अमर उजाला हिमाचल से एक और मजेदार खबर सुनने को मिल रही है। राजेश मंढोत्रा को स्टेट ब्यूरो के पद से हटाए जाने के बाद से खस्ताहाल चल रहे स्टेट ब्यूरो को बचाने के लिए ऐसे व्यक्ति को दोबारा शिमला लाने की जुगत की जा रही है, जो मंढोत्रा के बाद कुछ दिन तक ही यहां टिक पाया था।
स्थानीय संपादक से झगड़े के बाद उसने अमर उजाला को छोड़ कर हरियाणा में दूसरे समाचारपत्र का दामन थाम लिया था। बिना सिर पैर की खबरों, और न्यूज मिसिंग की बढ़ते जाने के कारण अमर उजाला का स्टेट ब्यूरो डांवाडोल हालत में है। कुछ समय तक तो उदय कुमार अपनी हेकड़ी लिए स्थिति ठीक होने का इंतजार करते रहे, मगर अब उनकी निद्रा टूट गई लगती है। बताया जा रहा है कि वे ब्यूरो की लाज बचाने के लिए कुछ दिन में ही बाय-बाय कर गए पुराने स्टेट ब्यूरो को यहां ज्वाइन करवाने की रणनीति पर काम कर रहे हैं।
एक पत्रकार द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित