जयपुर स्थित निम्स यूनिवर्सिटी के चेयरमैन और ‘न्यूज इंडिया’ नामक चैनल के मालिक डॉ. बलवीर सिंह तोमर पर छात्रा के साथ दुष्कर्म करने की कोशिश का मामला सामने आया है. छात्रा रांची की रहने वाली है. डॉ. तोमर के खिलाफ छह फरवरी को रांची के चुटिया थाने में भादवि की धारा 376 (सी), 511, 354, 354(ए), 356बी और 506 के तहत कांड संख्या 29-15 दर्ज किया गया है. सब इंस्पेक्टर बीपी सिंह मामले के अनुसंधानकर्ता बनाए गए हैं. डॉ. बलवीर सिंह तोमर न्यूज़ इंडिया नामक चैनल के मालिक भी हैं। ये चैनल राजस्थान में चलता है। अगले कुछ दिनों में इस चैनल के विस्तार के लिए दिल्ली में भी इंटरव्यू करने की तैयारी है। इस चैनल की नौकरी में महिलाओं को प्रमुखता दी जाती है।
पता चला है कि चार फरवरी की शाम पीड़ित छात्रा जयपुर के चंदवाजी थाना क्षेत्र स्थित यूनिवर्सिटी कैंपस से निकलकर जयपुर शहर पहुंची। वहां से अपने पापा को फोन कर चेयरमैन की हरकतों की जानकारी दी। साथ ही यह भी बताया कि वह दिल्ली पहुंच रही है। लड़की ने पिता से रांची के लिए जहाज का टिकट मंगवाया। पांच फरवरी को छात्रा रांची पहुंची। घटना से आहत पीड़िता कहती है- ”दर्जनों लड़कियों की अस्मत से खेलने वाले तोमर के खिलाफ वह अंतिम दम तक लड़ाई लड़ेगी।”
20 वर्षीय छात्रा निम्स यूनिवर्सिटी के पैरा मेडिकल कॉलेज में बैचलर ऑफ रेडियेशन एंड इमेजिंग टेक्नोलॉजी की द्वितीय वर्ष की छात्रा है। वह बताती है कि डॉ. तोमर एक कार्यक्रम में पिछले 25 अक्टूबर को रांची के एक होटल में आए थे। वह भी आपने पापा के साथ वहां गई थी। कार्यक्रम के बाद तोमर ने बुलाकर कहा कि उसे स्टूडेंट एक्सचेंज प्रोग्राम के तहत यूरोप भेजना चाहते हैं। इस विषय में कुछ बातचीत करनी है, थोड़ी देर रुको।
पापा को कुछ जरूरी काम था इसलिए वे चले गए। थोड़ी देर बाद तोमर ने उन्हें अपने कमरे में बुलाया और कहा मैं तुम्हारा कैरियर बनाना चाहता हूं। इसके बाद बगल में बैठ गए और जोर जबरदस्ती करने लगे। विरोध करने पर तुरंत छोड़ दिया। तोमर की उम्र करीब 70 साल है। पीड़िता ने बताया कि छह नवंबर को वह रांची से जयपुर पहुंची। सात नवंबर को तोमर ने उसे अपने चैंबर में बुलाया और पुन: यूरोप की बात करने लगे। उसके बाद से उन्होंने कई बार शाम में अपने चैंबर में बुलाया और करियर बनाने की बात कहते रहे। वह शरीर के विभिन्न हिस्सों को छूकर प्यार भी दर्शाते थे। बुजुर्ग होने के कारण छात्रा उनकी बदनीयती नहीं समझ पाई। चार फरवरी को उन्होंने अपने मोबाइल से फोन किया और 47 मिनट बातचीत की। इसकी रिकार्डिंग सोनम ने पुलिस को दी है।
छात्रा का कहना है कि वह द्विअर्थी शब्दों का प्रयोग करते हुए उसे अपना इंटिमेट और कांफिडेंशियल बनने को कहा। उन्होंने अपनी शारीरिक भूख पूरी करने का इशारा भी किया। इससे छात्रा को समझ में आ गया कि वह शारीरिक शोषण करना चाहते हैं। इसके बाद छात्रा यूनिवर्सिटी छोड़कर रांची आ गई।
प्राथमिकी में छात्रा ने आरोप लगाया है कि यूनिवर्सिटी के चेयरमैन बीएस तोमर यौन शोषण कर कई लड़कियों की जिंदगी बर्बाद कर चुका है। उनके खिलाफ पहले भी एफआईआर दर्ज है। अपनी ऊंची पहुंच और पैसे के बल पर वह अब तक बचता रहा है। उन्हें जब पीड़ित लड़की के रांची जाने की खबर मिली, तो छात्रा और उसके पापा को करोड़ों रुपये का लालच दिया। नहीं मानने पर जान से मारने की धमकी भी दी। इस घटना से छात्रा घबराहट में है।
डॉ. तोमर के खिलाफ यौन शोषण के मामले पूर्व में भी दर्ज हो चुके हैं। निम्स यूनिवर्सिटी में ही काम करने वाली एक 25 वर्षीय युवती ने आरोप लगाया था कि तोमर ने उसे रुपए और हवाई जहाज का टिकट देते हुए अहमदाबाद चलने के लिए कहा था। फाइव स्टार होटल में कमरा बुक करा लिया। खुद अहमदाबाद पहुंच गए, लेकिन युवती नहीं गई। युवती ने चंदवाजी थाने में मामला दर्ज करा दिया। पुलिस जांच में स्पष्ट हुआ कि युवती के नाम से हवाई यात्रा का टिकट कटा था और रूम भी बुक कराया गया था। इसी प्रकार तोमर ने एक रिसेप्शनिस्ट का यौन शोषण करने का प्रयास किया। वह थाने गई, लेकिन पुलिस ने प्राथमिकी दर्ज नहीं की। वह महिला आयोग गई, तो मामला दर्ज हुआ था। डॉ. तोमर के खिलाफ छह फरवरी को चुटिया थाने में भादवि की धारा 376(सी), 511, 354, 354(ए), 356बी और 506 के तहत कांड संख्या 29-15 दर्ज किया गया है। सब इंस्पेक्टर बीपी सिंह मामले के अनुसंधानकर्ता बनाए गए हैं।
Bijay singh
March 2, 2015 at 9:32 am
safedposh se sawdhan rahen aur jamkar virodh karen.