जर्नलिस्ट क्लब गोरखपुर के अध्यक्ष और कार्यकारिणी सदस्य के बीच हुई मारपीट मामले में दोनों का बयान आया है. दोनों का ही अपना अपना आरोप और मत है.
इस मामले में कार्यकारिणी सदस्य दुर्गेश यादव का कहना है कि, “बीते दिन लगभग 1.30 बजे वह जर्नलिस्ट क्लब गए थे. उनके साथ कार्यकारिणी मंत्री भूपेंद्र द्विवेदी, पत्रकार राजीव पांडेय और धनेश थे. हम लोगों ने किसी काम के लिए करीब 28 हजार रूपये चंदा जुटाया था.”
जर्नलिस्ट क्लब पहुंचने पर यहां के अध्यक्ष मार्कण्डेय मणि त्रिपाठी प्री-प्लानिंग के तहत अपने साथी पत्रकार जगदंबा त्रिपाठी व 5-7 अन्य लोगों के साथ खड़े थे. उन्होंने मुझे देखते ही पटक कर मारने की बात कही. जिसके जवाब में मैने कहा कि, “आप पटक कर मारोगे तो मैं भी पटक कर मारूंगा. इसके बाद आरोप है कि मार्कण्डेय ने गाली देते हुए दुर्गेश पर हाथ छोड़ दिया जिसके बाद दोनों तरफ से हाथापाई की नौबत आ गई और बखेड़ा खड़ा हो गया.”
वहीं जर्नलिस्ट क्लब के अध्यक्ष मार्कण्डेय त्रिपाठी ने भड़ास4मीडिया से हुई बातचीत में कहा कि, “दुर्गेश यादव व कुछ अन्य लोग एक ग्रुप बनाकर अक्सर क्लब व सदस्यों की गतिविधियों पर टीका-टिप्पणी करते हैं. उन्हें इसके लिए मना किया तो झगड़े पर उतर आए. दुर्गेश हमारी कार्यकारिणी में हैं. कल एक कार्यक्रम को लेकर आए और गाली-गलौज शुरू कर दी. बोले, हर बार मुख्यमंत्रीजी क्यों मुख्य अतिथि रहेंगे. माननीय मुख्यमंत्रीजी हमारे मार्गदर्शक हैं, हमारे संरक्षक हैं.
हालांकि ये हमारा परिवार है. मैं लगातार सात साल से अध्यक्ष हूं. अभी तक किसी के साथ ऐसा नहीं हुआ. दुर्गेश हमारे छोटे भाई हैं. उन्होंने मुख्यमंत्रीजी के खिलाफ गलत टिप्पणी की है.”
हमने पूछा कि क्या इसके लिए कोई कानूनी प्रक्रिया अमल में ला रहे हैं? जिसपर उन्होंने कहा कि, “नहीं इस तरह की कोई बात नहीं है. मैं अध्यक्ष हूं हमारा परिवार है, यहां सभी मेरे छोटे भाई की तरह हैं और परिवार में खट-पट तो होती ही रहती है.”
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