारे में एक और छेद… मोदी अपने चहेते और सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना को सीबीआई प्रमुख नहीं बना पायेंगे. सीबीआई द्वारा अपने ही दूसरे नंबर के अधिकारी के खिलाफ घूसखोरी कांड की एफआईआर में मुख्य अभियुक्त बनाने के बाद ये लगभग तय हो गया है.
मोदी के अधीन काम करने वाली CBI ने 600 करोड़ के डिफ़ॉल्टर को विदेश भागने में मदद की!
Samar Anarya : और अब सीबीआई ने एयरसेल प्रमोटर और 600 करोड़ के डिफ़ॉल्टर सी शिवशंकरन के खिलाफ लुक आउट नोटिस हल्की कर उसके विदेश भागने में मदद की। सीबीआई सीधे प्रधानमंत्री मोदी के अंदर काम करती है।
CBI में तैनात मोदी के खास अफसर के खिलाफ दो करोड़ रुपये घूस लेने की एफआईआर, मीडिया ने साधी चुप्पी
Sheetal P Singh : CBI ने अपने ही वरिष्ठता क्रम में डायरेक्टर के बाद दूसरे स्थान पर नियुक्त अफसर को दो करोड़ की घूस लेने के आरोप में बुक किया। यह अफसर गुजरात कैडर के आईपीएस हैं और मोदी जी के प्रिय बताए जाते हैं। वर्तमान डायरेक्टर सीबीआई से इनका लंबा विवाद चल रहा है। …
सृजन घोटाले में नेताओं-अफसरों की गिरफ्तारी के लिए वारंट मांगने वाले सीबीआई अधिकारी पर गिरी गाज
नाम है एसके मलिक. सीबीआई में एएसपी हैं. ये बिहार के सृजन घोटाले की जांच करने वाली बीस सदस्यीय सीबीआई टीम के अगुवा हैं. सृजन घोटाला पंद्रह सौ करोड़ रुपये का है और इसमें नेता, अफसर, पत्रकार सब शामिल हैं. कहा जा रहा है कि यह घोटाला चारा घोटाले से भी बड़ा है. इस घाटाले की तह तक जा चुके सीबीआई आफिसर एसके मलिक ने पुख्ता प्रमाण जुटाने और पूछताछ के वास्ते जब सीबीआई कोर्ट से घोटाले में शामिल कुछ नेताओं व अफसरों की गिरफ्तारी के लिए वारंट मांगा तो फौरन उन पर कार्रवाई हो गई. उनका तबादला कर दिया गया.
बैंक वाले, सीबीआई और सिस्टम की कृपा से एक और छोटा-मोटा विजय माल्या जनता का धन हड़पने को तत्पर, जानिए पूरी कहानी
To,
THE EDITOR-IN-CHIEF
Bhadas4Media
India
SUBJECT : SCAM/ECONOMIC OFFENCE IN LOAN DEPARTMENT BY CONSORTIUM BANK AGAINST THE LOAN ACCOUNT OF SHREE SHYAM PULP & BOARD MILLS LIMITED
Respected Sir,
A company namely Shree Shyam Pulp & Board Mills Limited having its manufacturing plant in Kashipur (Uttarakhand) (here-in-after SSPBML) was established by Mr. Naresh Kumar Gupta and presently running by Mr. Naresh Kumar Gupta and his son Amit Kumar alias Amit Gupta. SSPBML is engaged in manufacturing of various kinds of writing and printing papers as well as cardboards, copier and other papers. During their regular course of business, SSPBML applied for loan before the consortium of bank; led by UCO Bank, 5 Sansad Marg, New Delhi, with the heading to EXPAND THEIR PLANT and on this ground the bank passed their loan application and passed their loan without the complete verification of their papers. It is pertinent to mention here that the loan which was granted is of more than Rs. 700 Crores (Seven Hundred Crores Only) but the complete worth of machines are not more than Rs. 200 crore (Rupees Two Hundred Crores) and therefore the disbursed amount is much more than the worth value of the machines.
सीबीआई की एफआईआर में एस्टर स्कूल के मालिक और उनके बेटे के नाम हैं
रजत शर्मा और हेमंत शर्मा (फाइल फोटो)
ये है वो एफआईआर की कापी जिसमें हेमंत शर्मा का नाम सीधे सीधे नहीं है लेकिन इसमें जो दो नाम वीके शर्मा और वैभव शर्मा का है, उनने पूछताछ में हेमंत शर्मा का नाम लिया. इसके आधार पर सीबीआई ने हेमंत को पूछताछ के लिए तलब किया था पर उनके जब हाईप्रोफाइल संबंधों के बारे में पता चला तो उन्हें जाने दिया गया. हेमंत का नाम न तो एफआईआर में आया और न ही फिलहाल कहीं सीबीआई डाक्यूमेंट्स में दर्ज है. कहा जा रहा है कि सीबीआई को जो बयान वीके शर्मा ने दिए, उसमें हेमंत का नाम है. हेमंत का नाम आने के बाद उन्हें इंडिया टीवी ने अपने यहां से हटा दिया.
