Abhishek Srivastava : अब थोड़ा काम की बात। सीरियस बात। बनारस पूर्वांचल की सबसे बड़ी मंडी है और देश का सबसे व्यस्त तीर्थ। लोकसभा क्षेत्र तो वीवीआईपी है ही। वहां घाट किनारे डेरा डाल कर दस दिन से झख मार रहा था मैं। थोड़ा लिखा भी, जितना परता पड़ा। समझा क्या? ये बताना ज़्यादा ज़रूरी …
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कल्पेश याग्निक के मुश्किल वक्त में भास्कर समूह ने उनका साथ न दिया!
Sheetal P Singh : अब तक की पुलिस जाँच और मीडिया में हुई रिपोर्टस से पता चला है कि मृत्यु से करीब सप्ताह भर पहले इंदौर के आला पुलिस अफ़सर को कल्पेश ने एक शिकायत सौंपी थी जिसमें उन्हे यौन उत्पीड़न के एक मामले में फँसा दिये जाने का संदेह था! उक्त पुलिस अफ़सर ने …
कल्पेश याग्निक ने छत से कूद कर आत्महत्या की?
Sheetal P Singh कल्पेश याग्निक ने आत्महत्या की है। उनके शरीर में मल्टीपल फ़्रैक्चर हुए हैं। वे संभवत: छत से कूद कर मरे हैं। हार्ट अटैक से सीढ़ियों पर गिरकर मृत्यु को प्राप्त होने की खबर मैनेजमेंट ने फैलाई है जिसके प्रमुख सुधीर अग्रवाल ने बीस साल की अनवरत सेवा और आल एडीशन संपादक होने …
वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह के पिताजी लालता प्रसाद सिंह का निधन
स्वर्गीय लालता प्रसाद सिंह
अमर उजाला, इंडिया टुडे, चौथी दुनिया समेत कई अखबारों मैग्जीनों में वरिष्ठ पद पर काम कर चुके वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह के पिता जी लालता प्रसाद सिंह का मास्को में निधन हो गया. वे 92 वर्ष के थे. उनका काफी समय से इलाज चल रहा था और हर बार वह स्वस्थ होकर घर लौट आते थे. इस बार वह अस्वस्थ हुए तो अस्पताल से वापस नहीं लौट पाए. वह अपने पीछे दो पुत्र और एक पुत्री समेत नाती-पोतों का भरा-पूरा परिवार छोड़ गए हैं. इन दिनों वह मास्को में अपने छोटे बेटे के यहां रह रहे थे.
रवीश ने अपने ब्लाग और पोस्ट से चुनौती दी- साबित करो कि यह फोटोशाप नहीं है!
Sheetal P Singh : बूसी बसिया. कल गौरी लंकेश को इसाई बताकर खारिज किया गया था, सबूत में उनके दफ़नाये जाने को उत्तर भारत के कुपढ़ समाज के मूढ़ मष्तिष्क में ठोंसा गया और यह भी कहा गया कि वे केरल की संघ कार्यकर्ताओं की हत्या के पक्ष में लिख रही थीं!
जब केजरी पार्टी ‘पीटी’ जा रही थी तो कांग्रेसी उपदेश देते थे, अब कांग्रेसी ‘मारे’ जा रहे तो आपिये आइना दिखाने लगे!
Sheetal P Singh : अनुभवी लोग… अहमद पटेल पर बन आई तो अब बहुतों को लोकतंत्र याद आ रहा है ………आना चाहिये पर शर्म भी आनी चाहिये कि जब बीते ढाई साल यह बुलडोज़र अकेले केजरीवाल पर चला तब अजय माकन के नेतृत्व में कांग्रेसी राज्यपाल के अधिकारों के व्याख्याकारों की भूमिका में क्यों थे? जब एक बेहतरीन अफ़सर राजेन्द्र कुमार को सीबीआई ने बेहूदगी करके सिर्फ इसलिये फँसा दिया कि वह केजरीवाल का प्रिंसिपल सेक्रेटरी था तब भी लोकतंत्र की हत्या हुई थी कि नहीं? जब दिल्ली के हर दूसरे आप विधायक को गिरफ़्तार कर करके पुलिस और मीडिया परेड कराई गई तब भी यमुना दिल्ली में ही बह रही थी! तब कांग्रेसी बीजेपी के साथ टीवी चैनलों में बैठकर केजरीवाल को अनुभवहीन साबित कर रहे थे! अब अनुभव काम आया?
