बस्सी साहब 21वीं सदी के स्वामिभक्त नौकरशाही के सबसे बेहतरीन नायक हैं!

Arvind K Singh : बस्सी साहब ने वाकई शानदार पारी खेली। अगर सभी प्रशासनिक अधिकारी उनकी तरह हो जायें तो नौकरशाही में धर्मवीर, भूरेलाल या के.एफ.रुस्तमजी जैसों का नाम निशान ही मिट जाएगा। बस्सी साहब ने ऐसी लंबी लकीर खींच दी है कि जिसे पार कर पाना शायद आगे के पुलिस आयुक्तों के लिए बहुत कठिन होगा।

CBI रेड अब सारे आरोपों और असफलताओं से निकाल देगा केजरीवाल को! (पढ़ें सोशल मीडिया पर पक्ष-प्रतिपक्ष में टिप्पणियां)

Amitaabh Srivastava : अरविंद केजरीवाल और उनकी मंडली मन ही मन बहुत प्रसन्न होंगे। शकूरबस्ती झुग्गी कांड के बाद बैकफुट पर आई केंद्र सरकार ने सीबीआई छापे के बहाने इस सर्दी में उन्हें victim politics का एक गरमागरम मुद्दा और मौका दे दिया है। सर्दियों में आम आदमी पार्टी की पालिटिक्स गरमाती भी है। इसी …

दिल्ली में हरिभूमि डाट काम के पत्रकार राहुल पांडेय के घर भीषण चोरी, पुलिस बेपरवाह

दिल्ली पुलिस का हाल इन दिनों बेहद बुरा है. केंद्र सरकार और दिल्ली सरकार के बीच रस्साकस्सी का पूरा फायदा दिल्ली पुलिस उठा रही है. इस कारण चोर-उचक्कों और लुटेरों की बन आई है. आए दिन सभ्य लोग पुलिस या पुलिस संरक्षित गुंडों-चोरों-उचक्कों के जरिए परेशान प्रताड़ित किए जा रहे हैं. यहां दो घटनाओं का उल्लेख जरूरी है. हरिभूमि डाट काम के पत्रकार राहुल पांडेय के दिल्ली स्थित घर को चोरों ने साफ कर दिया. राहुल पांडेय पत्रकार के साथ साथ साहित्यकार, रंगकर्मी, चित्रकार और फिल्मकार भी हैं.

दस अगस्त को दिल्ली में देश भर के किसानों का जमावड़ा, संसद घेरेंगे

देश भर में स्वराज अभियान के बैनर तले भूमि अधिग्रहण कानून रद्द करने के लिए 10 अगस्त को देश भर से आए किसान संसद का घेराव करेंगे. इस अभियान में देश भर से 50 हजार लोग शामिल हो रहे हैं. आज गुजरात से भी दिल्ली संसद का घेराव करने के लिए गुजरात से कई किसान दिल्ली कूच कर गए हैं. यह घोषणा आज स्वराज अभियान से जुड़े गुजरात के प्रवक्ता प्रवीण मिश्रा ने दी. 

दिल्ली पुलिस ने झूठी खबर पर जागरण को थमाया नोटिस

दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी राजन भगत ने दैनिक जागरण के संपादक को प्रेषित एक लिखित स्पष्टीकरण में आगाह किया है कि वह अपने संवाददाता को विभाग के संबंध में अनधिकृत खबरें न देने की ताकीद करें। साथ ही, दैनिक जागरण में “आप की खबरें करती हैं लोगों का मनोरंजन: भीम सेन बस्सी” शीर्षक से प्रकाशित समाचार पर हमारा पक्ष ठीक से प्रकाशित करें। 

नियमितीकरण के लिए आकाशवाणी के उद्घोषकों का जंतर-मंतर पर धरना-प्रदर्शन

दिल्ली : अखिल भारतीय आकस्मिक उद्घोषक/ कम्पीयर कर्मचारी एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी मनोज कुमार पाठक ने बताया कि नियमितीकरण की मांगों के समर्थन में सभी आकस्मिक उद्घोषकों (कम्पीयर) ने 3 एवं 4 अगस्त को जंतर-मंतर पर शांति पूर्ण तरीके से दो दिवसीय धरना-प्रदर्शन किया गया। 

अफवाहें उड़ाने वालो, देख लेंगे, तुम्हारे दुष्प्रचार में ताकत है या हमारे सच में : ओम थानवी

कुछ समय पहले बदमाशों ने, न सुहाने वाले एक आलोचक – जो टीवी पर भी बेबाक रहते हैं – के बारे में अफवाह उड़ाई कि उनकी पत्नी भाग गई हैं। अफवाह ऐसी कि कोई उनसे पुष्टि भी करना चाहे तो कैसे करे लेकिन कल मेरे बारे में उन लोगों ने थोड़ी रियायत बरती, सो मित्रों ने मुझे फोन कर बता भी दिया। उन कुछ के श्रीमुख से देशद्रोही, गद्दार, विदेशी एजेंट आदि जुमले तो रोज सुनते हैं; सो इसमें भी हैरानी नहीं हुई कि अब वे शराबी-कबाबी-व्यभिचारी कहें; कौन जाने कल बलात्कारी-हत्यारा या तस्कर भी कहने लगें। ऐसे गलीज तत्त्वों से कोई गिला नहीं। 

वाह रे लोकसभा टीवी के शेखचिल्ली, ‘डायरिया स्पेशल’ से उड़ाई कलाम की मर्यादा की खिल्ली

लोकसभा टीवी ने मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ कर एक बार फिर ये साबित कर दिया है कि यहां काम करने वाले लोग बेहद अनप्रोफेशनल तो हैं ही, उसके साथ ही असंवेदनशील भी हैं। कलाम के अचानक हुए निधन के बाद लोकसभा टीवी ने जो लाइन ली है उससे सारा देश शर्मिंदा है। सोशल मीडिया पर लोकसभा टीवी के उन कार्यक्रमों की तस्वीरें वाइरल हो रही हैं, जो कार्यक्रम लोकसभा टीवी भारत रत्न और पीपुल्स प्रेजिडेंट कलाम के निधन के बाद दिखा रहा था। हद तो तब हो गयी जब देर रात तक लोकसभा टीवी पर कलाम के निधन की खबर तक नहीं चली। देश के तमाम बड़े सम्पादकों ने लोकसभा टीवी की इस बेशर्म हरकत पर हैरानी जताई है। फेसबुक पर इण्डिया टीवी के संपादक अजीत अंजुम सहित कईं अखबारों और न्यूज़ चैनलों के अन्य संपादकों ने भी कलाम के दिल्ली में अंतिम दर्शन के कार्यक्रम के दौरान लोकसभा टीवी के ‘डायरिया स्पेशल’ प्रोग्राम दिखाए जाने की तस्वीरें पोस्ट की हैं।

