शाहजहांपुर। चार वर्ष पूर्व बंडा थाना इलाके में मिली लडकी की अर्धनग्न लाश की शिनाख्त शाहजहांपुर के विनोबा आश्रम में रहकर पढाई करने वाली रन्जना के रूप में हुई थी। उस वक्त पीएम रिपोर्ट में रन्जना की मौत का कारण दुर्घटना आया था। लेकिन अब मामले में कुछ और ही निकलकर सामने आ रहा है। यह दुर्घटना नहीं बलात्कार था। यह खुलासा किसी और का नहीं बल्कि विनोबा आश्रम में काम करने वाले एक कर्मचारी का है।
उसके अनुसार जिस दिन उस लड़की की मौत हुई थी उस समय वह वहीं पर मौजूद था। गवाह के मुताबिक वह चार साल से बहुत परेशान हैं क्योकि उस लडकी की रुह उसको परेशान कर रही है। वह बार-बार उससे न्याय की गुहार लगा रही है। गवाह के मुताबिक उसके भीतर एक डर बैठ चुका है कि यह खुलासा करने के बाद कहीं उसे आरोपी मरवा न दें। लेकिन इसके बाद भी वह सच बोलना चाहता है. उसने बताया कि जिस दिन उस लडकी की मौत हुई थी उस दिन रमेश भैया का पूरा परिवार फर्रुखाबाद में शादी में गया हुआ था. उसी दिन उनका खास व्यक्ति आया जो कि काफी दिन से इस लड़की के साथ छेड़खानी कर रहा था। लडकी ने कई बार अपनी माँ को रो-रो कर अपनी आपबीती बताई थी। उस दिन भी वह व्यक्ति अपने दोस्तों के साथ आश्रम पर आया और उसने लड़की को अकेला पाकर उसके साथ रेप किया और अपने दोस्तों के आगे परोसने की भी कोशिश की। जब लडकी घबडाकर भागी तो वह छत से नीचे गिर गयी और उसकी मौत हो गयी।
वह व्यक्ति ने उसको अपनी गाडी में डाल कर पांच जनवरी 2010 को बंडा थाना क्षेत्र के ग्राम सिकरहना-मानपुर मार्ग के समीप मानपुर पिपरिया निवासी विश्राम के गेंहू के खेत में फ़ेंक दिया और वापस आने पर गाडी का भी एक्सीडेंट हो गया। उस गाडी को भी गायब करवा दिया गया था। गॉव वालो ने जब लड़की का अर्द्धनग्न शव देखा तो शव को देखते ही लोगों ने अंदाजा लगाया कि लड़की की रेप के बाद हत्या की गई है। शव की पहचान नहीं हो पाई तो पुलिस ने अज्ञात में ही शव को पीएम के लिए भिजवा दिया। अगले दिन पोस्टमार्टम हाउस पर शव की शिनाख्त विनोबा सेवा आश्रम की छात्रा रंजना के रूप में हुई थी। वह आश्रम में ही हास्टल में रहकर आश्रम द्वारा संचालित स्कूल में पढ़ाई करती थी। वह नवीं कक्षा की छात्रा थी। रंजना पलिया खीरी अंतर्गत ग्राम चंदनचौकी निवासी दरोगा सिंह की बेटी थी। शव की शिनाख्त से विनोबा आश्रम में हड़कंप मच गया। गवाह का कहना है कि यदि जिले का कोई प्रशासनिक अधिकारी इस मामले को रीओपन कर सके तो वह सरकारी गवाह बनकर सारी सच्चाई न्यायालय को दे सकता है इसके लिए उसको पूरी सुरक्षा चाहिए।
पीएम रिपोर्ट में लडकी की मौत का कारण एक्सीडेंट बताया गया था यह बात सही है क्योकि लडकी की मौत छत से गिरने के कारण हुई थी। लेकिन उसमे लडकी की उम्र भी महज 14 वर्ष ही दशाई गई थी। जबकि गवाह ने यह भी बताया कि लडकी की उम्र उस वक्त करीब 19 वर्ष थी। आश्रम के एक खास ने पूरे मामले को मैनेज कर पचा लिया। इसके लिए उसे काफी रकम भी खर्च करनी पडी थी।
राजू मिश्रा की रिपोर्ट.
Ankit Mishra
February 5, 2019 at 10:56 am
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