दैनिक भास्कर भागलपुर संस्करण लॉन्च कर दिया गया है… इसके लिए कंपनी ने जिन सब एडिटरों और पेजिनेटरों को रखा, उन्हें वादे से कम पैसे दिए… पेजिनेटरों और सब एडिटरों से कंपनी ने जो करार किया, उसे पूरा नहीं किया… जितनी सैलरी पर लोगों को ज्वाइन कराया गया, उसे बाद में घटा दिया गया… केवल संपादक के खास लोगों की बल्ले बल्ले है… इसके चलते कई लोग संस्थान छोड़ चुके हैं…
आरोप है कि सैटेलाइट एडिटर सुनील शुक्ला ने किसी को बिना बताए सैलरी रिवाइज कर भेज दिया… जब सैलरी आई तो सभी लोग उनसे पूछने गए… तब सुनील शुक्ला अपने जवाब से किसी को संतुष्ट नहीं कर पाए… इस पर लोगों ने आपत्ति दर्ज कराई और कहा कि भास्कर की विश्वसनीयता को देखते हुए ही हम यहां काम करने आए थे लेकिन हमें भास्कर ने धोखा दिया है…
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.