नवनीत मिश्र
लगता है दूरदर्शन वाले आजकल भांग खाकर काम कर रहे हैं। खासकर एंकर और प्रोड्यूसर। सरकार कांग्रेस की हो या भाजपा की। जब योग्यता नहीं जोड़-जुगाड़ से भर्तियां होती हैं तब यही हाल होता है। यूं तो मैं दूरदर्शन देखता नहीं। मगर, मंगलवार को दिल ने कहा-चलो, खैर खबर लेते हैं। तीन बजे का बुलेटिन चल रहा था। अचानक एंकर साहिबा के मुंह से निकली गुजरात की एक खबर ने चौंका दिया। पुरुषोत्तम रुपाला को कई बार गुजरात का सीएम बता डाला। दिमाग ठनक गया कि जुलाई में केंद्रीय मंत्री बने रूपाला कब सीएम बने। हमें लगा कि शायद हमीं अज्ञानी हैं। कई बार गूगल चेक किया। जब आश्वस्त हो गए तो खबर लिखना बनता था।
खबरों के प्रसारण में ऐसी लापरवाहियां कई चीजें दर्शातीं हैं। मसलन, प्रोड्यूसर और एंकर पढ़ते-लिखते भी नहीं क्या? सामान्य ज्ञान इतना कमजोर है कि राज्यों के मुख्यमंत्री का नाम भी नहीं जानते? कभी चीन के राष्ट्रपति XI जिनपिंग के नाम का अलेवन जिनपिंग उच्चारण कर दूरदर्शन की एंकर ने इस सरकारी चैनल को हंसी का पात्र बना दिया था। लगा कि इसके बाद दूरदर्शन के अफसर ठीक से स्टाफ की निगरानी करेंगे। उन्हें जागरूक रहने की नसीहत देंगे। मगर, इस बार तो लापरवाही की हद पार हो गई। मंगलवार को दूरदर्शन पर तीन बजे के न्यूज बुलेटिन पर एक खबर ने सुधी दर्शकों को चौंका दिया।
केंद्रीय मंत्री को बना दिया मुख्यमंत्री : एंकर जब न्यूज पढ़ रहीं थीं तो पुरुषोत्तम रुपाला को गुजरात का मुख्यमंत्री बताया। यह सुनकर मुझ जैसे तमाम दर्शक चौंक पड़े होंगे। पहले तो लगा कि शायद एंकर के मुंह से गलती से निकल गया। मगर बाद में जब रुपाला का वीडियो चलने लगा, उसके नीचे भी उनके परिचय में मुख्यमंत्री लिखा गया। इससे साफ पता चला कि जिस भी प्रोड्यूसर ने बुलेटिन तैयार किया, उसे यह तक पता नहीं कि गुजरात का मुख्यमंत्री विजय रुपानी हैं न कि पुरुषोत्तम रुपाला। यहां बता दें कि जिस पुरुषोत्तम को गुजरात का मुख्यमंत्री बताया गया, वे गुजरात से राज्यसभा सांसद हैं। जुलाई में उन्हें कैबिनेट विस्तार के दौरान मोदी ने अपनी टीम में बतौर मंत्री शामिल किया। संबंधित वीडियो देखने के लिए नीचे क्लिक करें :
लेखक नवनीत मिश्र इंडिया संवाद से जुड़े हैं. संपर्क : navneetreporter007@gmail.com