नयी दिल्ली : प्रेस ट्रस्ट आफ इंडिया (पीटीआई) ने वरिष्ठ पत्रकार विजय जोशी को समाचार एजेंसी का प्रधान संपादक नियुक्त किया. इन्हें एशिया और पश्चिम एशिया में पत्रकारिता का तीन दशक से अधिक समय का अनुभव प्राप्त है. 54 वर्षीय जोशी ने एमके राजदान की जगह ली है जो सितंबर में प्रधान संपादक के पद से सेवानिवृत्त हुए थे. जोशी पहले 80 के दशक में पीटीआई में सेवाएं दे चुके हैं और उन्होंने अपने करियर का लंबा अरसा द एसोसिएटिड प्रेस (एपी) में बिताया है जहां वह भारत, सिंगापुर, मिस्र, मलेशिया और थाइलैंड में विभिन्न जिम्मेदारियां संभाल चुके हैं.
कुछ दिन पहले तक वह एपी के दक्षिण पूर्व एशिया के समाचार निदेशक थे और टेक्स्ट, वीडियो और फोटो संचालन के कामकाज को देख रहे थे. इससे पहले वह चार साल तक एपी की एशिया टेक्स्ट रिपोर्ट का काम देख चुके हैं. पीटीआई के अध्यक्ष रियाद मैथ्यू ने कहा, ‘विजय हमारे साथ आये हैं, जिससे हम बहुत खुश हैं. उन्हें परंपरागत और नये मीडिया का अपार अनुभव है. हमें इस बात में कोई संदेह नहीं है कि वह पीटीआई को महती उंचाइयों पर ले जाएंगे.’
पीटीआई के प्रधान संपादक के तौर पर जोशी भारत में और दुनिया के प्रमुख देशों की राजधानियों में स्थित ब्यूरो में कार्यरत करीब 900 संवाददाताओं, संपादकों और अंशकालिक पत्रकारों के कामकाज को देखेंगे. जोशी ने कहा, ‘इतने प्रतिभाशाली और गुणी पत्रकारों के साथ काम करना सम्मान की बात है, जो राष्ट्र को हर महत्वपूर्ण घटनाक्रम के बारे में सूचित करने की जिम्मेदारी अदा करते हैं.’
उन्होंने कहा, ‘भारत लौटना बहुत ही उत्साहजनक है.’
जोशी ने कहा, ‘राजनीति, अर्थव्यवस्था, विज्ञान, जीवनशैली और मीडिया के क्षेत्र में देश बड़े बदलावों से गुजर रहा है. भारत के प्रमुख समाचार संस्थान की अगुवाई करना महत्वपूर्ण है क्योंकि वह सर्वश्रेष्ठ तरीके से काम करता रहता है. निष्पक्षता से और तेजी से खबरें देता है.’
जोशी ने 1985 में हैदराबाद में इंडियन एक्सप्रेस में उप-संपादक के रूप में कॅरियर की शुरुआत की थी और दिसंबर 1986 में पीटीआई में आ गये. पीटीआई में दो साल से अधिक समय तक रहने के बाद वह नयी दिल्ली में एपी में सेवाएं देने लगे. पीटीआई में इस अवधि में उन्होंने संवाददाता और कॉपी एडिटर की भूमिका में काम किया. जोशी को 1994 में एपी के सिंगापुर ब्यूरो में समाचार संपादक के रूप में प्रोन्नत किया गया और तीन साल बाद उन्हें पश्चिम एशिया को कवर करने वाले पत्रकारों के एक बड़े दल में काहिरा भेज दिया गया. मिस्र में अपने तीन साल के कार्यकाल में उन्हें इराक, ईरान, जॉर्डन, लेबनान और लीबिया में भी काम करने भेजा गया.
उसके बाद 2000 के दशक में जोशी ने एपी थाइलैंड में समाचार संपादक के रूप में काम किया और मलेशिया तथा सिंगापुर के ब्यूरो प्रमुख भी रहे. उन्हें जनवरी 2011 में एशिया-प्रशांत क्षेत्र का सहायक संपादक नियुक्त किया गया और फिर दक्षिण पूर्व एशिया का समाचार संपादक बनाया गया. रुचि के चलते जोशी ने उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से भूगर्भशास्त्र में बैचलर की डिग्री अर्जित की और आंध्र विश्वविद्यालय से समुद्री भूगर्भशास्त्र में स्नातकोत्तर किया. लेकिन उनका रूझान पत्रकारिता की ओर हो गया. उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में डिग्री लेकर इस क्षेत्र में कॅरियर शुरू किया.