डायरेक्ट टू होम टीवी सर्विस प्रदाता कंपनी Dish Tv के शेयरधारकों ने चौंकाने वाला काम किया है. पिछले सप्ताह हुई कंपनी की एक्सट्रा-ऑर्डिनरी जनरल मीटिंग में बोर्ड के लगभग सभी मेंबर्स को बाहर का रास्ता दिखा दिया गया.
शेयरधारकों के इस फैसले के बाद DTH सेवा प्रदाता कंपनी के निदेशक मंडल में सिर्फ एक निदेशक बचने की बात सामने आई. बताया जा रहा है कि शेयरधारकों के इस कदम के बाद कंपनी द्वारा बोर्ड में उसी दिन दो नए लोगों को नियुक्त करना पड़ा. क्योंकि निदेशकों की संख्या न्यूनतम संख्या से कम हो गई थी.
बीती 22 दिसंबर को आयोजित EGM बैठक में Dish Tv के शेयरधारकों इंडिपेंडेंट डायरेक्टर्स शंकर अग्रवाल, आंचल डेविड, राजेश साहनी और वीरेंद्र कुमार टागरा की नियुक्ति और पुनर्नियुक्ति के चार प्रस्तावों को नकार दिया. इनपुट है कि इन प्रस्तावों को कुल वोट का लगभग 28 प्रतिशत ही मिल सका, जिसके चलते इसे खारिज कर दिया गया.
डिश टीवी की तरफ से शेयर बाजार को दी गई जानकारी में कहा गया कि, ‘प्रस्ताव संख्या एक से चार EGM में रिमोट E-वोटिंग के आधार पर कंपनी के निदेशकों ने 22 दिसंबर 2023 से बोर्ड से इस्तीफा दे दिया है. इसमें सुनील खन्ना को स्वतंत्र निदेशक और रवि भूषण को कार्यकारी निदेशक नियुक्त करने की जानकारी तत्काल प्रभाव से दे दी गई है.
Dish Tv का सुभाष चंद्रा के स्वामित्व वाले प्रवर्तक परिवार और पहले के सबसे बड़े शेयरधारक यस बैंक लिमिटेड के साथ लंबे समय से विवाद चल रहा है. चंद्रा की फैमिली के नेतृत्व वाले प्रवर्तक और प्रवर्तक समूह के पास कंपनी की मात्र 4.04 प्रतिशत की हिस्सेदारी है और उसका बोर्ड के पुनर्गठन को लेकर यस बैंक के साथ विवाद चल रहा है.
बता दें कि डिश टीवी में यस बैंक लिमिटेड सबसे बड़ी शेयरधारक होती थी. हाल ही में यस बैंक ने अपनी 24.2 प्रतिशत हिस्सेदारी जेसी फ्लॉवर्स असेट रिकंट्रक्शन प्रा. लि. को सेल कर दी है.