हाईकोर्ट ने मथुरा जवाहर बाग कांड की सीबीआई जांच के आदेश दिए
लखनऊ : आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) ने मथुरा के जवाहर बाग प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने के इलाहाबाद उच्च न्यायालय के आदेश का स्वागत किया है। प्रेस को जारी विज्ञप्ति में आइपीएफ के राष्ट्रीय प्रवक्ता व पूर्व आईजी एस0 आर0 दारापुरी ने कहा कि यदि उच्च न्यायालय अपने अधीन गठित जांच टीम से जांच कराता जिसमें मुख्यमंत्री और उनके कार्यालय की संवैधानिक-प्रशासनिक भूमिका की भी जांच होती तो बेहतर होता।
बोफोर्स फाइल छुपाने के बयान के बाद मुलायम सिंह से पूछताछ करे सीबीआई
मुलायम सिंह ने कहा है कि राजनेताओं पर आपराधिक मुकदमे नहीं चलाये जाने चाहिये. उनके अनुसार इसीलिए भारत के रक्षामंत्री रहते उन्होंने बोफोर्स की फाइल छुपा दी थी. इस कथन से दो निष्कर्ष निकलते हैं. एक तो ये कि नेताजी की जानकारी में था कि कोई राजनेता बोफोर्स में शामिल है और वे उसे बचाना चाहते थे. अच्छा होगा वे उसका नाम देश को बताएं. वर्ना सीबीआई, जिसने इस मामले की जांच की थी, वह उनसे पूछताछ करे.
जानिए, दीपक चौरसिया समेत कई पत्रकारों के खिलाफ सीबीआई ने क्यों दर्ज की एफआईआर
Vishwanath Chaturvedi : धरा बेच देगे, गगन बेंच देगे, कलम बिक चुकी है, वतन बेच देगे! पैसे खाकर फर्जी खबर चलाने के आरोपी दीपक चौरसिया, भूपेंद्र चौबे, मनोज मित्ता सहित अन्य के खिलाफ सीबीआई ने दर्ज की एफ़आईआर… मुलायम के आय से अधिक संपत्ति मामले में सुप्रीम कोर्ट में 10 फ़रवरी 2009 को सुनवाई से पहले फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मुलायम कुनबे को क्लीन चिट दिए जाने की खबर प्राइम टाइम में प्रमुखता से चलाकर सुप्रीम कोर्ट को गुमराह करने और सीबीआई की इमेज को नुकसान पहुंचाने के आरोप में सीबीआई की डीआईजी रहीं तिलोतिमा वर्मा ने लिखाई एफआईआर.
जानिए, मोदी का मूड बिगड़ा तो किस तरह चौटाला के बगल वाली बैरक में पहुंच जाएंगे मुलायम!
ये ‘सीबीआई प्रमाड़ित ईमानदार’ क्या होता है नेताजी? सौदेबाज मुलायम का कुनबा 26 अक्टूबर 2007 से वाण्टेड है, क़ानूनी रूप में सीबीआई की प्राथमिक रिपोर्ट के बाद 40 दिनों में एफआईआर हो जानी चाहिए थी. चूँकि सीबीआई सत्ता चलाने का टूल बन चुकी है, सो सीबीआई कोर्ट पहुँच गई एफआईआर की परमीशन मांगने। उस वक्त …
पर्ल ग्रुप की संपत्तियों की नीलामी के लिए सुप्रीम कार्ट ने कमेटी बनाई
हाल ही में करीब 50,000 करोड़ रूपये की हेराफरी के मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी ने पर्ल ग्रुप के मालिक निर्मल सिंह भंगू को गिरफ्तार किया था. उन पर निवेशकों के साथ धोखाधड़ी का आरोप लगा था. अब खबर आ रही है कि पर्ल ग्रुप की संपत्तियों की नीलामी के लिए सुप्रीम कोर्ट ने कमेटी बना दी है. कोर्ट ने पूर्व जज आर एम लोढा की अध्यक्षता में कमेटी बनाई. सेबी के जरिये लोगों को पैसे लौटाया जाएगा और यह कमेटी इस बात की निगरानी रखेगी कि किस तरह अगले 6 महीनों में लोगों के कर्ज को चुकाया जा सके. सेबी को इस केस से जुड़े सारे दस्तावेज़ इस कमेटी को सौंपना होगा.
मुबारक हो, सीबीआई आजाद हो गई है, यूपी के पॉवरफुल सत्ताधारी नेता का बेटा भी अरेस्ट होगा!