मीडिया का दमन करने की कोशिश, केंद्रीय गृह मंत्रालय में अब पत्रकारों के प्रवेश पर पाबंदी

नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने प्रवक्ता को छोड़कर अपने दूसरे अधिकारियों से पत्रकारों के मिलने पर प्रतिबंध लगा दिया है। अब मीडिया तक सूचनाएं पहुंचाने के दिशानिर्देश तय किए गए हैं. पत्रकारों ने विरोध जताते हुए कहा है कि यह मीडिया का दमन करने की कोशिश है.

एलजी साहब, ये तो हद हो गई !

नई दिल्ली में मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनकी सरकार के साथ उप राज्यपाल यानि एलजी नजीब जंग के बीच चल रही जंग अब अत्यंत ही फूहड़ और अलोकतांत्रिक हो गई है। एक सामान्य बुद्धि का व्यक्ति भी यह बात समझ सकता है कि विशाल बहुमत से चुनी गई नई दिल्ली की केजरीवाल सरकार को हर तरह से केन्द्र की भाजपा सरकार द्वारा परेशान किया जा रहा है। 

दिल्ली भास्कर की साजिश को कर्मचारियों ने ठोकर मारी, वकील को बैरंग लौटाया

दिल्ली : भास्कर की धोखेबाजी को अंजाम तक पहुंचाने के लिए उसके वकील सचिन गुप्ता ने गत दिनो एक नायाब चाल चली। उसने एक ऐसे पेपर मीडियाकर्मियों से हस्ताक्षर कराने का प्रयास किया, जिसमें कर्मचारियों को उद्धृत किया गया था कि उन्हें मजीठिया वेतनमान मिल चुका है। षड्यंत्र की भनक लगते ही सभी कर्मचारियों ने एकजुट होकर वकील को खरी-खोटी सुनाते हुए दफ्तर से बैरंग लौटा दिया। 

शीला चोर है, शीला बेईमान है, ये देखो, केजरी को शर्म नहीं आई

शीला चोर है. शीला को हम जेल भेजेंगे. शीला बेईमान है. इसी तरह के आरोप लगाये जाते थे. अब देखिये एक भ्रष्ट पूर्व मुख्यमंत्री के साथ हंसी-ठिठोली की जा रही है, साथ में स्वादिष्ट व्यंजनों का लुत्फ़ उठाया जा रहा है। 

हम नेता लोग एक होते हैं जी, दिल पर मत लेना जी

अब सब ठीक है जी. हम राजनीति करना सीख गए हैं जी. लड़ते भिड़ते हैं टीवी पर एफबी पर ट्विटर पर अखबार में लेकिन सिर्फ जनता को दिखाने रिझाने के लिए जी. बाकी तो जानते ही हैं जी कि हम नेता लोग एक होते हैं जी. दिल पर मत लेना जी. पार्टी शार्टी में तो बुलाना ही पड़ता है जी. योगेंद्र यादव प्रशांत भूषण को क्यों नहीं बुलाया जी? 

ऑल इंडिया रेडियो में भी अखबारों की तरह अंडरटेकिंग प्रावधान से मची अंधेरगर्दी

नई दिल्ली : केंद्र सरकार भी दैनिक टाइम्स ऑफ इंडिया, हिन्दुरस्तान टाइम्‍स और दैनिक हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण और दैनिक भास्कार द्वारा अपनाए गए अवैध और असंवैधानिक तरीके से ऑल इंडिया रेडियो को चलाने का ठेका यहां के कुछ अधिकारियों को दे दिया है। पिछले बीस-बीस सालों से काम कर रहे आकस्मिक (कैजुअल्‍स) उदघोषकों और प्रस्तोताओं से इन अखबारों की तरह ही अवैध अंडरटेकिंग लेने के आदेश जारी किए गए हैं। 

श्वेता भट्टाचार्या पहुंचीं ईटीवी दिल्ली, हिमांशु तिवारी आई नेक्स्ट के हिस्से बनेंगे

फोकस टेलीविजन नेटवर्क की एंकर / प्रोड्यूसर श्वेता भट्टाचार्या ने अपने पद से इस्तीफा देकर ईटीवी के दिल्ली ब्यूरो में सीनियर एंकर के रूप में ज्वॉइन कर लिया है. वह फोकस नेशनल की प्राइम टाइम फेस रही हैं. वह इसके पहले हैदराबाद ईटीवी से जुड़ी रही हैं. वहीं से उन्होंने फोकस टीवी ज्वाइन किया था. पूरी खबर यूं है: Shweta Bhattacharya joins Etv Delhi. Shweta Bhattacharya was a Famous Face of focus tv national, was working as a Anchor/Producer who left the organisation and joined Etv Delhi as a Senior Anchor. She was associated to Focus Tv since last 2 Years anchored Debate shows, special Reports, did reporting during Delhi Elections for Soecial Delhi based Election Shows. 

पेड न्यूज : दिल्ली क्रिकेट का ‘काला’ कैरेक्टर और बिकाऊ मीडिया की एक और करतूत

दिल्ली एवं जिला क्रिकेट संघ (डीडीसीए) की खेल समिति के चुनाव जल्द होने वाले हैं। तीस हज़ारी कोर्ट ने दो पूर्व जजों को चुनाव अधिकारी भी नियुक्त कर दिया है। चुनाव की तिकड़मबाजी अपने चरम पर है। पत्रकारों का इस्तेमाल शुरू हो चुका है। वीरवार को मेल टुडे में स्टोरी पढ़ी, तो शुक्रवार को नवभारत टाइम्स में महानगर खेल के कॉलम में एक खबर देखी।

लव यू मनोज, निराश मत होना, ये दिन भी गुजर जाएंगे

जब 2008 में दिल्ली आया, दैनिक जागरण की नौकरी करने तो मयूर विहार फेज 3 में किराए पर मकान मुझे आम आदमी पार्टी के आज गिरफ्तार हुए एमएलए मनोज कुमार ने दिलवाया था. मनोज तब विधायक नहीं थे, उनसे कोई परिचय नहीं था और तब उन दिनों वो दो जून की रोटी के लिए किराए पर मकान दिलवाने से लेकर मकान बिकवाने और होली में रंग बेचने से लेकर दिवाली में पटाखा बेचने तक का काम किया करते थे. 

