Deshpal Singh Panwar : बड़े सरकार आज मेरठ की धरती पर दहाड़ रहे थे -है कोई कलंक मेरे माथे पर-बिना किसी की सुने खुद ही फैसला सुना रहे थे-नहीं है ना। तो सुनिए मैं बताता हूं आपके माथे पर कलंक क्या-क्या हैं, ना तो अाप मानेंगे और ना ही आपके चेले फिर भी–
आपकी नोटबंदी के कारण सौ से ज्यादा लोगों ने लाइन में दम तोड़ा-ये कलंक है आपके माथे पर -उनके घर वालों से पूछ लीजिए।
लाखों लोग बेरोजगार हो गए, धंधे बंद हो गए, देश की हालत खस्ता हो गई वो आपके माथे पर कलंक है-किसी से पूछ लीजिए।
सीमा पर जो जवान शहीद हुए आपके राज में वो कलंक है आपके माथे पर-उनके घर वालों से पूछ लीजिए। पठानकोट समेत कई जगह जो आतंकी हमले हुए वो कलंक है आपके माथे पर।
राजस्थान, एमपी, छत्तीसगढ़ में आपकी सरकार के समय में जो घपले-घोटाले हुए और आप चुप्पी साधे बैठे रहे, ये कलंक है आपके माथे पर।
गिनाने को 10-20 और कलंक गिना सकता हूं लेकिन आपने तो केवल एक पूछा था… अगर आपके चेले और जानना चाहते हैं तो वो भी बता सकता हूं।
मेरठ के रहने वाले और देश के कई शहरों / प्रदेशों में संपादक के रूप में कार्य कर चुके वरिष्ठ पत्रकार देशपाल सिंह पंवार की एफबी वॉल से.