Narendra Nath : मुबारक हो। आज से सीबीआई आजाद हो गया। “पिंजरे में बंद तोता” वह नहीं रहा। अब आकाओं के आदेश की प्रतीक्षा नहीं होगी। सीधा एक्शन होगा। कोई कितना पॉवरफुल हो, बचेगा नहीं। फंसने वाला किस झंडे का है या उसका राजनीतिक झुकाव क्या है, इस बारे में सीबीआई एक बार भी नहीं …
CBI रेड अब सारे आरोपों और असफलताओं से निकाल देगा केजरीवाल को! (पढ़ें सोशल मीडिया पर पक्ष-प्रतिपक्ष में टिप्पणियां)
Amitaabh Srivastava : अरविंद केजरीवाल और उनकी मंडली मन ही मन बहुत प्रसन्न होंगे। शकूरबस्ती झुग्गी कांड के बाद बैकफुट पर आई केंद्र सरकार ने सीबीआई छापे के बहाने इस सर्दी में उन्हें victim politics का एक गरमागरम मुद्दा और मौका दे दिया है। सर्दियों में आम आदमी पार्टी की पालिटिक्स गरमाती भी है। इसी …
सीबीआई का कांग्रेस से भी भयंकर दुरुपयोग कर रही है मोदी सरकार, जानिए पूरा सच…
Sheetal P Singh : सब “डिफ़ेन्स” में आ गये हैं। सीबीआई की प्रवक्ता भी लगभग राजनैतिक बयान पेश कर गईं जिसे भाजपाई पत्रकारों ने फट से रीट्वीट किया। शिवसेना, भाजपा, केन्द्रीय सरकार, सी बी आई, प्रशान्त भूषण एक तरफ़ हैं। मुलायम सिंह, मायावती, जयललिता तटस्थ हैं। कांग्रेस सदन में मुख़ालिफ़ है पर सड़क पर स्तब्ध …
यादवगेट में फंस रहे कुछ बड़े टीवी चैनल और पत्रकार, पीएमओ को रिपोर्ट भेजी गई
दलाली करते थे नोयडा-लखनऊ के कई मीडियाकर्मी
नई दिल्ली: नोयडा के निलंबित चीफ इंजीनियर यादव सिंह ने ठेकेदारी में कमीशनखोरी और कालेधन को सफेद करने के लिए कागज़ी कंपनियों का संजाल बिछाकर उसमें मीडिया को भी शामिल कर लिया था। इस राज का पर्दाफाश कर रही है, यादव सिंह से बरामद डायरी। यादव सिंह से तीन चैनलों के नाम सीधे जुड़ रहे हैं। एक में तो उनकी पत्नी निदेशक भी है। डायरी में मिले सफेदपोशों, नौकरशाहों और पत्रकारों के नामों को लेकर सीबीआई काफी संजीदा है और उसकी रिपोर्ट सीधे पीएमओ को भेजी जा रही है। इस सिलसिले में यादव सिंह और उसके परिवार से कई परिवार से कई बार पूछताछ हो चुकी है। समाज को सच का आईना दिखाने का दम भरने वाले ये पत्रकार अपने लिए मकान-दुकान लेने के अलावा ठेका दिलाने को भी काम करते थे और उसके लिए मोटी करम वसूलते थे।
अक्षय सिंह व्यापम घोटाले से जुड़े किन सूत्रों के पीछे थे, जानने के लिए सीबीआई करेगी आजतक वालों से पूछताछ
व्यापम घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने पत्रकार अक्षय सिंह की मौत के कारण पर से पर्दा उठाने के लिए उनकी मेडिकल रिपोर्ट को जांच के लिए भेजा है। केंद्रीय एजेंसी यह पता लगाना चाहती है कि कहीं अक्षय को पहले से तो कोई बीमारी नहीं थी, जो उनकी मौत का कारण बन सकती हो। अक्षय घोटाले से जुड़ी स्टोरी कवर कर रहे थे। मृत पत्रकार के परिवार वालों से सभी मेडिकल रिपोर्ट लेकर एक मेडिकल बोर्ड के पास भेज दी गई है। बोर्ड अक्षय की मेडिकल हिस्ट्री के बारे में पता लगाएगा। अक्षय व्यापम घोटाले की आरोपी नम्रता दामोर की स्टोरी कवर कर रहे थे।
पत्रकार चंद्रिका राय के तीन हत्यारों को अब तक नहीं ढूंढ पाई सीबीआई
मध्य प्रदेश के उमरिया के चन्द्रिका राय हत्याकांड में सीबीआई ने छह मे से तीन आरोपियों को तो पहचान कर पकड़ लिया है किन्तु तीन को वह अभी तक नहीं पहचान पायी है। तीन आरोपियों का स्केच जारी करना पड़ा है। यह स्केच सीबीआई ने कोर्ट में आरोपपत्र पेश करने के एक दिन पहले जारी किया है। बिना नाम-पते के जारी इस स्केच में पप्पू, रज्जू और सलीम का नाम जरूर दिया गया है। सीबीआई ने 10 अगस्त 2015 को सीजेएम उमरिया जेएस श्रीवास्तव के कोर्ट में चालान पेश किया।
महाभ्रष्टाचारी यादव सिंह को बचाने की यूपी सरकार की कोशिश नाकाम, एससी का झटका, सीबीआई जांच पर रोक से इनकार
दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट ने नोएडा के सस्पेंड इंजीनियर-इन-चीफ यादव सिंह मामले में सीबीआई जांच पर रोक लगाने से मना कर दिया है। अखिलेश सरकार को इससे तगड़ा झटका लगा है। गौरतलब है कि इलाहाबाद हाईकोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि यादव ने पूरी व्यवस्था को अपना दास बना लिया है। पिछली 16 जुलाई को हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच में चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड और जस्टिस एसएन शुक्ला ने सीबीआई जांच कराने के आदेश किए थे। इसके बाद अखिलेश सरकार ने यादव सिंह पर लगे आरोपों की सीबीआई जांच के हाईकोर्ट के आदेश के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की थी।
यादव सिंह के घर से ससुराल तक 14 ठिकानों पर सीबीआइ के छापे, कोठी सील
सीबीआई ने नोएडा, ग्रेटर नोएडा और यमुना प्राधिकरण के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद उनके घर से ससुराल तक एक साथ 14 ठिकानों पर छापा मारा। इसमें यादव सिंह का दफ्तर भी शामिल रहा। आज सुबह नोएडा तथा ग्रेटर नोएडा में सीबीआइ की टीम ने यादव सिंह के ठिकानों पर छापा मारने पहुंची।
विप्रो कंपनी बेरोजगारों से कर रही भारी उगाही, धमकाने के लिए जाली सीबीआई टीम बनाई, मामला पहुंचा हाईकोर्ट !