किसी अखबार ने नहीं छापी एमसीडी भर्ती घोटाले की खबर, एक अधिकारी ने सबको मैनेज किया

सभी खबर अगर समाचारपत्र और न्यूज चैनल में चलती तो शायद भड़ास की जरूरत न पड़ती। आखिरकार आज मुझे भी पत्रकार होते हुए अपनी वेदना को लोगों तक पहुंचाने के लिए भड़ास का सहारा लेना पड़ रहा है। दिल्ली नगर निगम (उत्तरी, पूर्वी और दक्षिणी दिल्ली) में प्रचार सहायक के छह पदों के लिए निकाली गई भर्ती में आरक्षित वर्ग का कोटा समाप्त करने वाले अधिकारी योगेन्द्र सिंह मान ने अपने रसकू और पद के दम पर पत्रकारों को मैनेज कर लिया है। कुछ पत्रकार इसलिए खबर नहीं लिख पाए कि उनके, उनसे ताल्लुकात है। जिन पत्रकारों ने खबर लिखने की हिम्मत दिखाई उन पत्रकारों को पहले तो स्वयं फोन कर खबर रोकने का प्रयास किया गया। जब बात नहीं बनी तो ऊपर (चीफ रिपोर्टर और एडिटर) से फोन कर मैनेज कर लिया गया।

दिल्ली में पत्रकारों ने बिगुल बजाया, पैदल मार्च, पुलिस बल प्रयोग, केंद्र को 15 दिन का अल्टीमेटम

 देश भर में हो रहे पत्रकार उत्पीड़न और पत्रकारों की हत्याओं के विरोध में एनसीआर पत्रकार संघर्ष समिति ने बुधवार को नोएडा से दिल्ली तक पैदल मार्च निकाल कर विरोध जताया। नोएडा से पैदल दिल्ली पहुंचे सैकड़ों की संख्या में पत्रकारों को दिल्ली पुलिस ने तिलक ब्रिज के पास रोक लिया और बल प्रयोग करते हुए उन्हें हिरासत में ले लिया। बाद में जंतर मंतर पर ले जाकर मुक्त किया। वहीं पर दिल्ली पुलिस के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह को पांच सूत्री मांगों का ज्ञापन सौंपा गया। 

नोएडा से दिल्ली पैदल मार्च पर निकले पत्रकार

विभूति रस्तोगी बने राष्ट्रीय उजाला के दिल्ली ब्यूरो चीफ

दिल्ली से हाल ही में लांच हिन्दी अखबार राष्ट्रीय उजाला में वरिष्ठ पत्रकार विभूति कुमार रस्तोगी ने दिल्ली ब्यूरो चीफ के रूप में अपनी नई पारी की शुरूआत की है। वह लगातार 11 सालों तक दैनिक जागरण दिल्ली में वरिष्ठ संवाददाता रहे हैं।

कलम की आवाज़ बनो 25 जून को, दिल्ली जंतर मंतर चलो

प्रकाश फुलारा की अपील : मित्रों पत्रकारों पर हो रहे लगातार हमलों और जिस कदर पत्रकारों को जिंदा जलाया जा रहा है के विरोध में 25 जून को सुबह 11 बजे जंतर मंतर पर दिल्ली जर्नलिस्ट एसोसिएशन द्वारा धरना दिया जा रहा है। सभी पत्रकार इसमें सादर आमन्त्रित हैं। पत्रकार समाज में घट रही घटनाओं …

विष्णु प्रभाकर सम्मान समारोह में डॉ.वर्तिका नंदा ने कहा – समाज में हर चुप्पी को तोड़ना होगा

नई दिल्ली : सुप्रसिद्ध साहित्यकार विष्णु प्रभाकर के 104 वें जन्म दिन के अवसर पर गांधी हिन्दुस्तानी साहित्य सभा, विष्णु प्रभाकर प्रतिष्ठान, नई दिल्ली और राष्ट्रीय मासिक अनिल संदेश की ओर से​निधि सभागार में आयोजित समारोह में जानी मानी मीडिया विशेषज्ञ डॉ वर्तिका नंदा ने कहा कि आज समाज में हर चुप्पी को तोड़ना होगा। प्रतिरोध की ताकत विकसित करनी होगी। यह हमारे समक्ष सबसे बड़ी चुनौती है। समारोह में बिहार के पत्रकार रविशंकर रवि को विष्णु प्रभाकर पत्रकारिता सम्मान, अयोध्या की बिन्दु पाण्ये ‘विजेता’ को विष्णु प्रभाकर शिक्षा सम्मान, जिन्द की डॅा सुधा मल्होत्रा को विष्णु प्रभाकर साहित्य सम्मान के अलावा फरीदाबाद की रंजना, विशिदा की सार्वजनिक भोजनालय समिति को विष्णु प्रभाकर समाज सेवा सम्मान से सम्मानित किया गया।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल क्या इन पांच सवालों के जवाब देंगे!

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से पांच सवाल ऐसे हैं, जो अनेक लोगों के मन में आजकल गूंज रहे हैं। क्या अरविंद केजरीवाल इन वांच सवालों का जवाब दे सकते हैं? अरविंद केजरीवाल के पास इन सवालों का क्या जवाब है-  

पत्नी लिपिका मित्रा के आरोपों पर भारती ने मीडिया से निजता का वास्ता दिया, ट्विटर पर ट्रेंड में

सोमनाथ भारती ने ट्विटर पर लिखा है, ‘मैं पार्टी के काम के सिलसिले में केरल में हूँ। मैं बहुत आहत हूँ कि मेरी पत्नी ने घरेलू मामले को सार्वजनिक कर दिया है। घरेलू हिंसा के अगर आरोप लगे हैं तो ये बेबुनियाद हैं। मैं अपनी पत्नी और बच्चों से प्यार करता हूँ। मैं मीडिया से अपील करता हूँ कि मेरी निजता का सम्मान करें।” भारती की खबर सोशल मीडिया पर वायरल हुई पड़ी है। शाम चार बजे जैसे ही उनकी पत्नी लिपिका मित्रा महिला आयोग पहुंचीं और भारती पर मारपीट के आरोप की खबर उड़ी, वैसे ही ट्विटर पर सोमनाथ भारती ट्रेंड में आ गए। महज 30 मिनट में हजारों टवीट्स हो गए। ट्रेंड तीसरे पायदान पर पहुंच गया।

