लखनऊ : पूर्व IAS देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी मोहिनी दुबे की हत्या के मामले में नई जानकारी सामने आई है. एसीपी विकास जायसवाल ने बताया कि देवेंद्र नाथ पीसीएस से प्रमोट होकर आईएएस अधिकारी बने थे. वे प्रयागराज के मंडलायुक्त और रायबरेली में जिलाधिकारी के पद पर तैनात रह चुके हैं. 2009 में रिटायर हुए थे. पहली पत्नी का बीमारी से देहांत होने पर साल 2007 में उन्होंने मोहिनी से दुबारा शादी की थी. पहली पत्नी से दो बेटे प्रांजल और प्रतीक हैं.
बता दें कि लखनऊ के थाना गाजीपुर में रिटायर्ड आईएएस देवेंद्र नाथ दुबे परिवार सहित रहते थे. इसी घर में 25 मई की सुबह लगभग 10 बजे उनकी दूसरी पत्नी मोहिनी का शव किचन के पास पड़ा मिला था. फौरी तौर पर लूटपाट के बाद उनकी हत्या की बात सामने आ रही थी.
इस मामले में पुलिस ने देवेंद्र के 13 साल पुराने ड्राइवर व कुछ अन्य लोगों से पूछताछ की है. बताया जा रहा है कि घर में जो सीसीटीवी व डीवीआर लगी थी उसे भी क्राइम के बाद आरोपी निकाल ले गए हैं.
सम्पत्ति विवाद का भी एंगल
पुलिस की जांच में सामने आया है कि देवेंद्र नाथ ने करीब एक महीने पहले अपनी संपत्ति एक करोड़ रुपए में बेची थी. वह जिस घर में रहते हैं, उसको भी तीन करोड़ रुपए में बेचने की बातचीत चल रही थी. बताया जा रहा है कि देवेंद्र नाथ दूबे के छोटे बेटे प्रतीक से संबंध अच्छे नहीं थे. एसीपी ने बताया कि देवेन्द्र नाथ के घर पर सुबह करीब सवा 7 बजे दूध वाला आया था. वह दूध देकर चला गया था, जिसके बाद देवेन्द्र नाथ भी गोल्फ खेलने के लिए चले गए. दूध लेने के बाद मोहनी ने उसे गर्म करने के लिए किचन में चूल्हे पर रखा था, लेकिन दूध गर्म होने से पहले उसकी हत्या हो गई.
पुलिस का क्या कहना है?
मामले में पुलिस का कहना है कि मकान के फर्स्ट फ्लोर पर पहुंचने के लिए नीचे मेन गेट से दाखिल होने पर एक चैनल है, उसके बाद जीने चढ़कर प्रथम तल पहुंचते हैं, जहां एक और गेट लगा है, जो अक्सर बंद रहता है. आशंका जताई जा रही है कि किसी परिचित के आने के कारण मोहनी ने दूध बिना गर्म किए दरवाजा खोला, जिसके बाद उसने मोहनी की हत्या कर दी. संभावना जताई जा रही है कि मोहनी की हत्या की साजिश में घरेलू नौकर व ड्राइवरों में से भी कोई शामिल रहा हो.
इस प्रकरण को लेकर वरिष्ठ पत्रकार सुशील दुबे कहते हैं, “पीसीएस से आईएएस बने देवेंद्र नाथ दुबे की पत्नी मोहिनी की हत्या मात्र इनकी पत्नी के सौतेले स्वभाव और हाय पैसा के कारण और रिटायर होने ने बाद भी सर पर अपने पुत्रों से प्यार की जगह अपने डीएम होने का असर और, सबको गोल्फ की छड़ी समझने का भी एक भारी कारण है. ऐसा मुझे अख़बार से लगता है. बाक़ी इनके पुत्र का जेसीपी के सामने हाथ जोड़ना जांच के बाद पता चलेगा.”