प्रिय मेरे छोटो-बड़े भाइयों, बहनों आज यहाँ मैं विप्रो कंपनी के दोगले चेहरे से अवगत करना चाहता हूं। जहाँ देश में बेरोजगारी फैली हुई है, वहीं विप्रो कंपनी द्वारा देश के बेकसूर नौजवानों के भविष्य के साथ एक भद्दा मजाक किया जा रहा है। पहले कंपनी बेरोजगारों से सिक्योरिटी मनी के रूप में कुछ पैसे मांगती है और कुछ प्रक्रिया दिखाती है, जिससे बेरोजगार उसके झांसे में आ जाए। फिर उस बेरोजगार के माध्यम से और बेरोजगारों को जोड़ने की बात करती है। जब तक बेरोजगार कंपनी को पैसों के लिए कुछ बेरोजगार देता रहता है, तब तक कंपनी उसे भ्रमित करती रहती है। जैसे ही बेरोजगार अन्य बेरोजगारों को मुहैया कराने से मन कर देता है, कंपनी ये कह कर कि सारी प्रक्रिया गलत है, भगा देती है।
विप्रो कंपनी के खिलाफ कोर्ट और पुलिस में प्रस्तुत किए गए कुछ दस्तावेजों की छाया प्रतियां –
यादव सिंह मामले की सीबीआई जांच यूपी सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोलेगी
डॉ. नूतन ठाकुर : मेरे द्वारा इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में दायर पीआईएल पर नॉएडा के इंजीनियर यादव सिंह मामले की सीबीआई जाँच के आदेश हो गए. अखिलेश सरकार ने सीबीआई जांच रोकने को एड़ी-चोटी लगा लिया और स्वयं महाधिवक्ता कई दिन इसका विरोध करते रहे पर अंत में कोर्ट ने मेरी प्रार्थना स्वीकार की. यह स्थिति अखिलेश सरकार की वास्तविक भष्ट लोगों के प्रति सहानुभूति को दिखाता है. अब ये जांच यूपी सरकार के भ्रष्टाचार की पोल खोलेगी.
व्यापमं : सीबीआई जांच शुरू होते ही क्लीन चिट की हड़बड़ी
व्यापमं महाघोटाले की जांच जैसे ही सीबीआई के हाथों में सुप्रीम कोर्ट ने सौंपी, तब से ही मध्यप्रदेश से लेकर दिल्ली तक भाजपा में जबरदस्त बेचैनी साफ देखी और महसूस की जा सकती है। अपने मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान को बार-बार क्लीन चिट देने की हड़बड़ी भी साफ नजर आ रही है और व्यापमं से जुड़े सवालों के जवाब देने के लिए भाजपा ने अपने केन्द्रीय और राज्य मंत्रियों को मैदान में उतारा है, लेकिन सवाल यह है कि आखिर सीबीआई जांच शुरू होते ही क्लीन चिट देने की ये हड़बड़ी क्यों है?
शिवराज जी, जिम्मेदारी तो बनती है
व्यापमं महाघोटाले में देर से ही सही मगर अब देशव्यापी हल्ला मचा है… हम जैसे स्थानीय पत्रकारों को तो इस महाघोटाले की जानकारी पहले से ही थी और अपने स्तर पर इसे उजागर भी करते रहे मगर मध्यप्रदेश में चूंकि विपक्ष यानि कांग्रेस अत्यंत ही निकम्मा और नकारा रहा है, जिसके चलते वह कभी भी व्यापमं जैसे महाघोटाले को जोर-शोर से उठा ही नहीं पाया और नई दिल्ली में भी इसका हल्ला नहीं मचा सका।
सुप्रीम कोर्ट का अहम फैसला : व्यापमं के सारे मामले सीबीआई को सौंपे, राज्यपाल को भी नोटिस
नई दिल्ली : व्यापमं मामले पर अहम फैसला लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने सारे मामले सीबीआई को सौंप दिए हैं। हालांकि ये जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में होगी या नहीं, इसके लिए कोर्ट ने सीबीआई से 24 जलाई तक जवाब मांगा है।
व्यापमं घोटाले की सीबीआई जांच कराने को तैयार हुए सीएम शिवराज सिंह चौहान, हाईकोर्ट से करेंगे सिफारिश
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान व्यापमं घोटाले की सीबीआई से जांच कराने का घोषणा कर दी है। प्रदेश सरकार इसके लिए हाईकोर्ट में सिफारिश करेगी। गत दिनो इसी घोटाले की कवरेज करने मध्य प्रदेश गए आज तक के रिपोर्टर अक्षय सिंह की संदिग्ध हालात मे जान चली गई थी। अब तक लगभग 46 लोग इस घोटाले के षड्यंत्रकारियों के खूनी कारनामों की भेट चढ़ चुके हैं। चौहान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि मैं रातभर नहीं सोया और जागता रहा। उन्होंने कहा कि मेरा निवेदन है कि सीबीआई से जांच कराई जाए। उनका कहना है कि व्यापम घोटाले की सीबीआई जांच के लिए वो हाईकोर्ट से अपील करेंगे।