लिपिका मित्रा और सोमनाथ भारती

दिल्ली के कानून मंत्री की गिरफ्तारी से कानून खुद के शिकंजे में

परिपक्व संविधान मजबूत लोकतंत्र और युवा भारत दुनिया में भारत की फिलहाल यह भी एक मजबूत पहचान है लेकिन कानून के उपयोग और व्याख्या को लेकर अक्सर जो माजरा खड़ा होता है उससे एक अजीब से राजनीतिक मकसद की बू आती है जिसे लेकर कहीं न कहीं लोकतंत्र पर ही सवाल और कानून खुद-ब-खुद शिकंजे में दिखाई देने लगता है। कई बार ऐसा लगता है कि जंग कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच है तो कई बार यह जंग विधायिका और न्यायपालिका के बीच दिखती है। मजबूत लोकतंत्र और दुनिया में अपना डंका बजाने के लिए बेताब भारत के लिए यह हितकर नहीं कहा जाएगा। 

जाली डिग्री मामले में दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र तोमर गिरफ्तार, शाम को साकेत कोर्ट में पेश

सोमवार की रात फर्जी डिग्री मामले में दिल्ली सरकार के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर के खिलाफ धोखाधड़ी, आपराधिक षड्यंत्र समेत आईपीसी की कई धाराओं में रिपोर्ट दर्ज करने बाद मंगलवार सुबह गिरफ्तार कर लिया। उऩ्हें हौज खास थाने ले जाने के बाद वसंत विहार थाने भेज दिया गया। पुलिस ने शाम को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि उसकी जांच में तोमर की दोनों डिग्रियां फर्जी निकली हैं। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उन्हें एम्स में मेडिकल टेस्ट के लिए लेकर गई। अभी तोमर को पुलिस साकेत कोर्ट में पेशी के लिए लेकर पहुंची। उधर, लखनऊ में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दिल्ली के कानून मंत्री की गिरफ्तारी में गृह मंत्रालय का कोई हाथ नहीं है। गृह मंत्रालय किसी की गिरफ्तारी का आदेश नहीं देता।

‘न्यूज नेशन’ की उगाही कथा (7) : दिल्ली-एनसीआर के डाक्टर्स, डयग्नोस्टिक सेंटर्स संगठन एकजुट, आपात बैठक

Padampati Sharma : स्टिंग के नाम पर हिला देने वाले उगाही प्रकरण में दिल्ली एनसीआर के सभी डाक्टर्स और जांच केंद्रों से जुड़े समस्त संगठन लामबंद हो गए हैं. पता चला है कि इनके पदाधिकारियों की आपात बैठक बुलायी गयी है, जिसमें मुख्य एजेंडा उगाही का चेक लेते हुए रंगे हाथ पकड़ी गयी OXXY कंपनी की कर्मचारी शीतल कपूर और कंपनी के खिलाफ दिल्ली क्राइम ब्रांच की जांच की प्रगति और इसमें आगे की काररवाई रहेगा. 

शीतल कपूर

‘न्यूज नेशन’ उगाही कथा (4) : सफदरजंग पुलिस ने रंगे हाथ बरामद किया छह लाख का चेक

स्टिंग के नाम पर ‘उगाही’ को उद्योग बनाने वाले टेलीविजन चैनल “न्यूज नेशन” का मामला दिल्ली की क्राइम ब्रांच को सौंप देने के साथ ही सूत्रों के मुताबिक मामले की पूरी फाइल गृह मंत्री राजनाथ सिंह की टेबल तक जा चुकी है। वह पूरा प्रकरण दिल्ली के सफदरजंग थाने में 23 दिसंबर 2014 को शीतल कपूर के खिलाफ आईपीसी धारा 120बी और 384 के तहत एफआईआर संख्या 1013 में बी-6, सफदरजंग इन्क्लेव निवासी डॉ.संदीप शर्मा पुत्र गौरीशंकर शर्मा ने उजागर किया था। उन्होंने बताया था कि किस तरह शीतल कपूर ने 22 दिसंबर 14 को उनके डाइग्नोस्टिक सेंटर के स्टिंग से संबंधित सीडी न चलाने के एवज में 20 लाख रुपए मांगे। फिर अगले दिन 23 दिसंबर 14 को भी दोबारा फोन कर एडवांस के रूप में छह लाख रुपए मांगे गए। चेक ( न० ” 000741″ 110240101 00452029″ of A/C No 05862320000767 of HDFC Bank) से छह लाख रुपए का भुगतान किया गया, जिसे पुलिस ने छानबीन के दौरान शीतल कपूर से बरामद कर लिया।  

न्यूयॉर्क टाइम्स के संवाददाता गार्डिनर हैरिस के दिल्ली प्रवास के शर्मनाक अनुभव से हम कोई सबक लेंगे!

क्या हम अपने देश और समाज के स्वस्थ विकास के प्रति सजग हैं? इसका एक नितांत खेदपरक उदाहरण सामने आया है। अपना तीन वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने पर अगले ही दिन अमेरिकी अखबार न्यूयॉर्क टाइम्स के संवाददाता गार्डिनर हैरिस दिल्ली छोड़ वाशिंगटन के लिए रवाना हो गए। अपना कार्यकाल आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने असहमति जताई। यह एक महत्वपूर्ण खबर है भले ही टीवी चैनलों पर इसकी चर्चा न हो। वह अपने बच्चे को लेकर बेहद चितिंत थे, क्योंकि दिल्ली में प्रदूषण की वजह से उनका बेटा बीमार हो गया था।

न्यूयॉर्क टाइम्स के पत्रकार गार्डिनर हैरिस की सलाह- अगर आपके पास दूसरे शहर का विकल्प है तो दिल्ली छोड़ दीजिए