दिल्ली में लाइट गई तो बिजली कंपनियां देंगी जनता को जुर्माना
Sheetal P Singh : दिल्ली में बिजली कंपनियों पर जुर्माना लगेगा! दिल्ली में दो घंटे तक लगातार बिजली कटौती की स्थिति में संबंधित बिजली कंपनी पर भुक्तभोगी उपभोक्ता के अकाउंट में दस रुपये प्रति किलोवॉट आवर (rs 10 KWH) जमा करने का जुरमाना लगेगा। यह नियम अब लागू हो रहा है। सारी बाधाएँ दूर हो …
हिप्पोक्रेट मोदी भक्त अभिनेत्री काजोल की बीफ पार्टी पर चुप्पी क्यों साधे हैं?
Sheetal P Singh : काजोल के पति अजय देवगन तमाम संघी प्रोफ़ाइलों के heartthrob हैं। वे बालीवुड के उस क्लब से आते हैं जो मोदी जी / बीजेपी/संघ/हिंदुत्व / कश्मीर / नक्सल / जे एन यू आदि पर उनके मन की बात कहता / लिखता है। काजोल को मोदी सरकार ने प्रसार भारती बोर्ड की सदस्यता का उपहार दिया है।
सुभाष चंद्रा ने केजरीवाल पर मानहानि का मुकदमा ठोंका, कोर्ट ने नोटिस भेजा
Sheetal P Singh : सुभाष चन्द्रा ‘जी’ टेलिविज़न के विभिन्न अवतारों के मालिक हैं। इसके अलावा इनके तरह तरह के बिज़नेस हैं! पता चला कि उत्तर प्रदेश महाराष्ट्र हरियाणा और कुछ अन्य जगहों पर इनकी कंपनियाँ बड़ी सड़कों के निर्माण का काम भी करती हैं जो आजकल की मंदी के दौर में दुधारू गाय है! वे ख़बरों के जरिये ब्लैकमेल के एक आरोपी भी हैं पर देश के उन समर्थ लोगों में हैं जिन्हे क़ानून पकड़ने से पहले परिभाषा बदल लिया करता है!
पंजाब और गोवा में ‘आप’ दिल्ली जैसा चमत्कार करने जा रही!
Sheetal P Singh : पंजाब में सारा स्थानिक प्रिंट मीडिया और टीवी चैनल खुला “पेड न्यूज़” है। “आप” वालों की करीब तीस बड़ी सभाएँ रोज़ हो रही हैं। इनमें से चार पाँच विशाल और फैसलाकुन होती हैं। जवाब में कांग्रेस की दस के आसपास और अकाली बीजेपी की चार पाँच हो रही हैं।
यूपी में जंगलराज : …उस ग़रीब की किस्मत पर अगले दिन थानेदार ने ‘अपहरणकर्ता’ लिख दिया!
Sheetal P Singh : यह एक सौ प्रतिशत सच्ची कथा है… सत्ताइस बरस के दलित / पिछड़े शासन के बावजूद किसी दलित / पिछड़े की यूपी में कितनी सुनवाई है, इसका अंदाजा लगा सकते हैं…उ०प्र० के अवध क्षेत्र के एक गाँव में एक मल्लाह परिवार एक ठाकुर साहब की जायदाद पर (जंगल और नदी का तट) हाड़तोड़ मेहनत से कुछ बँटाई की खेती और कुछ जंगली उत्पाद (जलाऊ लकड़ी) आदि के संयोजन पर जीवित है। पति पत्नी और कुछ बच्चे!
