कोलकाता से प्रकाशित होने वाला अंग्रेजी अखबार दी टेलीग्राफ अपने तेवर, साहस, सरोकार और रचनात्मकता के लिए जाना जाता है. महाराष्ट्र कांड पर इस अखबार ने ‘वी द इडियट्स’ की लीड हेडिंग लगाकर राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और गृहमंत्री की तस्वीर छापी है.
अखबार का कहना है कि हम सब मूर्ख ही हैं जब पीएम से लेकर राष्ट्रपति और गृहमंत्री नियमों-कानूनों की धज्जियां उड़ाकर बेमेल सरकार बनवा देते हैं, राष्ट्रपति शासन हटा देते हैं, नई बेमेल सरकार के सीएम डिप्टी सीएम को शपथ दिलवा देते हैं..
फिलहाल दी टेलीग्राफ की हेडिंग काफी सख्त और जोरदार है…. ऐसा प्रयोग करने की हिम्मत बाकी किसी अखबार में नहीं दिख रही….
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Comments on “टेलीग्राफ ने We the idiots की लीड हेडिंग लगाकर पीएम, राष्ट्रपति और एचएम की तस्वीर छापी”
भाई ये मोदी शाह हैं लोकतंत्र के हत्यारे इनके लिए कोई नियम क़ानून मान्य नहीं
क्या अब भी हमें लगता है कि हम इडियट नहीं है?
क्या चाणक्य नीति इसी को कहते हैं? क्या यह #चाणक्य नीति हम अपने घर, परिवार, समाज में लागू कर सकते हैं?
जब सवाल होना चाहिए कि आख़िर रात के अंधेरे में ऐसी कौन सी संकट की स्थिति आ गई जो ‘एलोकेशन ऑफ बिजनेस रूल्स -12’ का इस्तेमाल करना पड़ा? खुलेआम विधायकों की धर पकड़ हो रही है, ख़रीद फ़रोख़्त सरेआम हो रहा है, करोड़ों के घोटाले का आरोपी उप मुख्यमंत्री पद का शपथ ले रहा है? राष्ट्रपति के मंजूरी के बिना राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाया जा रहा
हम इसे चाणक्य नीति, #मास्टरस्ट्रोक, कोशियारी की #होशियारी कह कर मजे ले रहे हैं? #बिहार, गोआ, कर्नाटक, हरियाणा से लेकर मुंबई तक में जो हो रहा है क्या यह उस वोटर का मज़ाक नहीं है जिसने अपनी विचारधारा के कैंडिडेट को वोट देकर जिताया और वोट लेने के बाद वो विपरीत विचारधारा के लोगों के साथ बैठकर सत्ता की मलाई खा रहा है।
ऐसे महत्वपूर्ण सवाल करने के बजाए हम अपने छिछलेपन का परिचय देकर जोक्स, मिम्स, कार्टून और वीडियो शेयर कर रहे हैं तो हम सच में इडियट ही है।
तो गर्व से कहो
#We_are_idiot
ईडियट तो जनता है जो अपने जनादेश को लुटते देख रही है काश right to recall होता ।