फिल्म और टीवी कामगारों की हड़ताल शुरू, 40 टीवी सीरियल्स और 10 फिल्मों की शूटिंग ठप

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मुंबई : अपनी विभिन्न मांगों को लेकर सिनेमा और टेलीविजन इंडस्ट्रीज के कामगार और टेक्निशियन 14 अगस्त की रात से हड़ताल पर चले गये हैं। फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉयज संगठन के बैनर तले हो रही इस हड़ताल में २२ यूनियन शामिल हुयी हैं। फिल्म और टीवी इंडस्ट्री में काम करने वाले 2.50 लाख कर्मचारी हड़ताल पर गये हैं। हड़ताल की वजह से फिल्म की शूटिंग के लिए स्टूडियो बुकिंग भी बंद हो गई है। जहां हमेशा चहलपहल रहती थी उन स्टूडियो में अब सन्नाटा पसर गया है।

१४ अगस्त की रात १२ बजकर एक मिनट पर फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉयज संगठन के 22 यूनियन के सदस्य सेट से बाहर आ गये। फेडरेशन के प्रेसिडेंट बी.एन. तिवारी और जनरल सेक्रेटरी दिलीप पिठवा के मुताबिक इस हड़ताल के कारण लगभग 40 टीवी धारावाहिकों और 10 फिल्मों की शूटिंग ठप हो गयी है। साथ ही मराठी और भोजपुरी फिल्मों की शूटिंग पर भी असर पड़ा है। हड़ताल के कारण मुबई के फिल्म सिटी स्टुडियो, फिल्मीस्तान के अलावा मडआईलैंड के बंगलों और नायगांव के स्टुडियो में भी सन्नाटा पसर गया है। अधिकांश जगह डबिंग और रिकार्डिंग स्टुडियो भी बंद हो गये हैं।

फेडरेशन आफ वेस्टर्न इंडिया सिने एंप्लॉयज के प्रेसिडेंट बीएन तिवारी और जनरल सेक्रेटरी दिलीप पिठवा का कहना है कि हमारी फिल्म और टेलीविजन शो निमार्ताओं से मांग मजदूरों के लिए है। ये फिल्म और टेलीविजन इंडस्ट्रीज के सभी कामगारों, टैक्निशियनों और कलाकारों के हक की मांग है। इन लोगों की सबसे बड़ी मांग ये है कि जहां पर फिल्म की शूटिंग होती है वहां पर साफ सफाई नहीं रहती, शौचालय की सुविधा नहीं रहती, बहुत गंदगी रहती है। फिल्म इंडस्ट्री में बड़े बड़े लोग प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छता अभियान का समर्थन करते हैं लेकिन जहां पर फिल्म की शूटिंग होती है वहां पर स्वच्छता कोई नहीं देखता। साफ-सफाई और सुरक्षा की मांग के अलावा आठ घंटे की शिफ्ट हो और हर अतिरिक्त घंटे के लिए डबल पेमेंट होनी चाहिए। हर क्राफ्ट के सभी कामगारों, टैक्निशियनों और कलाकारों आदि की चाहे वह मंथली हो या डेलीपैड, पारिश्रमिक में तत्काल वाजिब बढ़ोत्तरी, बिना एग्रीमेंट के काम पर रोक, मिनीमम रेट से कम पर एग्रीमेंट नहीं माना जाएगा, साथ ही जॉब सुरक्षा, उत्तम खानपान और सरकार द्वारा अनुमोदित सारी सुविधायें और ट्रेड यूनियन के प्रावधान हमारी प्रमुख मांग है।

फेडरेशन का कहना है की फिल्म निमार्ता कोशिश कर रहे हैं हमारे लोगों को तोड़ने के लिए लेकिन हम टूटने वाले नहीं हैं। जब तक हमारी मांग फिल्म निमार्ता और निर्देशक लिखित रूप से नहीं मानेंगे तब तक ये हड़ताल खत्म नहीं होगी। हमारे साथ पूरी टेक्निकल यूनियन है। फेडरेशन में जो २२ यूनियन शामिल हैं उसमें द साउंड एशोसिएशन आॅफ इंडिया, कैमरा एशोसिएशन , डायरेक्टर एशोसिएशन , आर्ट्स डायरेक्टर एशोसिएशन, स्टिल फोटोग्राफर एशोसिएशन, म्यूजिक डायरेक्टर एशोसिएशन, म्यूजिशियन एशोसिएशन, सिंगर एशोसिएशन, वाइसिंग एशोसिएशन, डांस मास्टर एशोसिएशन, डांसर एशोसिएशन, फाइटर एशोसिएशन , डमी एशोसिएशन , राइटर एशोसिएशन , प्रोडक्शन एशोसिएशन, एडिटर एशोसिएशन, जूनियर आर्टिस्ट एशोसिएशन, महिला कलाकार एशोसिएशन , मेकअप और ड्रेस डिपार्टमेंट एशोसिएशन, एलाइड मजदूर एशोसिएशन और जूनियर आर्टिस्ट सप्लायर एशोसिएशन प्रमुख है। माना जा रहा है कि इस हड़ताल के कारण कई धारावाहिकोें के नये एपिसोड का प्रसारण भी खटाई में पड़ेगा और लोगो को अपने टीवी स्क्रीन पर पुराना एपिसोड ही देखने को मजबूर होना पड़ सकता है।

मुंबई से शशिकांत सिंह की रिपोर्ट. संपर्क : ९३२२४११३३५

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