केजरीवाल से डरी भाजपा यूपी के साथ गुजरात में भी विस चुनाव कराने के पक्ष में!
Sheetal P Singh : ब्रेकिंग न्यूज़… डेटलाइन गुजरात… गुजरात में एक साल पहले पाँच राज्यों में होने वाले चुनावों के साथ हो सकते हैं विधानसभा चुनाव। TV चैनलों के “ब्लैक आउट” और राष्ट्रीय प्रिंट मीडिया की घबराई रिपोर्ट्स के बावजूद केजरीवाल की सूरत के योगी चौक पर पहली रैली लगभग पूरी शांति से कामयाब हो गई। कुछ युवकों ने काले झंडे लहराये पर उन्हे बिलकुल भी स्थानीय समर्थन नहीं मिला। इसके पहले आप विधायक और गुजरात प्रभारी गुलाब यादव को मंच पर गिरफ्तार करके टीवी की ख़बर बनाने का अमित शाह का प्लान (आप नेता अंकित लाल के ट्वीट के अनुसार) भी धरा रह गया।
संध्या बहसें टीवी चैनलों को फ़ील्ड रिपोर्टिंग से कहीं ज्यादा सस्ती पड़ती हैं
Sheetal P Singh : टीवी के जनरल कर्नल… दूरदराज़ क़स्बों छोटे मंझोले शहरों और बड़े शहरों के भीतर बसे क़स्बों के दर्शक टीवी को बड़ी श्रद्धा से देखते हैं और टी वी पूरी मक्कारी/योजना से उनकी इस अबोधता का शिकार करता है । वह इन अबोध लोगों को सूचना देने / मनोरंजित करने के दौरान तमाम घटिया माल इन खुली आँखों को परोस देता है जो भौतिक रूप में भी है और विचार के रूप में भी और खुली आँखों वाले ये अबोध उसे तालाब की भूखी मछलियों को फेंके गये चारे की तरह निगल जाते हैं!
कारगिल जीतने वाले रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीस ने तो कभी अपना अभिनंदन नहीं कराया
Arvind K Singh : पिछले तीन दशक में कारगिल से बड़ी जंग तो कोई और हुई नहीं..उसमें बड़ी संख्या में जवानों की शहादत हुई। मैने भी उसे कवर किया था। लेकिन मुझे याद नहीं आता कि उस दौर के रक्षा मंत्री जार्ज फर्नांडीस ने इस मुद्दे पर अपना अभिनंदन समारोह कराया हो….अगर गलत हूं तो बताइएगा। फिर रक्षामंत्री जी आपने ऐसा क्या कर दिया। न फैसला आपका, न उसे लागू कराने गए आप…जो काम जिसने किया है उसको देश की जनता दिल से शुक्रिया कर रही है। आप तो इसे राजनीतिक रंग देने में लग गए हैं वह भी उत्तर प्रदेश में जहां चुनाव हो रहा है। सर्जिकल स्ट्राइक के मसलेपर कड़ा फैसला लेने का श्रेय प्रधानमंत्री श्री मोदी को ही मिलेगा किसी और को नहीं।
जेटली जी अरनब गोस्वामी समेत मीडिया के सारे बड़ों को ENGAGE रखते हैं, निर्देशित करते हैं और काफ़ी हद तक कंट्रोल करते हैं!
