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गूगल ने मीडिया और तकनीकी कंपनियों तथा सरकार के सहयोग से भारतीय भाषा इंटरनेट गठबंधन (आईएलआईए) बनाने की घोषणा की

नई दिल्ली। भारतीय भाषाओं में इंटरनेट के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए गूगल ने मीडिया और तकनीकी कंपनियों तथा सरकार के सहयोग से भारतीय भाषा इंटरनेट गठबंधन (आईएलआईए) बनाने की सोमवार को घोषणा की। आईएलआईए में गूगल समेत कई भारतीय मीडिया हाउसों को भी शामिल किया गया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आईएलआईए की औपचारिक घोषणा की। भारत में अभी करीब 20 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं और भारतीय भाषाओं में इंटरनेट की उपलब्धता से इस आंकड़े के 2017 तक 50 करोड़ पहुंचने की संभावना है।

<p>नई दिल्ली। भारतीय भाषाओं में इंटरनेट के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए गूगल ने मीडिया और तकनीकी कंपनियों तथा सरकार के सहयोग से भारतीय भाषा इंटरनेट गठबंधन (आईएलआईए) बनाने की सोमवार को घोषणा की। आईएलआईए में गूगल समेत कई भारतीय मीडिया हाउसों को भी शामिल किया गया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आईएलआईए की औपचारिक घोषणा की। भारत में अभी करीब 20 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं और भारतीय भाषाओं में इंटरनेट की उपलब्धता से इस आंकड़े के 2017 तक 50 करोड़ पहुंचने की संभावना है।</p>

नई दिल्ली। भारतीय भाषाओं में इंटरनेट के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए गूगल ने मीडिया और तकनीकी कंपनियों तथा सरकार के सहयोग से भारतीय भाषा इंटरनेट गठबंधन (आईएलआईए) बनाने की सोमवार को घोषणा की। आईएलआईए में गूगल समेत कई भारतीय मीडिया हाउसों को भी शामिल किया गया है। सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर ने आईएलआईए की औपचारिक घोषणा की। भारत में अभी करीब 20 करोड़ लोग इंटरनेट का इस्तेमाल करते हैं और भारतीय भाषाओं में इंटरनेट की उपलब्धता से इस आंकड़े के 2017 तक 50 करोड़ पहुंचने की संभावना है।

इस अवसर पर जावडेकर ने कहा कि इस मुहिम से भारतीय भाषाओं में इंटरनेट का इस्तेमाल बढेगा। अगर कोई कहता है कि वर्ष 2017 तक देश में इंटरनेट इस्तेमाल करने वालों की संख्या 50 करोड़ पहुंच जाएगी तो इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं है। कुछ लोगों को ज्यादा महत्वाकांक्षी लग सकता है लेकिन कुछ कर गुजरने का संकल्प हो तो बदलाव होते हैं। उन्होंने कहा कि बदलाव और तकनीक को स्वीकार करने में भारतीय दुनिया में सर्वश्रेष्ठ हैं लेकिन इसके लिए आसान तकनीक की जरूरत है। इंटरनेट से देश में बदलाव आया है और इसका भारतीय भाषाओं में उपलब्ध होना सरकार के डिजिटल इंडिया विजन को साकार करने की दिशा में एक कदम है।

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