Sheetal P Singh : दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में कल हुई दौसा के किसान की आत्महत्या के मामले में घोषित की गई मजिस्ट्रेटी जाँच में सहयोग से इनकार कर दिया है। दरअसल दिल्ली राज्य में पुलिस ही केजरीवाल सरकार का मुख्य विपक्ष है। कांग्रेस काग़ज़ पर और बीजेपी चैनलों पर। ये पुलिस ही है जिससे दिल्ली राज्य के इंच-इंच पर “आप” का मुक़ाबला है।
दिल्ली में अवैध शराब, अवैध पार्किंग, अवैध बाज़ार, वेश्यावृत्ति, ट्रैफ़िक वसूली, ड्रग्स, संगठित अपराध और विवादित प्रापर्टीज़ से कोई तीन से पाँच हज़ार करोड़ प्रति वर्ष की उगाही है जो पूरे तंत्र में पद और क़द के हिसाब से बँटती है। ”आप” हालाँकि इनका बहुत कुछ तो नहीं बिगाड़ सकती पर डिस्टर्ब कर रही है। एसीबी ने थानेदारों पर हाथ डालना शुरू कर दिया है।
xxx
एक क्राइम ब्रांच (दिल्ली) के राष्ट्रपति पुरस्कारों से विभूषित एसीपी की दो तीन बरस पहले हत्या हो गई थी। हत्यारे ने बयान दिया कि मरहूम कोई हज़ार करोड़ की प्रापर्टीज़ के मालिक थे।
xxx
TV देखते हुए लग रहा है कि स्त्रियों, आदिवासियों, दलितों और धार्मिक अल्प संख्यकों के अलावा आम आदमी पार्टी की भी इस देश के TV मीडिया की अदालत में कोई सुनवाई नहीं! अपराध तय हैं और चार्जशीट का पाठ अनवरत जारी है! किसी को इनका वक़ील होने का हक़ नहीं, उसे तुरंत देशद्रोही माना जायेगा! मीडिया / मोदिया ने हज़ारों किसानों की आत्महत्या के बदस्तूर जारी रहने के कारण को गजेन्द्र की क़ुरबानी के बावजूद बहस से बाहर कर दिया! बहस इस पर है कि दिल्ली पुलिस ग़लत है या केजरीवाल! जबकि इन दोनों का उन हज़ारों किसानों के भाग्य से कोई संबंध नहीं जिन्होंने कांग्रेस /बीजेपी की नीतियों से मार खाकर मौत को गले लगाया और रोज़ लगा रहे हैं।
xxx
Zee news कल से कुमार विश्वास के एक कमेंट का टुकड़ा edit करके अर्थ का अनर्थ कर रहा है। पूरा वीडियो यूट्यूब पर मौजूद है। उसे देखें और सुपारी मीडिया का अपराधी चरित्र समझें।
xxx
IBN7 पर संजय सिंह ने संबित पात्रा को चुनौती दी “गजेन्द्र सिंह की काल डिटेल्स पुलिस के पास है जिसमें सिसोदिया से बातचीत की एक भी काल नहीं है।” दिन भर टी वी चैनलों पर झूठ चला है पर अब कोई भी यह सच चलाने को तैयार नहीं है?
वरिष्ठ पत्रकार और उद्यमी शीतल पी. सिंह के फेसबुक वॉल से.