जगेन्द्र प्रकरण : याचिकाकर्ता सतीश जैन और दिल्ली के पत्रकार विशेष ध्यान दें
मैं हमेशा कहता हूँ कि अच्छा, बुरा कुछ नहीं होता। अति ही बुराई है। सद्कर्म की भी अति हो जाये, तो परिणाम नकारात्मक ही आता है। आप आगे को भागिए और भागते रहिये, तो एक दिन लौट कर वहीं आ जायेंगे, जहां से चले थे, ऐसे ही पीछे को दौड़ने पर होगा। पीछे को दौड़ने वाला भी रुके न, तो वो भी एक दिन वहीं आ जायेगा, जहां से भागा था, इसीलिए बीच की अवस्था को शिखर कहा जाता है, संतुलन जीवन की सर्वश्रेष्ठ अवस्था है। शिखर पर ठहरे रहना होता है, मतलब संतुलन बनाये रखना होता है, लेकिन कोई शिखर पर पहुंचने के बाद भी संतुलन न बना सके, तो उस पार नीचे जाने का ही रास्ता होता है फिर। खैर, मन धर्म-अध्यात्म और कर्म पर चर्चा का नहीं है। मन है शाहजहांपुर के पत्रकार जगेन्द्र कांड पर बात करने का। इस प्रकरण में भी समाजसेवा की थोड़ी अति हो गई, जिससे परिणाम अपेक्षित नहीं आ पा रहा है। लखनऊ के चर्चित अधिवक्ता प्रिंस लेनिन ने उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ में ही गहन अध्ययन के बाद जगेन्द्र प्रकरण में जनहित याचिका दायर की थी, जिस पर सरकार से जवाब माँगा गया। आशा थी कि बहस के बाद सीबीआई जांच के आदेश हो जायेंगे, उससे पहले दिल्ली के पत्रकार सतीश जैन ने उच्चतम न्यायालय में जनहित याचिका दायर कर दी, जिस पर उच्चतम न्यायालय ने केंद्र और प्रदेश सरकार से जवाब माँगा है।
अखिलेश सरकार सीबीआई से नहीं कराएगी जगेंद्र हत्याकांड की जांच, अब हाईकोर्ट की सुनवाई का इंतजार
शाहजहांपुर के पत्रकार जगेंद्र सिंह हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग को प्रदेश सरकार ने ठुकरा दिया है। अब देश-प्रदेश के आंदोलित पत्रकारों और संगठनों की निगाह 25 जून को इस मामले की हाईकोर्ट में होने वाली सुनवाई पर टिकी हैं। हत्याकांड का मुख्य आरोपी प्रदेश सरकार का एक आरोपी राममूर्ति वर्मा के होने से इस मांग को ठुकराए जाने की मुख्य वजह माना जार हा है। हत्याकांड में कोतवाली प्रभारी समेत पांच पुलिस वाले भी अभियुक्त हैं। उन्हें निलंबित कर दिया गया है लेकिन एक भी हत्यारोपी अब तक गिरफ़्तार नहीं किया गया है।
शाहजहांपुर में धरने पर बैठे पत्रकार जगेंद्र सिंह के पत्नी बच्चे व अन्य
जगेंद्र हत्याकांड : राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, गृहमंत्री से सीबीआई जांच की गुजारिश
वाराणसी : सोशल मीडिया जर्नलिस्ट अवनिन्द्र कुमार सिंह ने पत्रकार जगेंद्र सिंह मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री राजनाथ सिंह, उच्च न्यायालय इलाहाबाद के मुख्य न्यायाधीश, राज्यपाल राम नाइक और उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ को पत्र लिख कर मांग की है कि सीबीआई जांच कराई जाए, तभी ऐसे क्रूरतम कृत्य की सच्चाई सामने आएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति नहीं होगी।
पत्रकार जगेन्द्र की हत्या की हो सीबीआई जांच-आइपीएफ
लखनऊ : शाहजंहापुर के पत्रकार जगेन्द्र सिंह की जिंदा जलाकर हत्या कर दिए जाने पर आल इण्डिया पीपुल्स फ्रंट (आइपीएफ) ने गहरा दुख व्यक्त किया है। आइपीएफ के राष्ट्रीय संयोजक अखिलेन्द्र प्रताप सिंह ने आज जारी बयान में कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार अजेय नहीं है और उसे जनमत का सम्मान करना चाहिए। यह अफसोसनाक है कि पत्रकार की हत्या के इतने दिन बीत जाने के बाद भी पिछड़ा वर्ग कल्याण राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा को सरकार अपने मंत्रिमण्डल में बनाए हुए है और जिन पुलिसकर्मियों के विरुद्ध एफआईआर दर्ज है, उन्हें निलंम्बित तक नहीं किया गया है।
जगेंद्र हत्याकांड से यूपी के पत्रकारों में रोष, सीबीआई जांच की मांग
