यूपी में कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत खराब है. पूरे सूबे में जंगलराज कायम है. राजधानी लखनऊ हो या दिल्ली के करीब का जिला गाजियाबाद. हर कहीं बदमाश हावी हैं और पुलिस पर भारी पड़ रहे हैं. गाजियाबाद में टीवी पत्रकार के साथ जिस तरह की घटना हुई है वह रोंगटे खड़ा करने वाला है. क्रॉसिंग रिपब्लिक मोड़ के पास कट्टे और तमन्चे की नोक पर नोएडा में एक न्यूज चैनल में कार्यरत पत्रकार को हथियारबंद लुटेरों ने लूट लिया और उन्हें जंगल में पेड़ से बांधकर छोड़ दिया.
एक न्यूज चैनल में कार्यरत शिवम त्रिपाठी ने बताया कि वह आपने एक मित्र को छोड़कर अपनी कार से क्रॉसिंग रिपब्लिक से एनएच-24 के लिए आगे बढ़ रहे थे तभी उन्हें लुटेरों के गिरोह ने लूट लिया और रात भर डासना के जंगलों में पेड़ से बांध कर छोड़ दिया। लुटेरों ने उनसे मोबाइल-सैमसंग-नोट-3 नियो, तीन अंगूठियां, एक घड़ी ले लिया, एटीएम से 15 हजार रुपए निकाल लिए तथा वैगन आर कार भी ले गए।
शिवम ने बताया कि वह अपने मित्र को उसके घर छोड़ने के बाद अपनी कार से क्रॉसिंग रिपब्लिक से एनएच-24 के लिए आगे बढ़े तो देखा कि एक व्यक्ति सड़क के मोड़ पर बेसुध पड़ा हुआ है। उसे देखने के लिए जैसे ही गाड़ी से नीचे उतरे, वैसे ही तकरीबन 6-7 लोगों ने घेर लिया और कट्टा व तमंचों की बट्ट से मेरे सिर व हाथ पर वार करने लगे। इससे वे बुरी तरह से घायल हो गए और सर से खून निकलने लगा।
इसके बाद वे जबरन मेरी ही कार में बैठाकर डासना के जंगलों की तरफ ले गए। इस दौरान वे एटीएम का पासवर्ड पूछते रहे और मुझे जान से मारने की धमकी देते रहे। एटीएम का पासवर्ड जानने के बाद उन्होंने मेरे एकाउंट से तकरीबन 15 हजार रुपए निकाल लिए। इसके बाद पेड़ से बांध दिया और सुबह होने पर गांव वालों की मदद से मैं बच सका। विजय नगर थाने के क्रॉसिंग रिपब्लिक चौकी में इस घटना की एफआईआर लिखाई जा चुकी है।
उधर, कोटालपोखर से खबर है कि एक दैनिक अखबार के पत्रकार गणेश पांडे पर ट्रक मालिक ने जानलेवा हमला कर बुरी तरह घायल कर दिया. पत्रकार गणेश पांडे ने कोटालपोखर थाना में आवेदन देकर बताया है कि गुरुवार की देर शाम वे पाकुड़ से अपने घर मयूरकोला लौट रहे थे. इसी बीच विजयपुर गांव के समीप साइड मांगने पर ट्रक में सवार ट्रक मालिक संजय साहा ने गाड़ी से उतर कर अपने सहयोगियों के साथ गाली-गलौज करते हुए मारपीट करने लगा. साथ ही जान से मारने की नियत से बोल्डर से उनके सिर पर हमला किया. जिससे वह बुरी तरह घायल हो गया.
Diwan Singh BIsht
March 22, 2015 at 9:24 am
Ye to Ghaziabad mein rooj hota hi rahata hai… 2007 mein indirapuram mein mere saath bhi esa hi hua tha…. mujhe loot kar 7-8 lutare mujhe park mein baadh kar chale gaye the… jab main raat ko 1-2 baje indirapuram thane mein gaya to….. unhone mujhe 3 din tak fir nahi likhi … baad mein kisi tarah se pata laga ki indirapuram ke post ka sub inspecter unse mila tha… usne un logon se 10 hajar rupyee le kar unko chod diya tha…. agar local police ko bhi crime ka case un per bhi lage to kya majal is tarah ki ghatnaye ho…. ek patrakar hone ke saath mere us patrakar ke prati puri samvadana hai…. per ye ghaziabad hai bhai…. yaha gunda raaj chalta hai…