Sheetal P Singh : जेटली जी बनाम केजरीवाल। “जेटली” जी से मुक़ाबिल होना बहुत बड़े ताने बाने की माँग करता है! सुधांशु मित्तल / विजय गोयल ग्रुप एक ज़माने से जेटली जी की कृपा से राजनीति में (बीजेपी की ) होते हुए राजनीति से बाहर है। ललित मोदी ने मुझे दिये इंटरव्यू में क्रिकेट जगत …
एएनआई की मूर्खतापूर्ण रिपोर्टिंग की सोशल मीडिया पर जगहंसाई
Sheetal P Singh : गदहपचीसी! जब पत्रकार / पत्र / एजेंसी भक्तिभाव में लीन हो जाती है तो ऐसी रचनायें जन्म लेती हैं। राजेन्द्र कुमार के बैंक एकाउंट्स में लेन देन के २८ लाख रुपयों को समाचार एजेंसी ने “सी बी आई की खोज” बताया! हम बेवक़ूफ़ थे जो बैंक के ज़रिये संचालन को “व्हाइट …
सीबीआई का कांग्रेस से भी भयंकर दुरुपयोग कर रही है मोदी सरकार, जानिए पूरा सच…
Sheetal P Singh : सब “डिफ़ेन्स” में आ गये हैं। सीबीआई की प्रवक्ता भी लगभग राजनैतिक बयान पेश कर गईं जिसे भाजपाई पत्रकारों ने फट से रीट्वीट किया। शिवसेना, भाजपा, केन्द्रीय सरकार, सी बी आई, प्रशान्त भूषण एक तरफ़ हैं। मुलायम सिंह, मायावती, जयललिता तटस्थ हैं। कांग्रेस सदन में मुख़ालिफ़ है पर सड़क पर स्तब्ध …
इंग्लैंड में मोदी : भारतीय मीडिया कुछ तो छुपा रहा है…
वैसे तो मोदी जी की विदेश यात्रायें आपका सुख चैन खबर बाखबर सब नियंत्रित कर लेती हैं, आप चाह कर भी मोदीमय होने से बच ही नहीं सकते। सारे चैनल उनका ही मुखड़ा दिखाते मिलते हैं और सारे अख़बार उन्हीं पर न्योछावर। सोशल मीडिया पर भी वही छाये रहते हैं पक्ष हो या विपक्ष! पर इस बार यह सब होते हुए भी कुछ और भी है जिसकी परदेदारी तो है पर वह परदे में समा नहीं रहा! इस बार लंदन में मोदी का भारी विरोध हुआ और अन्तर्राष्ट्रीय मीडिया में और सोशल मीडिया में उसने खासी हलचल पैदा की।
एबीपी न्यूज़ पर संबित पात्रा के साथ राकेश सिन्हा ने तो मुनव्वर राना और अतुल अंजान को लगभग नोंच डाला था!
Sheetal P Singh : प्रो. राकेश सिन्हा ने आज RSS के ९० साल के होने और उसके राजनीतिक मंच के दिल्ली के तख़्त पर आसीत रहने के दिन गर्वोक्ति ज़ाहिर की है कि अब उनकी विचारधारा ही चलेगी और दिनोंदिन और बढ़ेगी, दुनिया इसे मान रही है, विश्व गुरू, आदि अनादि! टीवी की संध्या बहसों में वे पिछले कुछ वर्षों में संघ के विचारक के तौर पर स्थापित हैं, वामपंथ सेक्युलरिज़्म और भौतिकवाद को गया गुज़रा, इतिहास के “कूरेदान” में पड़ा मान कर ख़ारिज कर दिया करते हैं! हाल ही में एबीपी न्यूज़ पर मुनव्वर राना और अतुल कुमार अंजान को तो संबित पात्रा के साथ उन्होंने लगभग नोंच डाला था, कई बार लगा हाथापाई अब हुई तब हुई।
लालू के बेटों तेजप्रताप और तेजस्वी की चुनावी सीट घोषित, मीसा भारती नहीं लड़ेंगी
लालू यादव से बातचीत के दौरान ब्रेक के वक्त वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह (बाएं से प्रथम) और अन्य वरिष्ठ मीडियाकर्मी.
