यमुनानगर : हरियाणा के यमुनानगर के गांव शादीपुर में आज एक करोना पॉजिटिव का केस सामने आने पर हड़कंप मच गया। मामला सामने आते ही कवरेज पर गए मीडिया से डीआर अभिषेक बिबलयान उलझ गए और उनसे दुर्व्यवहार ही नहीं किया बल्कि उन्हें डराने के लिए जनता द्वारा बैठने के लिए उपलब्ध करवाई गई कुर्सियों को पटकना प्रारंभ कर दिया।
गुस्साए डीआरओ शब्दों की मर्यादा भी भूल गए और उन्होंने एक विशेष वर्ग के लोगों पर आपत्तिजनक टिप्पणी करते हुए कहा कि इन की वजह से हम पहले ही परेशान हैं, ऊपर से मीडिया ने नाक में दम कर रखा है। उन्होंने कहा कि वीडियो अलाउड नहीं है।
बताया जाता है कि डीआरओ द्वारा सबसे पहले दैनिक सवेरा के फोटो जर्नलिस्ट रविंद्र मेहता से दुर्व्यवहार किया गया। उन्हें फोटो खींचने से मना किया। इसके पश्चात इंडिया न्यूज़-आज समाज के संवादाता राकेश भारतीय से उलझ पड़े। दरअसल डी आर ओ महोदय अभिषेक एसडीएम दर्शन लाल बिश्नोई एवं डीएसपी सुभाष चंद्र के साथ चाय पी रहे थे। ये चाय समाजसेवी एवं भाजपा से जुड़े कार्यकर्ता रवि कांत ने मानवता के नाते पुलिस को उपलब्ध करवाई थी।
चाय पिलाने के उपरांत रवि ने कहा कि प्रशासन पुलिस के लोग अगर दिन भर यहां रहेंगे तो वह पीने के पानी की बोतलें यहां रखवा देते हैं। इस पर डीआरओ भड़क गए और समाजसेवी रवि को हड़का लिया। रवि ने जब अपनी प्लास्टिक की कुर्सियां उठानी चाही तो डीआरओ ने प्लास्टिक की कुर्सियों को सड़क पर पटकना आरंभ कर दिया.
इस बीच डीआरओ ने इंडिया टीवी के यमुनानगर से पत्रकार कुलवंत सिंह और दैनिक सवेरा के पत्रकार रवींद्र को देखा तो आग बबूला हो गए। कुलवंत एक साइड में वॉकथ्रू कर रहे थे। डी आर ओ ने पुलिस को आदेश देने के साथ-साथ अपशब्द बोलते हुए कहा कि मीडिया आर नॉट अलाउड, निकालो इन को यहां से।
पत्रकार राकेश भारतीय ने डी आरओ से कहा कि आप आराम से बात करें और ऐसे तीखे शब्दों का प्रयोग ना करने की बात कही तो डी आर ओ तिलमिला गए और कहा कि चुपचाप यहां से चले जाओ वरना सरकारी काम में बाधा पहुंचाने के साथ-साथ ऐसे केस में अंदर कर दिए जाओगे कि 6 महीने तक कोई जमानत भी नहीं करा पाएगा।
डी आर ओ हाथ में लाठी लिए पत्रकारों के बारे में अनाप-शनाप बोलते रहे।
इंडिया टीवी के पत्रकार कुलवंत ने जाते समय डी आर ओ से कहा कि पत्रकार अपने कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं और अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। डी आर ओ ने कहा कि पत्रकार घरों में बैठे। जिस पर पत्रकार कुलवंत ने कहा कि यदि पत्रकार घर बैठेंगे तो संपादक गण और मैनेजमेंट पत्रकारों की छुट्टी कर देंगे और उन्हें मजबूरी में घर ही बैठना पड़ेगा तो ऐसे में पत्रकारों को रोटी कौन खिलाएगा?
इस पर डीआरओ ने कहा कि सभी पत्रकार घर में बैठें, मैं खिलाऊंगा खाना।
थोड़ी देर के पश्चात टीवी 18 और खबरें अभी तक के पत्रकार तिलक भारद्वाज भी अपनी टीम के साथ कवरेज के लिए पहुंचे। बाद में जब उन्हें मामले का पता चला तो उन्होंने पत्रकारों से बातचीत की और इस घटना की निंदा की।
पार्टी हाईकमान से करेंगे शिकायत : रवि
समाजसेवी एवं भाजपा से जुड़े रवि कांत ने कहा कि जब उनका गांव सील किया जा रहा था तो वह छत पर खड़े थे। मानवता के नाते उन्होंने पुलिसवालों और अधिकारियों को पानी पिलाया तो डी आरओ ने स्वयं ही उन्हें चाय पिलाने को कहा था। पानी का कैंपर रखे जाने की बात पर ना जाने क्यों डीआरओ भड़क गए। उन्होंने कहा कि यदि मानवता के नाते हाथ आगे बढ़ाने वाले लोगों से डीआरओ जैसे अधिकारी ऐसा दुर्व्यवहार करेंगे तो आम अधिकारियों से क्या अपेक्षा की जा सकती है। रविकांत ने कहा कि पार्टी हाईकमान के साथ-साथ विधायक घनश्यामदास अरोड़ा से भी इस मामले की शिकायत करेंगे।