गाजीपुर (उ.प्र.) : शाहजहांपुर के पत्रकार जगेंद्र सिंह हत्याकांड पर यहां विरोध प्रकट करते हुए पत्रकारों ने कचहरी कैम्प कार्यालय पर शोकसभा की। बैठक में पत्रकारों ने इसे चौथे स्तम्भ पर करारा आघात करार दिया। पत्रकारों ने राज्यमंत्री राममूर्ति वर्मा और कोतवाल श्रीप्रकाश राय के विरुद्ध दण्डात्मक कार्रवाई की मांग के साथ ही घटना की जांच सीबीआई से कराने, परिजनों को सुरक्षा मुहैया कराने, नौकरी के साथ 50 लाख रूपये का मुआवजा एवं जगेंद्र के बच्चों को निःशुल्क शिक्षा दिए जाने की मांग की है।
जगेंद्र हत्याकांड के विरोध में प्रभारी जिलाधिकारी को ज्ञापन देते गाजीपुर के पत्रकार
प्रसार भारती के छह आला अफसरों के खिलाफ जांच करेगी सीबीआई
सीबीआई प्रसार भारती के छह बड़े अधिकारियों के खिलाफ जांच करेगी। डिप्टी डायरेक्टर जनरल से लेकर प्रोग्राम के एग्जिक्यूटिव प्रोड्यूसर तक जांच के दायरे में हैं। ‘द एशियन एज’ के मुताबिक केंद्रीय सतर्कता आयोग श्रीनगर में दूरदर्शन केंद्र के संचालन में बड़े पैमाने पर गोलमाल मिलने के बाद इस मामले में सक्रिय हुआ है।
दिल्ली के पत्रकार हत्या कांड में मुख्य आरोपी को सीबीआई ने दबोचा
नई दिल्ली : सीबीआई ने स्वतंत्र पत्रकार चंद्रिका राय और उनके परिवार के तीन सदस्यों की 2012 में हुयी हत्या के मामले में मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
यादव सिंह केस : 14 जुलाई को सीबीआई जाँच पर फैसला
यादव सिंह मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा दायर पीआईएल में आज राज्य सरकार ने प्रमुख सचिव, अवस्थापना और औद्योगिक विकास महेश कुमार गुप्ता द्वारा उदय सिंह कुमावत, संयुक्त सचिव, वित्त मंत्रालय, भारत सरकार को भेजे पत्र दिनांक 06 अप्रैल 2015 की प्रति प्रस्तुत की.
अश्लील एमएमएस बनाने वाला देश का सबसे बड़ा गिरोह सीबीआई की गिरफ्तार, 500 से ज्यादा क्लिप बरामद
सीबीआई ने पोर्न क्लिप और अश्लील एमएमएस बनाकर वेबसाइट तथा सोशल मीडिया में जारी करने वाले देश के सबसे बड़े गिरोह का पर्दाफाश किया है. इसके सरगना को बंगलुरु से हिरासत में लिया गया है. उससे पास से 500 से अधिक पोर्न क्लिप मिली हैं, जिनमें महिलाओं के साथ ही बच्चों को भी आपत्तिजनक स्थिति में दिखाया गया है.
कोल एवं मीडिया उद्यमी नवीन जिंदल के खिलाफ सीबीआई ने दाखिल की चार्जशीट
सीबीआई ने उद्योगपति नवीन जिंदल पर आरोप लगाया है कि यूपीए शासन के दौरान झारखंड में एक कोयला खदान हासिल करने में उन्होंने भ्रष्टाचार किया और गलत तथ्य पेश किए। सीबीआई ने जिंदल, यूपीए सरकार में कोयला राज्य मंत्री रहे दासारी नारायण राव, झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा और पूर्व कोयला सचिव एच सी गुप्ता सहित 10 लोगों के खिलाफ दिल्ली की स्पेशल सीबीआई कोर्ट में चार्जशीट पेश की। 54 पेज की चार्जशीट में सीबीआई ने कहा है कि जिंदल और उनकी कंपनी जिंदल स्टील-पावर लिमिटेड ने 2007 में अमरकोंडा मुर्गाडांगल कोल ब्लॉक हासिल करने के लिए न केवल राव को रिश्वत दी थी, बल्कि अपनी कंपनी के बारे में गलत तथ्य भी पेश किए थे, जिन्हें तत्कालीन कोयला सचिव गुप्ता की अध्यक्षता वाली स्क्रीनिंग कमेटी ने नजरंदाज कर दिया था।
यादव सिंह केस : यूपी सरकार ने स्वीकारी सीबीआई जांच की चिट्ठी
लखनऊ : यादव सिंह मामले में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच में सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा दायर पीआईएल में उत्तर प्रदेश सरकार ने वित्त मंत्रालय, भारत सरकार के मुख्य सचिव, उत्तर प्रदेश को भेजे पत्र दिनांक 24 फ़रवरी 2015 की प्राप्ति मंजूर कर ली है, जिसमें भारत सरकार ने उत्तर प्रदेश सरकार से काले धन पर बने एसआईटी के आदेशों पर यादव सिंह मामले के सभी अभिलेख सीबीआई को देने के निर्देश दिए हैं.