लालू यादव ने अपने दो पुत्रों तेजप्रताप और तेजस्वी यादव को चुनाव लड़ाने की घोषणा कर दी है. ये दोनों क्रमश: महुआ और राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ेंगे. बेटी मीसा भारती चुनाव नहीं लड़ेंगी. वो अपना पूरा वक्त चुनाव प्रचार में देंगी. यह खुलासा लालू यादव ने वरिष्ठ पत्रकार शीतल पी. सिंह से एक विशेष बातचीत के दौरान किया.
चंद्रशेखर आजाद के जन्मदिन पर भगत सिंह की फोटो लगाकर बधाई देने वाले दो महामूर्ख भाजपाई रमन सिंह और कांग्रेसी अजय माकन!
Sheetal P Singh : कई समानतायें और संबंध हैं BJP और Congress में। दोनों के दो बड़े धुरंधर चन्द्रशेखर आज़ाद के जन्मदिन पर शहीदे आजम भगत सिंह का चित्र लगाकर ट्विटर बधाई भेजने वाले महामूर्खों में आज दर्ज हो गये। यह छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह और पूर्व केंद्रीय मंत्री अजय माकन का कारनामा रहा। दर्ज किया जाय।
मोदी समर्थक क्रोनी कैपिटल के ऐतिहासिक साइज के प्रपंच से दयनीय स्तर तक अनभिज्ञ है
Sheetal P Singh : BJP के हाथियों के दंगल में पैदल सेना की बड़ी दुर्गति है. बीजेपी की पैदल सेना मुख्यत:दरिद्र सवर्णो की रुग्णशाला से आती है। रुग्णशाला का मतलब यहाँ उन प्रतिभागियों से है जो आर्थिक शैक्षिक शारीरिक मोर्चों पर दोयम दर्जा रखते हैं पर मनु महाराज की अनुकम्पा से उन्हे अपने से बुरे हाल में सड़ रहे ग़रीब नसीब हैं, जिन्हें देखकर उन्हे ख़ुद के “बड़े” होने का एक झूठा अहसास तरावट देता रहता है. तो यह पैदल सेना अपनी दो हज़ार से बीस हज़ार के मध्य झूलती सामुदायिक विपन्नता के दौर में अरबों ख़रबों के वारे न्यारे करने वाले फ़ैसलों /विवादों के पैरवीकारों के रूप में अपने आप को पाकर समझ ही नहीं पाती कि बैटिंग किधर करनी है. इंतज़ार करती है कि कुछ ऊपर से ज्ञान छिड़का जाय तो वह भी लोकल बघारे.
दिल्ली पुलिस की अफरातफरी और राजनीति का गंदा खेल : वक्त बताएगा किसने क्या खोया और क्या पाया…
Om Thanvi : किसी एफआइआर पर पुलिस मंत्री क्या पार्षद के खिलाफ भी इतनी अफरातफरी में हरकत में नहीं आती। तोमर पर लगे आरोप नए नहीं हैं, अदालत में मामला पहले से है। अगर उन्होंने फर्जीवाड़ा किया है तो निश्चय ही सजा मिलनी चाहिए, मंत्री पद से छुट्टी तो होनी ही चाहिए। वैसे आप सरकार भी इसकी दोषी तो है कि अब तक न भीतरी लोकपाल नियुक्त किया है न बाहरी। तोमर की ‘असली’ डिग्रियां पेश करने का वादा भी अब तक पूरा नहीं किया गया है। लेकिन इसके बावजूद दिल्ली पुलिस की आज की नाटकीय गतिविधि संदेह के घेरे से बाहर नहीं निकल आती। सवाल यह है कि कल कोई एफआइआर शिक्षामंत्री स्मृति ईरानी पर डिग्री (यों) वाले उनके फर्जी हलफनामों के लिए दर्ज होती है तो क्या पुलिस इसी जोशोखरोश में पेश आएगी?