गार्डिनर हैरिस


: न्यूयॉर्क टाइम्स के पत्रकार ने दिल्ली को अलविदा कहने के बाद अपने फैसले पर जताई खुशी : न्यूयॉर्क टाइम्स के दिल्ली में रह रहे दक्षिण एशिया संवाददाता गार्डिनर हैरिस दिल्ली को अलविदा कहने के बाद से बहुत खुश हैं। हैरिस अकेले पिता नहीं है जो अपने बच्चों पर दिल्ली के भयंकर टॉक्सिक वातावरण के प्रभाव को लेकर बहुत चिंतित हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली में रहना एक सजा के सामान है। उन्होंने कहा कि यदि आपके पास दूसरे शहर का विकल्प है और आप अपने रोजगार से भी अधिक अपने बच्चों से प्यार करते हैं, तो आप दिल्ली से दूर रहकर, किसी दूसरे शहर में रोजगार पाकर ज्यादा खुशी पा सकते हैं।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव में राहुल जलाली का पूरा पैनल भारी मतों के अंतर से जीता

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के चुनाव में राहुल जलाली भारी मतों के अंतर से अध्यक्ष निर्वाचित हो गए। उन्हें 206 मतों के मुकाबले कुल 792 मत मिले। उनके अलावा उपाध्यक्ष पद पर 323 मतों के जवाब में श्री कृष्णा 842 वोटों से विजयी घोषित किए गए। जनरल सेक्रेटरी पद पर नदीम 389 मतों के समानांतर 884 वोट से निर्वाचित हुए। विनीता यादव 370 के मुकाबले 828 मतों से ज्वाइंट सेक्रेटरी चुन ली गईं। कोषाध्यक्ष पद पर अरुण जोशी को 443 मतों के मुकाबले 870 वोट मिले। 

ये दिल्ली प्रेस क्‍लब है या दलाल(प्रेस) क्‍लब ऑफ इंडिया!


दिल्ली : सुना है कि प्रेस क्‍लब ऑफ इंडिया पर बिल्‍डरों का कब्‍जा हेा गया है। आज वहां चुनाव है। हमारे यहां चुनाव का मतलब , गांव से शहर तक और पंचायत से संसद तक एक ही होता है। अगर अब इस क्‍लब मेंपत्रकार नहीं रहे या क्‍लब में पत्रकाराें की नहीं चलती तो इस तरह के क्‍लब का कोई मतलब नहीं है। 

 

Majithia Wage Awards : Special Labour Inspectors start working in Delhi

Delhi : Secretary General of IFWJ Parmanand Pandey said, ”We congratulate Government of Delhi for conducting surprise checks in the Delhi offices of Dainik Jagran and Dainik Bhaskar to find out the status of newspaper employees and about the implementation of Majithia Wage Awards. The raids were conducted by the special team of labour Inspectors, monitored by a senior PCS officer of U.P. cadre Kapil Kumar, presently on deputation to the Government of Delhi.”

दिल्ली प्रेस क्लब चुनाव 30 को, लाहरी और जलाली पैनल आमने-सामने

दिल्ली प्रेस क्लब का चुनाव 30 मई को है। दो पैनल मैदान में हैं। एक गौतम लाहरी का और दूसरा राहुल जलाली का। राहुल के पैनल में जहां, कई पुराने चेहरे मैदान में हैं, लाहरी का पैनल बदलाव के ताकत आजमा रहा है। इस बार चुनाव में पहली बार उम्मीदवारों का एक लाख रुपये जमानत राशि के रुप में जमा करना पड़ रहा है जिसको चुनाव में मुद्दा बनाया गया है। दोनों पैनलों के अपने-अपने दावे हैं। 

हम तो मीडिया कर्मियों के लिए लड़ रहे, मजीठिया कमीशन लागू करवाएंगे : केजरीवाल

दिल्ली में आम आदमी पार्टी के 100 दिन पूरे होने पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्रियों ने जनसभा के माध्यम से अपनी उपलब्धियों का बखान किया। खास बात ये रही कि सीएम केजरीवाल मीडिया पर प्रहार करने से इस बार बचे रहे। मीडिया के प्रति वह नरम दिल दिखे। उन्होंने मीडिया का आभार भी जताया। 

दिल्ली प्रेस क्लब चुनाव में राहुल जलाली-नदीम पैनल की तरफदारी

दिल्ली : प्रेस क्लब ऑफ इंडिया का 30 मई, 2015 को चुनाव होने जा रहा है। चुनाव में राहुल जलाली-नदीम पैनल के लिए वोट मांग रहे पैरोकारों का कहना है कि इस बार का चुनाव काफी अहम है। इस साल प्रेस क्लब की नई इमारत की नींव रखी जानी है। पैनल का दावा है कि क्लब की बेहतरी के लिए कार्यकारिणी के तहत कई उप-समितियां गठित करेंगे और उनमें कर्मठ सदस्यों को मनोनीत करेंगे। मीडिया से जुड़ी गतिविधियों को भी बढ़ावा दिया जाएग। फिल्म क्लब, गोष्ठियां, सेमीनार और खेलों से जुड़ी गतिविधियों को बढ़ावा दिया जाएगा। प्रेस क्लब में कीमतों को तर्कसंगत बनाए रखने के लिये गंभीर प्रयास किये जाएंगे। वैट, सेल टैक्स, सर्विस टैक्स जैसे सरकारी करों में रियायत के लिए सरकार से बातचीत की जाएगी।

कॉरपोरेट हमले के खिलाफ एकजुट हुए लेखक, संस्‍कृतिकर्मी और पत्रकार

नई दिल्‍ली : नरेंद्र मोदी के नेतृत्‍व में पिछले साल केंद्र की सत्‍ता में आयी एनडीए सरकार को साल भर पूरा होते-होते साहित्यिक-सांस्‍कृतिक क्षेत्र भी अब उसके विरोध में एकजुट होने लगा है। बीते रविवार इसकी एक ऐतिहासिक बानगी दिल्‍ली में देखने को मिली जब दस हिंदीभाषी राज्‍यों से आए लेखकों, संस्‍कृतिकर्मियों, कवियों और पत्रकारों ने एक स्‍वर में कॉरपोरेटीकरण व सांप्रदायिक फासीवाद की राजनीति के खिलाफ अपनी आवाज़ बुलंद की और अपने-अपने इलाकों में भाजपा-आरएसएस द्वारा फैलायी जा रही अपसंस्‍कृति के खिलाफ मुहिम चलाने का संकल्‍प लिया। यहां स्थित इंडियन सोशल इंस्टिट्यूट में ”16 मई के बाद की बदली परिस्थिति और सांस्‍कृतिक चुनौतियां” विषय से तीन सत्रों की एक राष्‍ट्रीय संगोष्‍ठी का आयोजन किया गया जिसके मुख्‍य अतिथि बंबई से आए मकबूल फिल्‍मकार सागर सरहदी थे।  