दिल्ली में कई मंत्रालयों पर सीबीआई छापा
दिल्ली : केंद्र सरकार के मंत्रालयों में कारपोरेट घरानों की जासूसी के मामले को लेकर सीबीआई ने गुरुवार 12 मार्च को दोपहर बाद दिल्ली में कई मंत्रालयों पर दनादन छापे मारे। सूत्रों के मुताबिक सीबीआई को कुछ मंत्रालयों से संवेदनशील दस्तावेजों की चोरी की सूचना मिली थी। छापेमारी में दस्तावेजों के अलावा 60 लाख रुपये भी बरामद …
NDTV’s involvement in 2G scam: Former CJI asks for CBI probe
India Rejuvenation Initiative, a committee led by former Chief Justice of India R.C. Lahoti has asked Prime Minister Narendra Modi for a CBI probe into NDTV’s involvement in the 2G scam. India Rejuvenation Initiative is an Indian anti-corruption organization formed by a group of retired and serving bureaucrat.
Yadav Singh Case : UP Govt vociferously opposes CBI enquiry
In the PIL filed by social activist Dr Nutan Thakur, today the UP government vociferously opposed CBI enquiry in Yadav Singh case before Lucknow bench of Allahabad High Court. Advocate General Vijay Bahadur Singh, appearing on behalf of the State government, said that the government has already appointed Justice A N Verma enquiry commission, which is sufficient by itself. He said the government will think of CBI enquiry only if the enquiry commission recommends so.
पीएसीएल ने भारतीय तंत्र को दिखाया ठेंगा, पाबंदी के बावजूद जमकर उगाही जारी
चिटफंड कंपनी पीएसीएल को हजारों करोड़ रुपये का फ्रॉड करने के कारण भले ही सरकारी सिस्टम चौतरफा शिकंजे में लिए हो लेकिन इस कंपनी की सेहत पर कोई असर पड़ता दिख नहीं रहा है. कंपनी के मालिक निर्मल सिंह भंगू के अघोषित आदेश के कारण पीएसीएल का पैसा उगाही अभियान जोरों पर जारी है. एक ताजे आंतरिक सर्वे में पता चला है कि इस कंपनी ने बिहार, यूपी, राजस्थान, मध्य प्रदेश समेत भारत के बहुत बड़े हिस्से में निवेशकों को बरगलाकर पैसे जमा कराने का काम जारी रखा हुआ है.
(राजस्थान का कोटा शहर. यहां चिटफंड कंपनी पीएसीएल का चमचमाता बड़ा सा आफिस बीच शहर में जोर शोर से चालू है. यहां हर रोज लाखों रुपये निवेशकों का जमा कराया जाता है. पीएसीएल के एजेंट स्थानीय लोगों को लंबे चौड़े सपने दिखाकर पैसे जमा कराते हैं और खुद भारी भरकम कमीशन खाते हैं. यह खेल पूरे देश में जारी है. हालांकि सेबी, सुप्रीम कोर्ट समेत कई एजेंसियों संस्थाओं ने इस कंपनी पर पाबंदी लगाकर निवेशकों से पैसे जमा कराने पर रोक लगा दी है और पहले जमा कराए गए पैसे लौटाने को कहा है. पर पीएसीएल के कर्ताधर्ता भारतीय तंत्र को धता बताकर अपना धंधा जारी रखे हुए हैं.)
Yadav Singh case : Noida Authority’s double face exposed
The counter affidavit filed by Noida Development Authority in the PIL filed by social activist Dr Nutan Thakur before Allahabad High Court in Yadav Singh case, completely exposes the leniency shown to him. The affidavit filed by General Manager Bipin Gaur tries to shield itself completely by stating that the PIL seeks steps solely from the State government and the Authority has nothing to do with it.
दो बड़े अफसरों ने मतंग सिंह की गिरफ्तारी को रोकने का प्रयास किया था, जांच शुरू
: मतंग सिंह की गिरफ्तारी में अधिकारियों की भूमिका की जांच : केंद्रीय गृह मंत्रालय में एक शीर्ष नौकरशाह और सीबीआई में एक संयुक्त निदेशक जांच के दायरे में हैं जिन्होंने सारदा घोटाला मामले में कुछ दिनों पहले गिरफ्तार हुए पूर्व कांग्रेसी मंत्री मतंग सिंह की गिरफ्तारी को कथित रूप से रोकने का प्रयास किया था . एजेंसी के सूत्रों ने बताया कि समझा जाता है कि सीबीआई ने इस सिलसिले में प्रधानमंत्री कार्यालय को एक रिपोर्ट भेजी है.
मतंग सिंह की बुढ़ौती वैसे ही खराब हो गई जैसे महुआ वाले तिवारी जी की खराब हुई….
Yashwant Singh : तभी तो कहूं कि ये कथित राजा साहब उर्फ मतंग सिंह इतना मौज कइसे मारता रहा लाइफ में. एक लाइन शुद्ध हिंदी बोल न पाने वाला मतंग सिंह अपने करामाती हरामी दिमाग से अरबों खरबों अपने चरणों में गिराता रहा और सत्ता के बड़े बड़े लोगों को अपने कोठे पर बुलाकर ओबलाइज करता कराता रहा… इसने अपने घर आफिस हरम में तब्दील कर रखा था.. दर्जनों लड़कियों महिलाओं पर इसकी नजरें एक साथ होती थी.. गंदी गंदी बातें करता था … अंदरखाने राजनीति इस कदर खेलता कि बड़े बड़े खिलाड़ियों को पसीना छूटने लगता… अब पता चला है कि इसने काफी काला पीला किया था… चलो, जवानी तो इस बंदे ने लूटते हुए हंसी खुशी काट दी लेकिन बुढ़ौती बेचारे की बर्बाद हो गई… कुछ कुछ वैसे ही जैसे महुआ चैनल वाले तिवारी जी आजकल बुढ़ौती में तिहाड़ की रोटी खा रहे हैं… मीडिया के पापियों का नाश होने लगा है… सचमुच.