आईबीएन7 के संपादक सुमित अवस्थी को दूसरे पत्रकार ने ‘Certified Modified journo’ करार दिया!
(वरिष्ठ पत्रकार और उद्यमी शीतल पी. सिंह)
शीतल पी. सिंह वरिष्ठ पत्रकार हैं. एक जमाने में चौथी दुनिया की लांचिंग टीम के हिस्सा थे. इंडिया टुडे में भी काम कर चुके हैं. अमर उजाला से अखबारी करियर शुरू करने से पहले शीतल सोशल और पोलिटिकल एक्टिविस्ट हुआ करते थे. देश समाज बदलने का जज्बा लिए ग्रासरूट लेवल यानि गरीबी के ग्राउंड जीरो पर काम किया करते थे. बाद में बिजनेस में आए और अपने उद्यम से आर्थिक रूप से समृद्ध हो गए. लेकिन इस भागमभाग में मीडिया कहीं पीछे छूट गया. अब फेसबुक और ट्विटर ने उन्हें फिर से लिखने कहने बोलने का माध्यम दे दिया है.
ये पत्रकारिता है और “चौधरी” पत्रकार हैं!
Sheetal P Singh : क़रीब दो तीन बरस पहले जी न्यूज़ ने हफ़्तों कोयला घोटाले और उसमें जिन्दल ग्रुप की मिली भगत पर नान स्टाप कवरेज दी थी। आपको मालूम ही है कि बाद में एक स्टिंग सामने आया था जिससे पता चला था कि सुधीर चौधरी समेत जी न्यूज़ के आला अधिकारी और जी के मालिक सुभाष चन्द्रा नवीन जिन्दल से समाचार रोकने के लिये १०० करोड़ की राशि माँग रहे थे। उसमें मुक़दमा दर्ज हुआ। चौधरी लम्बे समय जेल में रहे, सुभाष चन्द्रा अग्रिम ज़मानत पर बचे और मुक़दमा जारी है।
गजेंद्र खुदकुशी प्रकरण : मजिस्ट्रेटी जांच में सहयोग से दिल्ली पुलिस ने किया इनकार
Sheetal P Singh : दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में कल हुई दौसा के किसान की आत्महत्या के मामले में घोषित की गई मजिस्ट्रेटी जाँच में सहयोग से इनकार कर दिया है। दरअसल दिल्ली राज्य में पुलिस ही केजरीवाल सरकार का मुख्य विपक्ष है। कांग्रेस काग़ज़ पर और बीजेपी चैनलों पर। ये पुलिस ही है जिससे दिल्ली राज्य के इंच-इंच पर “आप” का मुक़ाबला है।
‘आप’ की आंतरिक लड़ाई का असली सच जानिए
Sheetal P Singh : ‘आप’ की जो आज ख़बर है वह पिछले क़रीब छ: माह से खदबदाती हाँड़ी का विस्तार भर है, सिर्फ़ उसका कैनवास बड़ा हो गया है। वजह: भूषण परिवार ने इस पार्टी के पैदा होते समय तन मन और “धन” लगाया था पर प्रशांत भूषण की रेडिकल पृष्ठभूमि(ख़ासकर कश्मीर में plebiscite पर उनके stand) से केजरीवाल ने अनवरत सचेत रुख़ से ख़ुद और पार्टी को बचा के रक्खा। बीजेपी/संघ ने हर मुमकिन कोशिश की पर केजरीवाल बच के निकल गये पर वे भूषण परिवार के उतने क़रीब भी न रहे जितना तन मन धन के कारण भूषण’s चाहते थे। उन्होंने योगेन्द्र यादव को समानान्तर स्थापित करने का प्रयास आगे बढ़ाया। लोकसभा में बड़ी हार से उन्हे मौक़ा भी मिल चुका था पर हरियाणा में योगेन्द्र यादव भी न सिर्फ़ फ़ेल रहे थे बल्कि नवीन जयहिंद (हरियाणा के एक अन्य नेता) से उलझ कर रह गये थे।
ये हार बहुत भीषण है म्हराज!
