निकाले गए कर्मचारी चैनल के खिलाफ सामूहिक केस करने की सोच रहे हैं…ओड़िशा की मीडिया में अभी काफी उथल-पुथल हो रही है। गरीबों का मसीहा कहने वाले अच्युत सामंत के कलिंग टीवी में चैनल के गरीबों की रोटी छीनी जा रही है। सुनने में आया है कलिंग मीडिया प्राइवेट लिमिटेड में कर्मचारियों की छंटनी हो रही है। हाल ही में उनके नौ कर्मचारियों को कंपनी ने अनैतिक तरीके से निकाला।
कलिंग टीवी को अभी करीबन डेढ़ साल ही हुए हैं। सुनने में ये भी आया है कि कलिंग टीवी के चीफ एडिटर अपनी कुर्सी बचाने के चक्कर में कर्मचारियों की बलि चढ़ा रहे हैं। इनके चीफ एडिटर सौम्यजीत पटनायक जो कि मुख्यमंत्री जी के खास लोगों में से जाने जाते हैं, पहले ओटीवी के चीफ एडिटर हुआ करते थे। ओटीवी ओडिशा का नंबर वन हाइयेस्ट टीआरपी वाला चैनल है। वहां के हीरो सौम्यजीत पटनायक कलिंग टीवी में आए तो इस चैनल की टीआरपी लुढ़क कर नीचे आ गई। चैनल के मैनेजिंग डायरेक्टर हिमांशु खटुआ जो कि एक फिल्म मेकर भी हैं, के मिस मैनेजमेंट की वजह से दो डिप्टी चीफ एडिटर छोड़ कर चले गए। तब पटनायक को इस उम्मीद से लाया गया कि चैनल में सुधार होगा।
कुछ दिन पहले यहां के एक रिपोर्टर सत्य पाणिग्रही को अवैध तरीके से निकाला गया था। सत्य ने अपने हक़ के लिए लड़ने की ठानी और उसने लेबर कोर्ट में केस भी दायर किया है। कुछ ही दिनों पहले यहाँ की एक एंकर और एक रिपोर्टर ने जहर खाकर आत्मा हत्या करने की कोशिश की थी। हलांकि दोनों बच गए पर दोनों को कंपनी ने तुरंत निकाल दिया नौकरी से। चैनल मालिक अच्युत सामंत के नाम को लेकर मीडिया में काफी चर्चा होती रही है। पच्चीस हजार आदिवासियों को रोटी देने का दावा करने वाले इस व्यक्ति पर अवैध तरीके से आदिवासियों की जमीन हड़पने जैसे आरोप भी लगते रहे हैं। नक्षत्र न्यूज़ जैसे टीवी चैनल ने तो इनका जीना हराम कर दिया था, इनके खिलाफ न्यूज़ बनाकर। कहा जाता है कि अपना घोटाला छुपाने व अपना पक्ष रखने के लिए सामंत ने कलिंग टीवी की शुरुआत की।
एक मीडियाकर्मी द्वारा भेजे गए पत्र पर आधारित.