अलीपुरद्वार (सिलीगुड़ी) : संदिग्ध हालात में पत्रकार चयन सरकार के बरामद होने के साथ उनके लापता होने को लेकर तरह तरह की अटकलों पर विराम लग गया। विगत रात यहां के कूचबिहार बस स्टैंड से पुलिस ने उन्हें बरामद किया। जबकि प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चार पांच अज्ञात लोग चयन को वाहन से छोड़ गए। शनिवार को सीआइडी ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। यद्यपि चयन के लापता और बरामद होने का घटनाक्रम अब भी तरह तरह के सवाल पैदा कर रहा है। गौरतलब है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा था कि चयन जल्द मिल जाएंगे।
गौरतलब है कि विगत 28 जुलाई को अलीपुरद्वार में तृणमूल युवा कांग्रेस पर लिखी एक रिपोर्ट के खिलाफ संगठन के पथावरोध के बाद चयन के मकान पर कथित रुप से तृणमूल समर्थकों ने हमला किया था। इस मामले में चयन सरकार ने अलीपुरद्वार थाने में शिकायत दर्ज कराई थी जिसमें नौ लोगों को नामजद किया गया था। एसपी के मुताबिक उसमें से केवल आठ को गिरफ्तार किया गया। एक की गिरफ्तारी नहीं किए जाने के विरोध में चयन सरकार ने थाने के सामने आमरण अनशन करने का कार्यक्रम बनाया था। उसके बाद से ही वह लापता हो गए थे।
सिलीगुड़ी में सीआइडी प्रभारी एसपी सुनील यादव के मुताबिक अपने एक पत्रकार सहकर्मी की मदद से चयन रात 8:55 मिनट पर दो अगस्त को अलीपुरद्वार के निकट सलसलाबाड़ी से लापता हुए थे। वह पारिवारिक अशांति की वजह से अवसाद से गुजर रहे थे। शांति की तलाश में वह उसी रोज कामाख्यागुड़ी से ट्रेन पर सवार होकर गुवाहाटी गए थे। लेकिन उनके पास केवल 1800 रुपए थे। इसलिए जब रुपए समाप्त हो गए तो वह शुक्रवार की रात को ही कूचबिहार स्थित ट्रक स्टैंड चले आए। वहां से पुलिस अपने हिफाजत में उन्हें ले आई। चूंकि चयन के अपहरण मामले में आइपीसी की धारा 364 के तहत शिकायत दर्ज कराई गई थी इसलिए उन्हें इस रोज अलीपुरद्वार अदालत में पेश किया गया। चयन के पिता ने मानसिक अवसाद की खबर को गलत बताते हुए कहा है कि चयन का उनकी पत्नी से तलाक सात माह पूर्व ही हो गया था इसलिए उनके अवसादग्रस्त होने का सवाल ही नहीं पैदा होता है।