केजरी से जंग : जवाब में मीडिया ने कुछ जंग लगे औज़ार पेश कर लड़ाई में बने रहने की कोशिश की

सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठतम अधिवक्ताओं राजीव धवन, राम जेठमलानी,गोपाल सुब्रमण्यम, के टी एस तुलसी,इंदिरा जय सिंह और एच एस फुल्का द्वारा दिल्ली के LG की कार्रवाई को ग़लत ठहराने से बैकफ़ुट पर आये मीडिया ने जवाब में कुछ जंग लगे औज़ार पेश कर लड़ाई में बने रहने की कोशिश की है ।

पुस्तक चर्चा : आचार्य कृपलानी स्वतंत्रचेता थे, विद्रोही नहीं : बनवारी

नई दिल्ली : वरिष्ठ पत्रकार राम बहादुर राय द्वारा लिखित पुस्तक ‘शाश्वत विद्रोही राजनेताः आचार्य जे बी कृपलानी’ पर आचार्य कृपलानी मेमोरियल ट्रस्ट की ओर से एक परिचर्चा आयोजित की गई। गांधी शांति प्रतिष्ठान में आयोजित इस परिचर्चा में बड़ी संख्या में लेखक, पत्रकार, समाजकर्मी एवं छात्र मौजूद थे।

केजरीवाल सरकार के 100 दिन का रिपोर्ट कार्ड, पास हुए या फेल, क्या कहती है दिल्ली

केजरीवाल और मनीष सिसोदिया नहीं हैं दिल्ली के सबसे लोकप्रिय विधायक, लेकिन यदि आज चुनाव हों तो भारी बहुमत से सरकार बनाएगी आम आदमी पार्टी www.mlareportcard.com के ऑनलाइन सर्वे की रिपोर्ट ।

बच्चे सप्लाई कर रही हैं चार हज़ार अवैध एजेंसियाँ, धंधे में दिल्ली पुलिस भी शामिल, मीडिया खामोश

दिल्ली में कोई चार हज़ार अवैध प्लेसमेंट एजेंसियाँ घरेलू काम के लिये बच्चे सप्लाई करने का धंधा चला रही हैं । पाँच हज़ार से लेकर पचास हज़ार तक की रिश्वत प्रतिमाह पुलिस थाने को दे देने पर पुलिस इनकी मौजूदगी से आँख फेर लेती है । कई एन जी ओ इन मामलों को उठाते हैं तो पहले पुलिस टालमटोल करती है या काउन्सलिंग के नाम पर बच्चों को इस या उस एजेंसी में ट्रानसफर कर देती है । पूरे खेल पर मीडिया ने खामोश चुप्पी साध रखी है। रिपोर्ट इस प्रकार है…..

दिल्ली में कविता : एक बार फिर 17 मई को विशेष सांस्‍कृतिक पहल

16 मई, 2014 को इस देश में निज़ाम बदलने के बाद कुछ कवियों, पत्रकारों और संस्‍कृतिकर्मियों ने मिलकर ”कविता: 16 मई के बाद” नाम की एक सांस्‍कृतिक पहल शुरू की थी, जिसके अंतर्गत दिल्‍ली, उत्‍तर प्रदेश, बिहार और झारखण्‍ड में अब तक कई कविता-पाठ आयोजन किए जा चुके हैं। इस आयोजन के मूल में यह चिंता थी कि केंद्र में आयी नयी सरकार के संरक्षण में तेज़ी से जो राष्‍ट्रवादी और विभाजनकारी माहौल हमारे समाज में बन रहा है, उसके बरक्‍स एक सांस्‍कृतिक प्रतिपक्ष खड़ा किया जा सके और सभी प्रगतिशील जमातों से असहमति के स्‍वरों को एक मंच पर लाया जा सके।

‘आजतक’ के संवाददाता के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करने वाला एसओ लाइन हाजिर

दिल्ली : नरेला फैक्ट्री वसूली मामले में राजेश खत्री के खिलाफ गलत तरीके से एफआईआर दर्ज करने के आरोपी यहां के एसओ को लाइन हाजिर कर दिया गया है। गौरतलब है कि गत दिनो विजय सिंह पुत्र महेंद्र सिंह निवासी श्रीश्याम अपार्टमेंट, नरेला ने पुलिस को दी तहरीर में बताया था कि राजेश खत्री ने धमकाते हुए उससे 50 हजार रुपए मांगे थे। अब घटनाक्रम की हकीकत कुछ और ही खुल कर सामने आ रही है। पुलिस, फैक्ट्री मालिक के बीच पूरा मामला किसी और सिरे से प्रायोजित कर खत्री को जाल में फंसाने का प्रयास किया गया था।  

नरैला क्षेत्र की वही है ये फैक्ट्री, जिसके मालिक विजय सिंह ने पत्रकार के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी

बड़बड़िया न्यूज चैनलों की अब कड़ी निगरानी करेगी दिल्ली सरकार

मीडिया पर आम आदमी पार्टी को खत्म करने की साजिश रचने का आरोप लगाने के चंद रोज बाद अब अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने तय किया है कि वह तमाम न्यूज चैनलों के कॉन्टेंट पर कड़ी निगाह रखेगी । दिल्ली सरकार ने अपने अधिकारियों को आदेश दिया है कि वे टीवी चैनलों पर ब्रॉडकास्ट होने वाले कॉन्टेंट को मॉनिटर करें। इस संबंध में डायरेक्टरेट ऑफ इन्फर्मेशन ऐंड पब्लिसिटी (डीआईपी) के अधिकारियों को जारी आदेश में कहा गया है कि वे सुबह 9 बजे से रात 11 बजे के बीच टीवी चैनलों पर प्रसारित कॉन्टेंट को मॉनिटर करें।

‘आप’ के नेता महिला-रक्षक हैं या भक्षक

शादीशुदा महिला को उसके पति ने, विश्वास जी से अवैध सम्बन्ध के कारण बेघर कर दिया है ! पीड़ित महिला अपने नवजात बच्चे के साथ न्याय पाने के लिए दर-2 भटक रही है ! केजरीवाल जी से निवेदन है कि महिला को तत्काल 1 करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता दे और घटना की न्यायिक जांच करायें ! यदि पीड़ित महिला सहमत हो तो बच्चे का डीएनए टेस्ट अवश्य कराना चाहिए ! 

