जाने माने वकील प्रशांत भूषण ने पूछा है फर्जी सांप्रदायिक प्रचार करने के लिए एएनआई और स्मिता प्रकाश के खिलाफ एफआईआर क्यों नहीं।
स्मिता प्रकाश – याद है ना? प्रधानमंत्री का इंटरव्यू करने का मौका दिया गया था तो राहुल गांधी ने Pliable Journalist कहा था।
ठीक है कि फर्जी खबर फैलाने और Pliable होना अलग चीजें हैं पर तब एडिटर्स गिल्ड ने कहा था कि पत्रकार पर हमला करना एक पसंदीदा तरीका बन गया है।
अब कहां है एडिटर्स गिल्ड? संपादक को उसकी गलती कौन बताएगा – एडिटर्स गिल्ड का कुछ पता चले तो बताइए।
पहली तस्वीर एएनआई के ट्वीट की जिसे नोएडा पुलिस ने गलत बताया है। दूसरी प्रशांत भूषण के ट्वीट की और तीसरी स्मिता प्रकाश के ट्वीट की।