बालाघाट (म.प्र.) : पत्रकारों का जैसा हाल उत्तर प्रदेश में, वैसा ही कमोबेश मध्य प्रदेश में भी। पिछले दिनों निर्ममता से मौत के घाट उतारे गए पत्रकार संदीप कोठारी के हत्यारोपियों को पुलिस कटंगी थाने में वीआईपी की तरह सेवाएं दे रही है। लॉकप के बाहर आराम से कूलर की हवा में पलंग पर आरोपी सोते देखे गए। संदीप के परिजनों का कहना है कि ऐसी स्थिति में पुलिस से उचित कार्रवाई की उम्मीद कैसे की जा सकती है। पुलिस का यही रवैया रहा तो वो सामूहिक आत्महत्या कर लेंगे।
गौरतलब है कि विशाल तांडी और राकेश नर्सवानी को पत्रकार संदीप कोठारी हत्याकांड के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। ये थाने में चैन की बंसी बजा रहे हैं। कटंगी थाने से लीक हुए एक तस्वीर में विशाल तांडी पलंग पर आराम से बैठा और राकेश नर्सवानी चादर ओढ़कर सोता हुआ नजर आ रहा है।
सवाल उठता है कि आखिर क्यों लोकल पुलिस हत्यारोपियों की तीमारदारी में लगी है। पुलिस रिमांड के दौरान उन्हें थाने में पलंग, गद्दा, कूलर समेत सभी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। उसका गुर्गा विशाल टांडी भी उसके साथ रिमांड में ऐश कर रहा है। थाने की फोटो संदीप कोठारी के परिवारजनों ने जारी किए हैं। हत्यारोपियों के लिए पुलिस ने थाने को जैसे होटल में तब्दील कर दिया है।
कटंगी थाना प्रभारी संजय चौकसे का कहना है कि तस्वीर में जो व्यक्ति सोया हुआ नजर आ रहा है वह राकेश नर्सवानी नहीं बल्कि एक सिपाही है। रोजाना पांच सिपाहियों की ड्यूटी लगती है, जिनमें दो हवलदार और तीन सिपाही होते हैं। जिसकी डियूटी नहीं लगी थी, वही सिपाही वहां सोया हुआ था। विशाल टांडी को जेल से बाहर लेकर आये हैं, इसी से उसे बाहर रखा गया है। थाने के लॉकअप में कीड़े-मकोड़े होने से राकेश नर्सवानी को भी बाहर रखा गया।