Sheetal P Singh : पिछले दो दिनों में दिल्ली के सारे अख़बारों में पहले पेज पर छापे गये मोदी जी + बेदी जी के विज्ञापन का कुल बिल है क़रीब चौबीस करोड़ रुपये। आउटडोर विज्ञापन एजेंसियों को होर्डिंग / पोस्टर / पैम्फलेट / बैनर / स्टेशनरी / अन्य चुनावी सामग्री के बिल इससे अलग हैं। इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों द्वारा प्रधानमंत्री और अन्य हैवीवेट सभाओं के (कुल दो सौ के क़रीब)इंतज़ाम तथा टेलिविज़न / रेडियो विज्ञापन और क़रीब दो लाख के क़रीब आयातित कार्यकर्ताओं के रख रखाव का ख़र्च श्रद्धानुसार जोड़ लें। आम आदमी पार्टी के पास कुल चुनाव चंदा क़रीब चौदह करोड़ आया। बीस करोड़ का लक्ष्य था। कुछ उधार रह गया होगा। औसतन दोनों दलों के ख़र्च में कोई दस गुने का अंतर है और नतीजे (exit poll) बता रहे हैं कि तिस पर भी “आप” दो गुने से ज़्यादा सीटें जीतने जा रही है! ये हार बहुत भीषण है म्हराज! ध्यान दें, ”आप” बनारस में पहले ही एक माफ़िया के समर्थन की कोशिश ठुकरा चुकी थी, आज उसने “बुख़ारी” के चालाकी भरे समर्थन को लात मार कर बीजेपी की चालबाज़ी की हवा निकाल दी।
दिल्ली विस चुनाव में न्यूज चैनल खुल्लमखुल्ला ‘आप’ और ‘भाजपा’ के बीच बंट गए हैं
Dayanand Pandey : दिल्ली विधानसभा चुनाव में इस बार टीवी चैनल खुल्लमखुल्ला अरविंद केजरीवाल की आप और भाजपा के बीच बंट गए हैं। एनडीटीवी पूरी ताकत से भाजपा की जड़ खोदने और नरेंद्र मोदी का विजय रथ रोकने में लग गया है। न्यूज 24 है ही कांग्रेसी। उसका कहना ही क्या! इंडिया टीवी तो है ही भगवा चैनल सो वह पूरी ताकत से भाजपा के नरेंद्र मोदी का विजय रथ आगे बढ़ा रहा है। ज़ी न्यूज, आईबीएन सेवेन, एबीपी न्यूज वगैरह दिखा तो रहे हैं निष्पक्ष अपने को लेकिन मोदी के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाने में एक दूसरे से आगे हुए जाते हैं। सो दिल्ली चुनाव की सही तस्वीर इन के सहारे जानना टेढ़ी खीर है। जाने दिल्ली की जनता क्या रुख अख्तियार करती है।
लोग बार-बार फंस जाते हैं पर जान ही जाते हैं कि खांग्रेसी और हिन्दू पार्टी में कोई अंतर नहीं है
Sheetal P Singh : नई सरकार की असलियत सामने है… अब सरकार कभी भी किसी की भी जमीन कब्जा कर लेगी। ज़मीन अधिग्रहण पर आये अध्यादेश ने इसको पूरी तरह बेनक़ाब कर दिया है। हम जानते थे पर लोगों को समझाने में असफल थे क्योंकि सारे 24×7 चैनल, सारे अख़बार, सारी पत्र पत्रकायें, रेडियो FM और पेड सोशल मीडिया ने विचार विमर्श के सारे प्लेटफार्मों पर इकतरफ़ा क़ब्ज़ा किया हुआ था, क़ब्ज़ा आज भी है पर इक्का दुक्का आलोचना और विवेक झूठ और सिर्फ़ झूठ की मार्केटिंग से बजबजाती सच्चाइयों पर पर्दा हटाने में धीरे धीरे ही सही पर नज़र आना शुरू कर चुका है।
