लोकसभा अध्यक्ष के बंगले में देर रात बजता रहा डीजे, अगल-बगल वाले परेशान

नियम, कायदे, कानून की डायन नेताओं के घर जाती ही नहीं

शनिवार की रात एक बंगले पर देर रात तक डीजे बजने की सूचना मिली। मैंने पूछा किसका बंगला है? तो पता चला BJP से सांसद और लोकसभा अध्यक्ष “सुमित्रा महाजन” का। यह सुनकर मैंने बोला भाई… कान में रुई ठूंस और सो जा! वरना जो गाना बज रहा है “आज रात का सीन बना ले” उसको एन्जॉय कर। क्योंकि मुझे यह पता है कि नियम, कायदे, कानून की जो डायन होती है वो एक घर छोड़कर चलती है। और वो घर नेताओं का होता है। और रही बात पुलिस में शिकायत करने की तो इंदौर के ठुल्ले ऐसी जगह सिर्फ सलामी देने पहुंचते हैं।

देखिए सुमित्रा महाजन जी क्या हो रहा है लोकसभा टीवी में…

अगर मैं आपसे ये कहूं कि सुमित्रा महाजन लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार के सामने सदन में मंत्री जी से सवाल पूछ रही हैं तो शायद आप मुझे पागल या दिवालिया बता दें…. लेकिन ये मैं नहीं कह रहा हूं बल्कि ऐसा दिख रहा है लोक सभा टीवी की आधिकारिक वेबसाईट पर.. वेबसाईट पर डाले गए ‘हाउस हाइलाइट’ के कार्यक्रम में साफ-साफ देखा जा सकता है कि किस तरह से सुमित्रा महाजन लोकसभा स्पीकर मीरा कुमार के सामने तबके मंत्री अजित सिंह से जवाब मांग रहीं है. यह लिंक जरुर देखे…

http://loksabhatv.nic.in/House.aspx?catid=12

अंधेर नगरी चौपट राजा… टका सेर भाजी टका सेर खाजा, जैसी कहावत लोकसभा टीवी के अधिकारियो पर बिल्कुल सटीक बैठती है… यूपीए कार्यकाल को खत्म हुए साल भर से अधिक का समय हो गया है लेकिन खुलेआम वेबसाइट पर ऐसी चीजें बनी रहना अंधेरगर्दी को बखूबी दर्शाता है…. मजेदार बात है कि वही सुमित्रा महाजन आज लोकसभा अध्यक्ष हैं लेकिन उनका ही चैनल उन्हें अध्यक्ष मानने को तैयार नहीं….. इतना ही नहीं जो एंकर आज लोकसभा टीवी का हिस्सा नहीं हैं उन्हीं के कार्यक्रम आज वेबसाइट पर मौजूद हैं…

सुमित्रा महाजन अपने गृह क्षेत्र से दो मीडियाकर्मियों पंकज क्षीरसागर और हरीश कश्यप को लाई हैं

Awadhesh Kumar :  लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन जब पद के लिए निर्वाचित हुई थीं तो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि हमारी अध्यक्ष केवल मित्र नहीं सुमित्र हैं। सामान्यतः यह धारणा भी है कि सुमित्रा जी आम कार्यकर्ताओं, नेताओं सबसे सुह्रदयता से व्यवहार करती हैं। हालांकि उनको निकट से जानने वाले कई लोग इसके विपरीत बात भी करते हैं, पर राजनीति में ऐसा होता है इसलिए इसे हम यहां छोड़ दें। हाल में पूर्व लोकसभा अध्यक्ष बलराम जाखड़ सुमित्रा महाजन के घर आये। जब वे आए तो उन्होंने पूछा कि ‘सुमित्रा जी हैं?’ उनसे सुमित्रा जी के सहयोगियों ने पूछा कि ‘आपका नाम क्या है?’ जाखड़ साहब ने कहा कि ‘जी बलराम जाखड़।’ फिर पूछा गया कि ‘आपने पहले से समय लिया है?’ जाखड़ साहब ने कहा कि ‘हां मेरी उनसे बातचीत हुई है।’ तो ठीक है बैठिए। सुमित्रा जी अभी एक जरुरी मीटिंग में हैं। वे बैठ गए।