प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में तैनात डीआईजी विजय भूषण ने एक अजीबोगरीब पोस्ट को साझा किया है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘मनोरोगी’ बताया गया है. एक बड़े पद पर आसीन पुलिस अफसर द्वारा अपने प्रधानमंत्री पर अभद्र टिप्पणी का यह मामला तूल पकड़ता, उससे पहले ही अफसर ने सफाई दे दी कि सिस्टम जनरेटेड इरर के कारण यह पोस्ट कई ह्वाट्सएप ग्रुपों में गलती से शेयर हो गया.
वाराणसी मंडल के पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) विजय भूषण की तरफ से जब प्रधानमंत्री को ‘मनोरोगी’ बताने वाली पोस्ट कई लोगों के पास पहुंची तो ज्यादातर सन्न रह गए. इस पोस्ट में मोदी को किसी मनोरोगी की तरह न चिल्लाने की सलाह दी गई थी. ये सलाह वाट्सअप में एक खुले पत्र के अंदाज में डाली गई. बाद में डीआईजी ने बताया कि यह पोस्ट उनके द्वारा नहीं लिखी गई है.
डीआईजी विजय भूषण के मुताबिक कई वाट्सअप ग्रुपों में उनका नंबर जुड़ा है. किसी में यह मैसेज बाहर से आया था. सिस्टम जेनरेटेड एरर के जरिए यह बाहर के ग्रुपों में चला गया. बाद में उन्होंने अपने आप को ग्रुप से हटा लिया है.
उत्तर प्रदेश के डीजीपी जावीद अहमद का कहना है कि यह मामला उनके संज्ञान में नहीं है. ज्ञात हो कि विजय भूषण राज्य पुलिस सेवा के अधिकारी रहे हैं. 2003 में प्रमोशन पाकर आईपीएस बने. मूल रुप से इलाहाबाद जिले के रहने वाले इस पुलिस अधिकारी ने एम.ए. तक की शिक्षा ग्रहण की है. इन्हें सेवा में सराहनीय कार्य के लिए गैलेंट्री अवार्ड भी मिल चुके हैं.