इंटरनेशनल न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के दो पत्रकारों लोन और क्याव को रोहिंग्या मुसलमानों पर सैन्य कार्रवाई को लेकर स्टोरी करने के कारण गिरफ्तार कर लिया गया. मयांमार के सूचना मंत्रालय की ओर से एक बयान जारी इनकी गिरफ्तारी की पुष्टि की गई. इन दोनों पत्रकारों और दो पुलिसकर्मियों के ऊपर ब्रिटिश कोलोनियल इरा आफिसियल सीक्रेट एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी. इस कानून के तहत उन्हें अधिकतम चौदह साल की सजा सुनाई जा सकती है.
इन पत्रकारों पर अवैध रूप से सूचनाएं हासिल करने का आरोप है. रॉयटर्स के एडिटर-इन-चीफ स्टीव एडलर ने बताया कि मयांमार में एक महत्वपूर्ण इवेंट पर काम कर रहे दो पत्रकारों को गिरफ्तार कर लिया गया है जो प्रेस की आजादी पर हमला है. हम अधिकारियों से दोनों पत्रकारों को छोड़ने की मांग करते हैं. म्यांमार नेता ऑग सान सूकी के प्रवक्ता का कहना है कि हम इनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे.