बिजनेस और सफलता को लेकर घूम घूम कर लेक्चर देने वाले सुभाष चंद्रा अपने ही घर में घिर गए हैं. आर्थिक संकट से जूझ रहे जी ग्रुप का बेड़ा पार लगाने की जगह सुभाष चंद्रा ने अपने समूह से ही इस्तीफा दे दिया है.
खबर है कि सुभाष चंद्रा ने जी एंटरटेनमेंट बोर्ड के अध्यक्ष पद को आज टाटा बाय बाय बोल दिया. मजे की बात है कि उनका इस्तीफा कुबूल भी हो गया है. हालांकि वे जी एंटरटेनमेंट बोर्ड में गैर कार्यकारी निदेशक के रूप में बने रहेंगे.
कंपनी लॉ बोर्ड का नियम कहता है कि किसी कंपनी का चेयरमैन उस कंपनी के एमडी व सीईओ का रिलेटिव नहीं हो सकता है. जी एंटरटेनमेंट के एमडी और सीईओ पुनीत गोयनका हैं. वैसे, लोग यह भी कह रहे हैं कि जी ग्रुप आर्थिक संकट में बिकने लगा है. इस कारण जो लोग इसे खरीद रहे हैं, अब वे कर्ताधर्ता के रूप में कामकाज देखेंगे.
मालूम हो कि एस्सेल ग्रुप की मीडिया व एंटरटेनमेंट कंपनी है ‘जी ऐंटरटेनमेंट एंटरप्राइजेज’ यानी जी. इस जी की 16.5 प्रतिशत हिस्सेदारी बेची जा रही है. खरीदार हैं फाइनेंसियल इनवेस्टर्स कंपनीज.
अगले कुछ दिनों में होने वाली इस बिक्री से जी के मालिकों को 4500 से 5000 करोड़ रुपए मिल जाएंगे. ये 16.5 हिस्सेदारी बेचने के बाद जो पांच हजार करोड़ रुपये मिलेंगे, उससे जी के कर्जदाताओं का कर्जा लौटाया जाएगा. साढ़े सोलह परसेंट शेयर की बिक्री के बाद जी कंपनी में सुभाष चंद्रा व उनके खानदान की हिस्सेदारी पांच प्रतिशत हिस्सेदारी रह जाएगी.
Comments on “जी ग्रुप की बिक्री के पहले सुभाष चंद्रा ने चेयरमैन पद को कहा गुडबॉय!”
Media persons suffering once again
badhai ho.achhe din.
जी हुजूरी करने वाले एक दिन खुद ही बिक जाते है।