शाहजहांपुर (उ.प्र.) के पत्रकार जगेंद्र सिंह हत्याकांड के आरोपी राज्यमंत्री राममूर्ति सिंह वर्मा और आरोपी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए सपरिवार धरने पर बैठीं सुमन धरना स्थल पर ही बेहोश होकर गिर पड़ीं। आनन-फानन में पास के डॉक्टरो की टीम बुलाकर उन्हें ग्लूकोज चढ़ाया गया, लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ। पल्स रेट डाऊन होने से उनकी हालत बिगड़ गई। डॉक्टर ने अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी, लेकिन परिवारवाले राजी नहीं हुए और धरनास्थल पर ही इलाज करने की जिद पर अड़े रहे। उधर, मंत्री के विरोधी एवं सपा से निष्कासित पूर्व विधायक और देवेंद्र पाल सिंह भी धरने पर बैठ गए हैं।
गौरतलब है कि जगेंद्र सिंह की मौत के मामले में अब तक राममूर्ति सिंह के खिलाफ कार्रवाई न होने पर परिवार वालों ने रविवार से घर के पास धरना प्रदर्शन शुरू किया है। उनकी मांग मुआवजा देने व जगेंद्र के दोनों बेटों को नौकरी देने की बई है। सोमवार को दूसरे दिन धरने पर बैठी जगेंद्र की पत्नी सुमन सिंह की हालत देर शाम अचानक बिगड़ गई। वह धरना स्थल पर ही बेहोश होकर गिर पड़ी। सुमन की हालत बिगड़ते ही मौके पर मौजूद अधिकारियों ने हड़कंप मच गया।
एसडीएम लालबहादुर ने मामले की जानकारी तुरंत सीएमओ को दी। सीएमओ के निर्देश पर खुटार के सरकारी अस्पताल से फार्मासिस्ट अखिलेश सिंह आदि मौके पर पहुंचे और सुमन के स्वास्थ्य की जांच की। उन्हें दवाएं आदि देकर ग्लूकोज लगाया गया है। अखिलेश सिंह का कहना है कि कई दिन से भोजन नहीं करने के कारण ब्लड प्रेशर लो होने के कारण कमजोरी और घबराहट के लक्षणों का इलाज किया जा रहा है।