Connect with us

Hi, what are you looking for?

प्रिंट

दैनिक जागरण में तबादला मांगो तो मिलती है धमकी और गुंडई, देखें एक पीड़ित का पत्र

महोदय ,
देवेश सर् जी, डायरेक्टर (psm)
Hr प्रभारी सचिन श्रीवास्तव जी
दैनिक जागरण
नोयडा,

आपको अवगत कराना है की बीते दिनों मैंने ट्रांसफर लेने बाबत यह मेल अपने psm हेड सर व वरिष्ठ अधिकारियों को भेजा था। उसके बाद में मुझे प्रदीप पन्त सर द्वारा टेलीफोनिक कॉल से मार्च 2019 में ट्रांसफर करने का पूर्णतया आश्वासन दिया गया था। पूरे विश्वास के साथ बोला गया था कि आपका ट्रांसफर मार्च के पहले हफ्ते में बनारस कर दूंगा। लेकिन बीते दिन 4 मार्च 2019 को प्रदीप पन्त जी हल्द्वानी आये थे। मुझे प्रकाश पन्त जी द्वारा फोन करके एक दिन पहले यह सूचना दी गयी कि नये मैनेजर आ रहे हैं, उनसे मीटिंग होनी है। ऐसा कहकर मुझे बुलाया गया।

Advertisement. Scroll to continue reading.

मैं 4 मार्च 2019 को हल्द्वानी कार्यालय गया तो मेरे साथ प्रकाश पन्त जी व प्रदीप पन्त जी द्वारा अनैतिक व्यवहार किया गया। न्यूज़पेपर इंडस्ट्री में काम न करने देने की धमकी दी गई। करियर खराब करने की धमकी देते हुए कहा कि मैं जो बोलूं वह लिख दो वरना तुम्हें संस्थान से एक भी पैसे नहीं मिलने दूँगा व तुम्हारे ऊपर एजेंटों का बकाया डाल दूँगा। महोदय प्रार्थी ने डर के मारे जो उन्होंने बोला वह लिख दिया है। क्योंकि मैं अपने घर से दूर नौकरी कर रहा हूँ यहाँ पर। वे बोले तुम्हारा ये त्यागपत्र लिखवा लिया है। हम तुम्हें फरवरी 2019 की सैलरी 7 मार्च तक में व इस माह मार्च की पूरी सैलरी अप्रैल में दिलवा दूँगा। तुम्हारा त्यागपत्र हम अभी ऊपर नही भेजेंगे। जब तक तुम्हारी दोनों सैलरी तुम्हारे खाते में नहीं आ जाती। तुम मुझ पर विश्वास करो। तब तक तुम अपनी कहीं व्यवस्था कर लो और इंदरजीत चौधरी जी से बात कर लो, उनके पास जगह है, मेरे पास नहीं है। वो all over देखते हैं।

यह कह कर मुझे हल्द्वानी कार्यालय से भगा दिया गया। बोले अगर तुम यहाँ (हल्द्वानी) और जहाँ पोस्टिंग (काशीपुर) में थे, उस जगह पर दिखाई भी दिए तो आपको पुलिस द्वारा बन्द करवा दूँगा। ऐसे में महोदय प्रार्थी बहुत डरा हुआ है व मानसिक रूप से अपना संतुलन जुटाने में असमर्थ है। अगर प्रार्थी व प्रार्थी के परिवार को कुछ भी हुआ तो उसके जिम्मेदार प्रकाश पंत जी व प्रदीप पंत जी होंगे। मेरी फरवरी की सेलरी आज तक भी नहीं आई है। उनके कहने के मुताबिक मुझे मार्च की सैलरी देने व ऑफिस न जाने को बोला गया है। उन दोनों लोगों के द्वारा यह भी कहा गया कि मेरे आदमी पहाड़ के प्रकाश पन्त का ट्रांसफर हल्द्वानी से मैनेजर होते हुए बरेली में बतौर अपकंट्री हेड हो रहा है तो मैं तुम्हें इंदरजीत चौधरी का आदमी होने के नाते क्यों बक्शूं? मैं पहाड़ी हूं और तुम मैदानी हो। प्रकाश पन्त मेरे रिश्तेदार हैं और ऊपर बैठे psm में बड़े अधिकारी मेरे घर के हैं, तुम मेरा कुछ नहीं उखाड़ सकते हो। यह कह कर मुझे भगा दिया। वे यह भी बोले कि मालिक को कैसे समझाना है, हम अच्छी तरह से जानते हैं।

Advertisement. Scroll to continue reading.

