विवादित चिटफंड कंपनी समृद्ध जीवन द्वारा संचालित न्यूज चैनल लाइव इंडिया के अखबार ‘प्रजातंत्र लाइव’ के छंटनी के शिकार कर्मचारियों ने कैंडल मार्च निकाल कर अपना गुस्सा प्रकट किया और अपने चिटफंडिये मालिकों को ललकारा. हिंदी दैनिक अखबार प्रजातंत्र लाइव के प्रबंधन पर कर्मचारियों ने प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. दिल्ली पत्रकार संघ का समर्थन पाकर उत्साहित आंदोलनकारी कर्मियों ने लाइव इंडिया कार्यालय से जंतर मंतर तक कैंडल मार्च निकाला. मार्च में बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों ने भाग लिया. लाइव इंडिया प्रबंधन ने 12 मई 2015 को लगभग 50 कर्मचारियों को बिना कारण बताए संस्थान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी. मार्च में शामिल पत्रकारों को डीजेए महसचिव आनंद राणा और प्रेस एसोसिएशन के सचिव (पीआईबी) मनोज वर्मा और डीजेए अध्यक्ष अनिल पांडे ने भी संबोधित किया.
दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन द्वारा जारी प्रेस रिलीज इस प्रकार है….
लाइव इंडिया परिसर में कैंडिल मार्च के बाद प्रबंधन मुंह छिपाकर भागा
लाइव इंडिया (चैनल) ग्रुप के दैनिक समाचार पत्र ‘प्रजातंत्र लाइव’ में कार्यरत करीब 50 पत्रकारों और गैर पत्रकार कर्मचारियों पर प्रबंधन द्वारा किए जा रहे उत्पीड़न के खिलाफ दिल्ली पत्रकार संघ के आह्वाहन पर लाइव इंडिया ग्रुप के कार्यालय 1, मंदिर मार्ग, नई दिल्ली से जंतर मंतर तक कैंडिल मार्च निकाला गया। कैंडिल मार्च में लगभग बड़ी संख्या में पत्रकारों और गैर पत्रकारों ने भाग लिया। लाइव इंडिया प्रबंधन ने 12 मई 2015 को लगभग 50 कर्मचारियों को बिना कारण बताए संस्थान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी। उसी दिन से ये कर्मचारी कार्यालय में प्रवेश करने और बकाया वेतन देने की मांग कर रहे हैं।
मार्च में शामिल पत्रकारों को डीजेए महसचिव आनंद राणा ने संबोधित किया। उन्होंने पीडि़त कर्मचारियों को आश्वस्त किया कि उनके इस संघर्ष में दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन उनके साथ है तथा इस लड़ाई पर लाइव इंडिया प्रबंधन को झुकना पड़ेगा और सभी मांगें माननी पडेंगी। उन्होंने कर्मचारियों के रोके गए वेतन तथा प्रवेश पर लगी रोक को तुरंत हटाने और वेतन देने की मांग की तथा चेतावनी दी कि पत्रकारों के उत्पीड़न के खिलाफ हमारी लड़ाई लंबी चलने वाली है। प्रेस एसोसिएशन के सचिव (पीआईबी) मनोज वर्मा ने इस घटना पर दुख व्यक्त किया और कहा कि पूरे मीडिया जगत में अब इस तरह का माहौल बन गया है कि कुछ स्वार्थी पत्रकार प्रबंधन के साथ मिलकर साथी पत्रकारों का शोषण करते हैं। वे भूल जाते हैं कि वो भी पत्रकार हैं परंतु अपने निजी हितों के लिए वो किसी भी स्तर पर गिरने के लिए उतारू रहते हैं।
डीजेए के अध्यक्ष अनिल पांडे ने गहरी नाराजगी जताते हुए कहा कि दिल्ली पत्रकार संघ न केवल पीडि़त कर्मचारियों के साथ है बल्कि ये आश्वासन भी देता है कि दिल्ली जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन सभी स्तरों पर कर्मचारियों के हितों के लिए जारी इस संघर्ष में अपनी सक्रिय भूमिका निभाएगा। कर्मचारियों द्वारा कैंडिल मार्च आयोजित करने की सूचना पाकर कंपनी के मालिक और तथाकथित पत्रकार बसंत झा मुंह छिपाकर भाग खड़े हुए। कर्मचारियों ने परिसर पर जमकर नारे बाजी की तथा प्रबंधन मुर्दाबाद के नारे लगाए।
Comments on “‘प्रजातंत्र लाइव’ के मीडियाकर्मियों ने कैंडल मार्च निकाल कर अपने चिटफंडिये मालिक को ललकारा”
Live india Channel sayad bik chuka hai or ye basant jha kisi dusri company ki taraf se rakha hua kutta hai. ye sala ek number ka ladki baaz hai or pichle 2 sansthani main se ek main ladki chedne ke mamlle main iski kutai hui thi or ek main paiso ke ghaple main nikala hai. or iske saath ek or chota kutta hai maruti pandey iska sale ka kaam hai basant jha ke personal kaam karna. jaise bacho ko ghuma kar lana, market se shopping karana aadi aadi.
Jha ki baatcheet kuch is tarah hhoti hai
Basant Jha: E Marutiiiiiiii
Maruti : Bhag kar cabin main pahunchta hai
Basant Jha: Are tanik yaar kal babhiji ko parents meeting main lekar jana hai. Tanik time nakalo yaar ye sala meetingwa bhi bada jahmela hai sala. or bache ko jara shopingwa bhi karwa dena (Anpad aadmi sala meeting k o meetingwa or shopping ko shopingwa)
Maruti: Ji sir le jayenge. Kuch or to bataiyega
hahaha Sale kamal ke namune hai dono pata nahi live india ne kaha se pakad liye inhe Supriya kanse bhi andhi ho gayi hai bilkul
और अपने आप को बहुत बड़ा संपादक कहने वाले सतीश के सिंह ने मुँह पर ताला लगाया हुआ है। बेशर्म आदमी