दिल्ली के भ्रष्ट पुलिस कर्मियों का स्टिंग करने वाले पत्रकार को गोली मारी

नई दिल्ली : भ्रष्ट पुलिसकर्मियों का स्टिंग कर उन पर कार्रवाई के लिए विवश करने वाले पत्रकार चेतन प्रकाश शर्मा को अज्ञात बदमाशों ने गोली मार दी। उनको डीडीयू हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया है, जहां हालत स्थिर बताई जाती है।

गजेंद्र की मौत : खुदकुशी कैसे?

दिल्ली के सीएम केजरीवाल का यह कहना है- ‘‘रैली बंद न करके भूल की।’’ और आशुतोष के पहले के कथन – ‘‘अब कभी होगा, तो केजरीवाल को पेड़ पर चढ़ने को कहेंगे।’’ इन दोनों में कतई अपराध बोध नहीं झलकता, बल्कि सियासत के पुट स्पष्टतः दिखाई देते हैं। 

अपनी भूमिका और दिशा से भटका भारतीय मीडिया

संसद के बजट सत्र में बीमा, खनन और कोल से जुड़े तीन महत्वपूर्ण विधेयक पारित हुए. देश के विकास से जुड़े तीनों महत्वपूर्ण कानूनों के बारे में इस देश की जनता की समझ क्या है? यह विचारणीय पहलू है कि जिस कोयला घोटाले को लेकर राष्ट्रीय मीडिया ने पूरे 24 महीने तक लगातार कवरेज कर तबकी यूपीए सरकार को जमीन पर लाने का काम किया, उसी मीडिया ने नयी सरकार की नयी कोयला नीति पर 24 सेकेण्ड की भी खबर प्राइम टाईम में दिखाना उचित नहीं समझा. हाँ मनमोहन सिंह को इस घोटाले में जारी समन पर जरूर विशेष बुलेटिन 24 घंटे खबरिया चैनलों ने प्रसारित किए।

गजेंद्र खुदकुशी प्रकरण : मजिस्ट्रेटी जांच में सहयोग से दिल्ली पुलिस ने किया इनकार

Sheetal P Singh : दिल्ली पुलिस ने दिल्ली में कल हुई दौसा के किसान की आत्महत्या के मामले में घोषित की गई मजिस्ट्रेटी जाँच में सहयोग से इनकार कर दिया है। दरअसल दिल्ली राज्य में पुलिस ही केजरीवाल सरकार का मुख्य विपक्ष है। कांग्रेस काग़ज़ पर और बीजेपी चैनलों पर। ये पुलिस ही है जिससे दिल्ली राज्य के इंच-इंच पर “आप” का मुक़ाबला है।

डीएवीपी में विज्ञापन का महाघोटाला : हर साल बाबू-अफसर खा रहे करोड़ो का कमीशन

देश में आज तक जितने भी घोटाले हुये हैं उनमें ज्यादातर को उजागर करने का श्रेय मीडिया को जाता है, लेकिन इस देश में एक महाघोटाला ऐसा भी है, जो आज तक उजागर नहीं हुआ, जिसे मीडिया ना सिर्फ सह रहा है बल्कि उसका हिस्सा बनने के लिये मजबूर है। ये घोटाला इतना सुनियोजित है कि इसे सिद्ध करना बहुत टेढ़ी खीर है। करोड़ो का ये घपला सरकारी विज्ञापन जारी करने वाली सरकारी एजेंसी “दृश्य एवं विज्ञापन प्रचार निदेशालय” यानी डीएवीपी में हो रहा है। हर साल डीएवीपी के बाबू और अफसर अखबारों को ब्लैकमेल कर करोड़ो का हेरफेर बड़ी सफाई से कर रहें है। अखबार इस तंत्र का हिस्सा बनने को मजबूर हैं क्योंकि उन्हें अपना अखबार चलाने के लिये हर हाल में धन की आवश्यकता होती है।

प्रसिद्ध हिंदी साहित्यकार कैलाश वाजपेयी का दिल्ली में निधन, बेटी अनन्या ने दी मुखाग्नि

नई दिल्ली : प्रसिद्ध साहित्यकार डा कैलाश वाजपेयी का एक अप्रैल को दिल्ली के प्राइवेट हॉस्पिटल में निधन हो गया। वह 79 वर्ष के थे। उनके परिवार में पत्नी डा. रूपा वाजपेयी और पुत्री अनन्या हैं। उनका तड़के तीन बजे हार्ट अटैक आने से दक्षिणी दिल्ली के एक प्राइवेट हॉस्पिटल में निधन हुआ। उनका अंतिम संस्कार नई दिल्ली लोदी रोड स्थित श्मशान घाट में किया गया। उनकी बेटी अनन्या ने मुखाग्नि दी। 

हम हार नहीं मानेंगे! हम लड़ना नहीं छोड़ेंगे!

25 मार्च को दिल्ली में मज़दूरों पर जो लाठी चार्ज हुआ वह दिल्ली में पिछले दो दशक में विरोध प्रदर्शनों पर पुलिस के हमले की शायद सबसे बर्बर घटनाओं में से एक था। ध्यान देने की बात यह है कि इस लाठी चार्ज का आदेश सीधे अरविंद केजरीवाल की ओर से आया था, जैसा कि मेरे पुलिस हिरासत में रहने के दौरान कुछ पुलिसकर्मियों ने बातचीत में जिक्र किया था। कुछ लोगों को इससे हैरानी हो सकती है क्योंकि औपचारिक रूप से दिल्ली पुलिस केंद्र सरकार के मातहत है। लेकिन जब मैंने पुलिस वालों से इस बाबत पूछा तो उन्हों ने बताया कि रोज-ब-रोज की कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए दिल्ली पुलिस को दिल्ली के मुख्यमंत्री के निर्देशों का पालन करना होता है, जबतक कि यह केन्द्र सरकार के किसी निर्देश/आदेश के विपरीत नहीं हो।