मेरे 5000 रुपये के ta बिल भी हल्द्वानी कार्यालय में हैं। वह भी मुझे न देने को प्रकाश पन्त जी मैनेजर ने मना कर दिया है और बोले कि इतना तो मेरा हक बनता है खाने का। यह भी बोले मैंने हल्द्वानी यूनिट में नौकरी करने के बाद अपनी वैगन आर व रामनगर में जो प्लाट लिया है वह भी एजेंट व अपने psm के सहयोगियों के पैसों से लिया है।

धन्यवाद

Advertisement. Scroll to continue reading.

उमेश पाण्डेय
06398830361
[email protected]


सेवा में
श्री मान प्रसार प्रबंधक जी,
हल्द्वानी

Advertisement. Scroll to continue reading.

महोदय,
निवदेन यह है कि मैं प्रार्थी उमेश कुमार पाण्डेय विगत जुलाई 2018 से हल्द्वानी यूनिट में सीनियर ऑफिसर के पद पर कार्य कर रहा हूं। महोदय मैं अपने घर में चल रही कुछ पारिवारिक परेशानी के चलते अपने घर से बाहर मेरठ में किराए पर घर लेकर रहता था। मेरा निज निवास जिला श्रावस्ती में है और मेरा विवाह वाराणसी के मऊ जिले में हुआ है। अतः इस समय मेरा परिवार जब से हल्द्वानी आया हूं, तब से वह अपने घर मऊ (वाराणसी) में रह रहा है।

मेरे ससुराल पक्ष में मेरे पत्नी के अलावा वहाँ और कोई भी परिवार नहीं रहता है। आपके आदेशानुसार मैंने अपना परिवार यहाँ शिफ्ट भी नहीं किया है। महोदय विगत कई माह से मेरी पत्नी का स्वास्थ्य पूरी तरीके से ठीक नहीं रहता है। इसकी सूचना मैंने आपको पूर्व में दी भी थी और देता रहता हूँ। 22 जनवरी 2019 को मेरी पत्नी का पैर टूट गया है। इसमे पैर की हड्डी का जोड़ हट गया है। अभी फिलहाल कच्चा प्लास्टर हुआ है इसमें आपरेशन की दिनांक 7 फरवरी तारीख निश्चित हुई है। मेरे परिवार को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। ये भी नहीं पता कि वह कब तक सही हो पायेंगी। इस समय मैं जहां पर हूँ, काशीपुर से मऊ की दूरी 650 km है। महोदय इस समय में मेरा परिवार बिल्कुल अकेला है और मैं अपने परिवार से 650 km दूर हूं। कृपया करके आपसे विनम्र निवदेन करता हूं कि मुझे पुर्वांचल की किसी यूनिट या वहाँ से आसपास में खाली रिक्त स्थान पर ट्रांसफर करने की कृपा करें ताकि मैं अपने परिवार की ठीक प्रकार से देख रेख कर सकूं।

Advertisement. Scroll to continue reading.

महोदय मैं आप सबसे आशा करता हूं कि आप लोग मेरी परेशानी को समझ कर आप मुझे हमेशा की तरह सहयोग करेंगे।

धन्यवाद

Advertisement. Scroll to continue reading.

उमेश पाण्डेय
सीनियर ऑफिसर (पी.एस.एम)
काशीपुर (ऊधमसिंह नगर)
हल्द्वानी (उत्तराखंड)

Advertisement. Scroll to continue reading.
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Advertisement

भड़ास को मेल करें : [email protected]

भड़ास के वाट्सअप ग्रुप से जुड़ें- Bhadasi_Group

Advertisement

Latest 100 भड़ास

व्हाट्सअप पर भड़ास चैनल से जुड़ें : Bhadas_Channel

वाट्सअप के भड़ासी ग्रुप के सदस्य बनें- Bhadasi_Group

भड़ास की ताकत बनें, ऐसे करें भला- Donate

Advertisement