बड़ा संपादक-पत्रकार बनने की शेखर गुप्ता और राजदीप सरदेसाई वाली स्टाइल ये है…
Abhishek Srivastava : आइए, एक उदाहरण देखें कि हमारा सभ्य समाज आज कैसे गढ़ा जा रहा है। मेरी पसंदीदा पत्रिका The Caravan Magazine में पत्रकार शेखर गुप्ता पर एक कवर स्टोरी आई है- “CAPITAL REPORTER”. गुप्ता की निजी से लेकर सार्वजनिक जिंदगी, उनकी कामयाबियों और सरमायेदारियों की तमाम कहानियां खुद उनके मुंह और दूसरों के मार्फत इसमें प्रकाशित हैं। इसके बाद scroll.in पर शिवम विज ने दो हिस्से में उनका लंबा साक्षात्कार भी लिया। बिल्कुल बेलौस, दो टूक, कनफ्यूज़न-रहित बातचीत। खुलासों के बावजूद शख्सियत का जश्न जैसा कुछ!!!
मोदी की बनारस यात्रा : स्मृति ईरानी से मात खाकर हर्षवर्धन को औकात बोध हो गया!
Sheetal P Singh : प्रधानमंत्री की आज होने वाली बनारस यात्रा से “ट्रामा सेन्टर” के शिलान्यास कार्यक्रम को रद्द कराने में मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी कामयाब हो गईं। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन अपनी सारी कोशिशों के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मनाने में नाकामयाब साबित हुए। उन्होंने पिछले कार्यक्रम (जो टल गया था, अब हो रहा है) में इसे सबसे प्रमुख कार्यक्रम तय कराया था। क़रीब २०० करोड़ की लागत से बीएचयू में बना ट्रामा सेंटर पिछले डेढ़ साल से उद्घाटक की प्रतीक्षा कर रहा है।
दुनिया में पन्द्रह देश धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर सबसे ज्यादा कट्टर हैं, इनमें दस मुस्लिम देश हैं
Sheetal P Singh : USCIRF की पिछले साल की रिपोर्ट बताती है कि दुनिया में पन्द्रह देश धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर सबसे ज्यादा कट्टर हैं। इनमें से दस मुस्लिम देश हैं। ये देश हैं बर्मा चीन मिश्र इरीट्रिया ईरान ईराक़ नाइजीरिया उत्तर कोरिया पाकिस्तान सऊदी अरब सूडान ताजिकिस्तान तुरकमेनिस्तान उज़बेकिस्तान और वियतनाम। इनमें चीन उत्तर कोरिया वियतनाम और बर्मा साम्यवादी आग्रहों की वजह से धार्मिक समूहों को लेकर असहिष्णु हैं।
वो जो ‘अच्छे दिन’ न आने थे, न आए
शीतल पी. सिंह
Sheetal P Singh : अच्छे दिन… पिछले कई महीनों से होर्डिंग्स TV चैनल्स अख़बार रेडियो और सोशल साइट्स इन्हीं का डंका पीट रही थीं। ख़ुद साहब ने कहा “अच्छे दिन आ गये”। मेरी तरह साहब के कई आलोचकों को इस पर यक़ीन न था। हमारा तर्क था “नीतियों और आचरण के मामले में कांग्रेस और बीजेपी में कोई फ़र्क़ नहीं है”। अब यह दुबारा उनके लिये साबित होने जा रहा है जो २००४ में भाजपा के चुनाव के बाद मतदाता बने और इस चुनाव में अगर वे हिन्दू धर्मावलम्बियों में से थे तो ज़्यादातर “मोदी” जी के पक्ष में मत देने गये।