दिल्ली में एआईपीएफ की ललकार : जन जन की है ये आवाज, नहीं चलेगा कंपनी राज

नई दिल्ली : दिल्ली में बदले हुए राजनैतिक माहौल में यहां झंडेवालान स्थित आंबेडकर भवन प्रांगण में शुरू हुए ऑल इंडिया पीपुल्स फोरम ( एआईपीएफ ) के स्थापना सम्मेलन ने कारपोरेट घरानों की लूट के खिलाफ देश भर में प्रतिरोध का साझा और व्यापक मंच बनाने की दिशा में नई उम्मीद जगा दी है। ‘जन जन की है ये आवाज, नहीं चलेगा कंपनी राज’ के नारे के साथ शुरू हुए एआईपीएफ का स्थापना सम्मेलन में करीब पंद्रह राज्यों के कार्यकर्त्ता शामिल हुए जिनमे नौजवानो और महिलाओं की संख्या ज्यादा थी। यह सम्मेलन देश में विभिन्न धारा के वामपंथियों, समाजवादियों, सामाजिक कार्यकर्ताओं, किसान संगठनों और जन आंदोलन के कार्यकर्ताओं की साझा पहल है, जिसकी तैयारी करीब छह महीने से चल रही थी।

दिल्ली की मीडिया इंडस्ट्री में हर रोज पत्रकार होने का दर्द भोग रहे हैं ढेर सारे नौजवान

: इंतजार का सिलसिला कब तक….  : दूर दराज के इलाकों से पत्रकार बनने का सपना लिए दिल्ली पहुंचने वाले नौजवान अपने दिल में बड़े अरमान लेकर आते हैं। उन्हे लगता है कि जैसे ही किसी न्यूज चैनल में एन्ट्री मिली तो उनका स्टार बनने का ख्वाब पूरा हो जाएगा. लेकिन जैसे ही पाला हकीकत की कठोर जमीन पर होता है वैसे ही सारे सपने धराशायी होते नजर आते हैं. अभी चंद रोज पहले मेरे पत्रकार मित्र से बात हुई तो पता चला कि उनके संस्थान में पिछले चार महीने से तनख्वाह नहीं दी गई है। हैरानी की बात ये है कि फिर भी लोग बिना किसी परेशानी के न केवल रोज दफ्तर आते हैं बल्कि अपने हिस्से का काम करते हैं।  जब बात सैलरी की होती है तो मिलता है केवल आश्वासन या फिर अगली तारीख.

भारत की पहली महिला आईपीएस प्रकरण, ‘गूगल’ और खुद के ‘अल्प-ज्ञान’ पर शर्मिंदा हूं

: ‘गूगल’ भी हमारे ‘ज्ञान’ के रहम-ओ-करम पर हंसता-सिसकता है साहब! :

सवाल- भारत की पहली महिला आईपीएस कौन थी?

जबाब- ‘किरन बेदी’…..भारत सहित दुनिया भर में अबतक खिंचा चला आ रहा था…..

‘बिलकुल सही जबाब….’

लेकिन अब इस सवाल का सही जबाब ‘किरन बेदी’ गलत साबित होगा। सही जबाब होगा…मरहूम सुरजीत कौर।

हां, शर्मिंदा हूं मैं….

सतीश उपाध्याय, उमेश उपाध्याय और बिजली कंपनियों का खेल

Madan Tiwary : सतीश उपाध्याय पर अरविन्द केजरीवाल ने आरोप लगाये है बिजली के मीटर को लेकर सतीश उपाध्याय बीजेपी के दिल्ली अध्यक्ष हैं। उन्होंने मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दी है और आरोपों से इंकार किया है। सतीश जी, शायद केजरीवाल के हाथ बहुत छोटी सी जानकारी लगी है। आप जेल चले जायेंगे सतीश जी। आपके ऊपर करीब चार सौ करोड़ बिजली कंपनी से लेने का मुद्दा बहुत पहले से गरमाया हुआ है और आपके भाई उमेश उपाध्याय की सहभागिता का भी आरोप है। यह दीगर बात है कि पत्रकार बिरादरी भी यह सबकुछ जानते हुए खुलकर नहीं बोल रही है। दिल्ली की जनता को दुह कर दिल्ली की सत्ता को दूध पिलाने का काम करती आ रही हैं बिजली कंपनियां। खैर मुद्दा चाहे जो हो लेकिन एक साल के अंदर बिजली की दर 2:80 प्रति यूनिट से 4:00 प्रति यूनिट करने की दोषी तो भाजपा है ही। देश है, सब मिलकर बेच खाइये। जनता है, किसी न किसी को वोट देगी ही। काश! देश की जनता सही लोगों को चुन पाती या चुनाव बहिष्कार कर पाती। अपने नेताओं से सवाल कर पाती। काश।

व्यापार मेला देखने अवश्य जाएं और इस एडवाइजरी पर गौर करें

कुछ संभलकर ही ट्रेड फेयर जाएं क्योंकि जो दिखता है वही सुंदर नहीं है! यह पोस्ट मैं नहीं भी डाल सकता था क्योंकि यह एक सामान्य-सी निजी घुमक्कड़ी है जिसे आप चाहें तो विंडो शापिंग भी कह सकते हैं। लेकिन डाल रहा हूं। दरअसल मुझे इस बात से कभी संतोष नहीं होता कि एक सामान्य दर्शक की भांति एक पत्रकार व्यवहार करे। पत्रकार के कुछ सामाजिक दायित्व होते हैं और चुनौतियां भी। वह महज एक प्रचारक या जस का तस दिखाने वाला, बताने वाला संजय नहीं कि हर धृतराष्ट्र उससे पूछे कि बताओ संजय क्या हुआ कुरुक्षेत्र में।

शशिशेखर की हिटलरशाही से परेशान है नोएडा का स्टाफ

हिन्दुस्तान को दिल्ली से नोएडा लाकर भी इस अखबार के मुख्य संपादक के दिल को चैन नहीं पड़ा। यहां लाकर उसने कर्मचारियों की जुबान पूरी तरह बंद कर दी। लगता नहीं कि ये लोग दिल्ली के अखबार हिन्दुस्तान से आए हैं या पूरे बंधुआ मजदूर हैं। यहां आकर मुख्य संपादक शशिशेखर का व्यवहार एकदम बदल गया है। वह पूरी तरह से हिटलर हो गए हैं। इनमें और रावण में कई समानताएं हैं। ये बहुत घमंडी हैं। अखबार की क्वालिटी सुधारने के बजाय फालतू चीजों में लोगों को परेशान करना, अचानक काम करते हुए कर्मचारी को पीछे से आकर डराना-धमकाना और बेइज्जत करना इनका रोज का काम हो गया है।