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‘के न्यूज’ में आर्थिक संकट से ताबड़तोड़ इस्तीफे

कानपुर से चलने वाले ‘के न्यूज’ चैनल की हालत लगातार ख़राब होती जा रही है। पिछले दो महीनों में टॉप के कई लोगों ने चैनल को अलविदा कह दिया है। पहले कार्यकारी संपादक मनीष बाजपेयी ने इस्तीफा दिया। उसके बाद नोएडा ऑफिस से सीनियर प्रोड्यूसर साजिद अली राणा ने इस्तीफा दिया। इन दो इस्तीफों के ठीक बाद खुद एडिटर इन चीफ अमिताभ अग्निहोत्री ने ही इस्तीफा दे दिया। माना जा रहा था कि इन इस्तीफों के बाद चैनल में थोड़ी स्थिरता आएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 14 अगस्त को एक और कार्यकारी संपादक प्रमोद शर्मा ने भी चैनल को बाय-बाय बोल दिया।

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कानपुर से चलने वाले ‘के न्यूज’ चैनल की हालत लगातार ख़राब होती जा रही है। पिछले दो महीनों में टॉप के कई लोगों ने चैनल को अलविदा कह दिया है। पहले कार्यकारी संपादक मनीष बाजपेयी ने इस्तीफा दिया। उसके बाद नोएडा ऑफिस से सीनियर प्रोड्यूसर साजिद अली राणा ने इस्तीफा दिया। इन दो इस्तीफों के ठीक बाद खुद एडिटर इन चीफ अमिताभ अग्निहोत्री ने ही इस्तीफा दे दिया। माना जा रहा था कि इन इस्तीफों के बाद चैनल में थोड़ी स्थिरता आएगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 14 अगस्त को एक और कार्यकारी संपादक प्रमोद शर्मा ने भी चैनल को बाय-बाय बोल दिया।

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ताबतोड़ इस्तीफों की वजह चैनल का आंतरिक संकट बताया जा रहा है। चुनाव के वक्त तामझाम दिखाने के लिए लखनऊ, कानपुर और देहरादून में ओवी वैन मंगाए गए थे। अब सारे ओबी वैन वापस कर दिए गए हैं और ओबी वैन का किराया अभी तक बकाया है। चैनल में आर्थिक संकट का आलम ये है  कि दो महीनों से सैलरी अटकी पड़ी है । लखनऊ ब्यूरो आपसी तनाव और गुटबाजी का अड्डा बन गया है। चैनल के चारों मालिकों ने वहां अपने-अपने एक रिपोर्टर रख लिए हैं। किसी न किसी मालिक से जुड़े होने की वजह से ये चारों रिपोर्टर किसी की नहीं सुनते हैं। बस जैसे-तैसे चल रहे इस चैनल में काम रहे ज्यादातर कर्मचारी नौकरी की तलाश में हैं। 

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