कई चैनलों के मालिक पूर्व केंद्रीय मंत्री मतंग सिंह सारधा घोटाले में अरेस्ट
https://bhadas4media.com/article-comment/3530-matang-arrest
आईपीएस पर रेप का फर्जी आरोप लगाने वाली महिला का पति समाजवादी पार्टी का नेता निकला
: सीबीआई जांच की मांग : मेरे और मेरे पति अमिताभ ठाकुर पर गाज़ियाबाद की एक महिला द्वारा लगाए गए पूर्णतः फर्जी बलात्कार के आरोपों में आज हमें महत्वपूर्ण जानकारी हासिल हुई. यह ज्ञात हुआ कि खुद को गरीब असहाय कहने वाली इस महिला के पति ‘वरिष्ठ’ सपा नेता हैं जो मोहल्ले में काम लायक रसूख और पहचान रखते हैं. इस तथ्य के सामने आने के बाद पूरे केस की वस्तुस्थिति देखते हुए मुझे पूर्ण विश्वास हो गया है कि यह षडयंत्र मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति द्वारा उनके खिलाफ चल रही जांच में डराने और फंसाने के लिए कराया गया है.
यादव सिंह मामले की सीबीआई जांच कराने के लिए पीआईएल में नोटिस जारी
सामाजिक कार्यकर्ता डॉ नूतन ठाकुर द्वारा यादव सिंह प्रकरण की सीबीआई जांच के लिए दायर पीआईएल में इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ बेंच ने केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार तथा सीबीआई को नोटिस जारी कर जवाब देने को कहा है. मामले की अगली सुनवाई 20 जनवरी 2015 को होगी. चीफ जस्टिस डॉ डी वाई चंद्रचूड़ और जस्टिस मनोज मिश्र की बेंच ने डॉ ठाकुर के अधिवक्ता अशोक पाण्डेय की दलील सुनने के बाद इनकम टैक्स विभाग और ईडी को भी अब तक की कार्यवाही का ब्यौरा देने को कहा है. साथ ही नॉएडा अथॉरिटी को अपना पक्ष रखने को कहा गया है. कोर्ट ने यादव सिंह को भी पार्टी बनाने के निर्देश दिए.
महुआ वाले पीके तिवारी फिर हुए अरेस्ट, सीबीआई ने तिहाड़ जेल भेजा
कई तरह के घपलों, घोटालों, फ्राड और अनियमितताओं के आरोपी महुआ चैनल के मालिक पीके तिवारी के फिर से गिरफ्तार होने की सूचना आ रही है. सूत्रों के मुताबिक पीके तिवारी को सीबीआई की टीम ने दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट के बाहर पकड़ा. दरअसल तिवारी जी अंतरिम जमानत के लिए पटियाला हाउस कोर्ट जा रहे थे. उसी दौरान सीबीआई की टीम ने उनको घेर कर गिरफ्तार कर लिया. उन्हें तिहाड़ जेल भेज दिया गया है.
सीबीआई रिपोर्ट में हुआ खुलासा, पत्रकार सुशील पाठक को दो पिस्तौलों से गोली मारी गयी थी
बिलासपुर। पत्रकार सुशील पाठक हत्याकाण्ड की जांच कर रही सीबीआई ने हाईकोर्ट में जवाब पेश कर दिया है। शपथ पत्र में सीबीआई ने कहा है कि जांच किसी भी प्रकार का कोई दबाव नहीं है। रिश्वत लेने वाली जांच टीम को पूरी तरह बदल दिया गया है और नई टीम जांच कर रही है। अभी तक 78 लोगों के बयान हुए है और जांच ठोस स्थिति में है।
इंडिया टीवी एंकर तनु शर्मा प्रकरण पर उत्तर प्रदेश सरकार को एनएचआरसी ने भेजा नोटिस
: यौन उत्पीड़न व इंडिया टीवी, कारपोरेट और राजनेताओं के बीच गठजोड़ पर जेयूसीएस की शिकायत पर जांच शुरू : लखनऊ । इंडिया टीवी एंकर तनु शर्मा प्रकरण पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की तरफ से उत्तर प्रदेश शासन को भेजे गए नोटिस पर कोतवाली कैसर बाग, लखनऊ के जांच के अधिकारी ने आज जर्नलिस्ट्स यूनियन फार सिविल सोसाइटी (जेयूसीएस) के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य अनिल यादव से लाटूश रोड, लखनऊ स्थित कार्यालय पर मुलाकात की। अनिल यादव ने बताया कि उन्होंने तनु शर्मा प्रकरण और उससे उभरने वाले सवालों जिनमें इंडिया टीवी, कारपोरेट और राजनेताओं के बीच अनैतिक गठजोड़ के पूरे प्रकरण की सीबीआई से जांच कराने की मांग को फिर से जांच अधिकारी के सामने दोहराया। उन्होंने यूपी सरकार से मांग की कि वो इस पूरे प्रकरण पर सीबीआई जांच की संस्तुति करे।