अगर मैं आपसे ये कहूं कि सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के सामने सदन में मंत्री जी से सवाल पूछ रही हैं तो शायद आप मुझे पागल या दिवालिया बता दें…. लेकिन ये मैं नहीं कह रहा हूं बल्कि ऐसा दिख रहा है लोक सभा टीवी की आधिकारिक वेबसाईट पर.. वेबसाईट पर डाले गए ‘हाउस हाइलाइट’ के कार्यक्रम में साफ-साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से सुमित्रा महाजन लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार के सामने तबके मंत्री अजित सिंह से जवाब मांग रहीं है. यह लिंक जरुर देखे…
http://loksabhatv.nic.in/House.aspx?catid=12
अंधेर नगरी चौपट राजा… टका सेर भाजी टका सेर खाजा, जैसी कहावत लोकसभा टीवी के अधिकारियो पर बिल्कुल सटीक बैठती है… यूपीए कार्यकाल को खत्म हुए साल भर से अधिक का समय हो गया है लेकिन खुलेआम वेबसाइट पर ऐसी चीजें बनी रहना अंधेरगर्दी को बखूबी दर्शाता है…. मजेदार बात है कि वही सुमित्रा महाजन आज लोकसभा अध्यक्ष हैं लेकिन उनका ही चैनल उन्हें अध्यक्ष मानने को तैयार नहीं….. इतना ही नहीं जो एंकर आज लोकसभा टीवी का हिस्सा नहीं हैं उन्हीं के कार्यक्रम आज वेबसाइट पर मौजूद हैं…
लोकसभा टीवी के पुराने एंकर चारु को चैनल छोड़े महीनो हो गए हैं लेकिन उनका ही कार्यक्रम मौजूद है वो भी इतना पुराना के देख के शर्म आ जाए और आप देख कर सोचने को मजबूर हो जाए के ये सब सिर्फ यहीं हो सकता है और कहीं नहीं…. और तो और आंचल में आकाश जैसे कार्यक्रम बंद हो चुके है लेकिन वेबसाइट पर झमाझम चल रहे हैं… इसके अलावा दो ऐसी डाक्यूमेंट्री जो रेलवे और बाबू जगजीवन राम पर आधारित हैं वो लगता है उसे देख ऐसा लगता है जैसे रेलवे को चमकाने और जगजीवन राम जी को याद करने की जिम्मेदारी लोकसभा टीवी ने ले ली है… इन डाक्यूमेंट्रीज़ को देखकर लगता है कि ये भी सालो पुरानी होगी….
पता नहीं ये सब सुमित्रा महाजन की जानकारी में है कि नहीं अगर नही तो प्लीज़ कोई उन्हें बताएं…और दिखाए के कैसे कैसे कामचोरों और खबरों की समझ नहीं रखने वालों को उन्होंने पनाह दी है.. जो अन्धो की तरह अपनी नौकरी कर रहे हैं… आधुनिकता के इस जमाने में लोकसभा टीवी और उनके अधिकारी खुद को आइने में देखे और अगर हो सके तो चुल्लू भर पानी में…….. अरे कुछ तो शर्म करके इसे अपडेट कर अपनी नौकरी के साथ न्याय कर लें मेहरबानी होगी..
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.
Comments on “देखिए सुमित्रा महाजन जी क्या हो रहा है लोकसभा टीवी में…”
House Highlight ke Montage me Pranav Mukharji ko dikhaya ja raha hai jo k ab President of India hai… Montage me wo visual hai jab wo lok sabha me congress ki taraf se Bahas kar rahe the… Ye President ka apman nahi to aur kya hai.. Aaaj saara desh unhe President maanta hai lekin LSTV aaj bhi unka apman karte hui Lok sabha me bahas karta hua dikha raha hai…
हे भगबान सीमा गुप्ता के चमचों क्या कर रहे हो जल्दी से सीमा गुप्ता को बताओ क्योकि सीमा गुप्ता को तो काम करना आता नहीं तुम ही कुछ करो
बेहद ही हैरानी और शर्म की बात है कि लोक सभा टीवी ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वे कितने अनप्रोफेशनल है और उन्हें काम की कितनी समझ है..
लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन को लोकसभा टीवी स्पीकर नहीं मानता। तो राष्ट्रपति को सांसद और मंत्री के रूप में दिखाता है। सवाल ये है कि जनता के पैसों से चलने वाले इस संसदीय चैनल में आखिर किस तरह के अनुभवहीन लोग काम करते हैं, जिन्हें बेसिक की भी समझ नहीं है। क्या लोकसभा टीवी को योग्य पत्रकार नहीं मिलते जिन्हें थोड़ी तो समझ हो। ज़ाहिर है क जनता के पैसों से चलने वाले इस चैनल में सिफारिशी लोगों की एक बड़ी फ़ौज है, जिन्हें काम नहीं आता लेकिन ऊंची पहुँच के दम पर काबिल लोगों का हक़ मारे बैठे हैं। लोकसभा टीवी में अव्वल तो कार्यक्रम बनते नहीं, सिर्फ पैनल डिस्कशन करके और रिपीट प्रोग्राम और बॉलीवुड फ़िल्में चलाकर टाइम पास करते हैं। बेहद कम कार्यक्रम जो लोकसभटीवी में बनते हैं, उनका स्तर बेहद खराब होता है, कंटेंट ऐसा कि लोकल सिटी चैनलों को भी शर्मिंदा कर दे। समस्या ये है कि जो स्टाफ पिछले दरवाज़े से लोकसभा टीवी में घुसा है, उसे टीवी की समझ ही नहीं है। ना तो वो लोग कॉपी लिख सकते हैं ना प्रोग्राम बना पाते हैं। स्क्रिप्टिंग में ढेरों गलतियां…अखबारों और वेबसाइट से कंटेंट यहां कॉपी होता है, और ऐसा ही चिपक दिया जाता है। बताने की ज़रुरत नहीं कि लोकसभा टीवी के काफी बाद लॉन्च हुए राज्यसभा टीवी को सब लोग जानते हैं, इसका एक बड़ा दर्शक वर्ग और टीआरपी है। लेकिन लोकसभा टीवी केवल संसद की कार्यवाही के सीधे प्रसारण के लिए ही देखा जाता है। जबकि इस चैनल का बजट राज्यसभा टीवी से कहीं ज़्यादा है। लेकिन कार्यक्रम और उनका स्तर ज़ीरो।
सौरभ की बातों से 100 फीसदी सहमत हूँ। बाकी चैनलों के अंदर छोटी-छोटी गलतियों को लेकर लोग बाहर कर दिए जाते हैं एेसे में एसी गलती नहीं बल्कि अनदेखी और लापरवाही के लिए क्या सुमित्रा महाजन को चैनल की सीईओ सीमा गुप्ता से इस्तीफा नहीं लेना चाहिए, क्योंकि चैनल की जवाबदेही और जिम्मेदारी सबसे पहले उनकी ही बनती है।
मैने बहुत बार देखा है जब कुछ भी लोकसभा टीवी के बारे में भड़ास पर छपा है, सीमा जी के शागिर्द उस पर टिप्पणी करने के लिए आतुर दिखतें है….. लेकिन शायद ये ऐसा पहली बार हुआ है जब कोई इसका जवाब देने के लिए आगे नहीं आया…. आता भी कैसे, इसका ठोस जवाब भी तो होना चाहिए उन चमचो के पास.. खैर कोई नही अगर जवाब नहीं भी है तो सीमा जी से पूछ कर ही इसका जवाब दे दे भाईयो एंव बहनो… और अगर जवाब नहीं मिल पा रहा हो तो आइने में खुद को और अपने चैनल को ध्यान से देख लें… शायद वहां से जवाब आ जाय… हरामखोरी छोड़कर कुछ काम भी कर लें….
भड़ास की पूरी टीम को बधाई… जैसे ही लोकसभा टीवी की वेबसाईट पर स्पीकर के पद पर मीरा कुमार को दिखाने और सुमित्रा महाजन को बतौर सांसद सवाल करते हुए खबर छापी गई उसके बाद से ही परिवर्तन देखने को मिला है… आज वेबसाईट से वो लिंक हटा दिया गया है साथ ही कुछ पुराने प्रोग्राम और डाक्यूमेंट्री को भी हटा दिया गया है..
इससे एक बात तो साफ हो गई है कि कामचोरी पूरी इमानदारी के साथ हो रही थी.. अचानक किसी की नज़र पड़ी तो आनन-फानन में हटा दिया गया… या ये भी हो सकता है कि सुमित्रा महाजन की तरफ से भयंकर वाली डांट पड़ी हो तब जाकर ये हरकत हुई है… खैर जो भी हुआ वो बेहतर है.. लेकिन मजे की बात देखिए, अब लोकसभा की वेबसाइट पर केवल लाइव टीवी के अलावा कुछ नहीं रह गया है.. मतलब पूरा साफ… एकलाइन से सारी चीजें साफ कर दी गई है… लेकिन कहा जाता है न कि चोरी के बाद भी कुछ सुराग छूट ही जाते हैं वैसा यहां भी हुआ.. लोकसभा टीवी के अधिकारियों को टेलीविज़न और टेलीविजन में फर्क नहीं दिखता या यो कहे कि पता ही नहीं कि फर्क क्या होता है.. पेज पर अभी भी बड़े बड़े शब्दों में आपको टेलीविजन लिखा दिख जाएगा… अरे जब भड़ास की खबर देखकर अपडेट करना था तो इसे भी ठीक कर लेते… वाकई शर्म नहीं चुल्लू भर पानी में डूब जाने की बात है कि कैसे कैसो को भर लिया गया है वो भी थोक के भाव में….