बंद हो चुके चैनल लाइव इंडिया के अंदरखाने की खबरें भड़ास के पास आने का क्रम अब भी जारी है. पता चला है कि चैनल के वाइस प्रेज़िडेंट संदीप कत्याल को चैनल के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी में बाहर का रास्ता दिखा दिया गया है. साथ ही उनके और एक्स सीईओ राजेश शर्मा के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी में दिल्ली के मंदिर मार्ग थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी है. कहा जा रहा है कि दोनों की गिरफ़्तारी जल्द सम्भव है. बुरे दौर से गुज़र रहे इस चैनल के सामान को बिना किसी को बताए बाहर किराए पर देने और इससे मोटी रक़म बनाने का आरोप है.
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डिजिटल, अखबार और मैग्जीन बंद कराने पहुंचे लाइव इंडिया के एचआर हेड को करारा जवाब दिया मीडियाकर्मियों ने
इन दिनों लाइव इंडिया समूह की हालत बेहद खराब है. चिटफंड घोटाले समेत सैकड़ों केसों में फंसे लाइव इंडिया की मूल कंपनी समृद्धि जीवन के मालिक महेश मोतेवार और उनका पूरा परिवार सीबीआई के शिकंजे में है. महेश मोतेवार को सीबीआई ने रिमांड पर ले रखा है. हजारों करोड़ के घोटाले के मामले में फंसा यह चिटफंड समूह अपने मीडिया वेंचर को बचाने की सारी कोशिशें कर रहा है लेकिन पैसा न दिए जाने से इंप्लाई परेशान हैं. दो महीने की सेलरी बकाया है.
‘लाइव इंडिया’ चैनल के मालिक मुंबई पुलिस से छूटे तो उड़ीसा पुलिस धर ले गई
समृद्ध जीवन नामक चिटफंडिया कंपनी का मालिक महेश मोतेवार जो लाइव इंडिया नामक न्यूज चैनल भी चलाता है, पिछले दिनों मुंबई पुलिस के हत्थे चढ़ गया था. उस पर जनता को भरमाने, धोखा देने, पैसा हड़पने, गैर कानूनी चिटफंडी योजनाएं चलाने समेत कई आरोप हैं और वह काफी समय से फरार चल रहा था. सूत्रों का कहता है कि महेश मोतेवार ने कई वरिष्ठ पत्रकार और संपादक पाल रखे हैं जो उनके लिए लाइव इंडिया चैनल की आड़ में दलाली व लायजनिंग करते हैं.
चिटफंड के ‘चैनलों’ से सावधान! मीडियाकर्मियों की जिंदगी नरक बना देते हैं ये
नई दिल्ली: एक का दो और दो का चार बनाने का दावा करती हैं चिटफंड कंपनियां. कंपनियां कुछ ही समय में लखपति बनाने का सपना दिखाती हैं और इनके लालच में आ जाते हैं गरीब और आम निवेशक. लोगों से लिए गए पैसों से चिटफंड कंपनियां संपत्तियां खरीदती हैं और जब निवेशक पैसा वापस मांगते हैं तो उन्हें दर-दर भटकने के लिए छोड़ दिया जाता है पर आज की कहानी ये नहीं है. आज हम बता रहे हैं किस तरह चिटफंड कंपनियां अपने कारोबार को चमकाने के लिए न्यूज चैनल और अखबार शुरू करती हैं और फिर निवेशकों का पैसा डूबने के बाद पत्रकारों और मीडियाकर्मियों को बर्बाद होने के लिए छोड़ देती हैं.
महेश मोतेवार दो दिन के रिमांड पर, 58 जगहों पर छापे, सतीश के सिंह भी नपेंगे
विवादित निवेश योजना की समृद्ध जीवन कंपनी में चिटफंड घोटाला के संबंध में कंपनी के प्रबंध निदेशक महेश मोतेवार के पुणे के 40 कार्यालयों समेत 58 जगहों पर पुलिस व सीबीआई टीमों ने छापा मारा है. गिरफ्तार मोतेवार को उस्मानाबाद की उमरगा अदालत ने दो दिन यानि 31 दिसंबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है. मोतेवार को उस्मानाबाद पुलिस ने पुणे से गिरफ्तार किया था. बताया जा रहा है महेश मोतेवार की मीडिया कंपनी में सतीश के सिंह भी डायरेक्टर हैं और वे लंबे समय से मोतेवार के इशारे पर तरह तरह के काम करते आए हैं. पुलिस और सीबीआई की टीम सतीश के सिंह से भी पूछताछ कर सकती है क्योंकि मोतेवार के ढेर सारे राज इस वरिष्ठ पत्रकार के पास सुरक्षित हैं.
लाइव इंडिया का मालिक महेश मोतेवार चिटफंड घोटाले में गिरफ्तार
हिंदी न्यूज चैनल ‘लाइव इंडिया’, मराठी न्यूज चैनल ‘मी मराठी’, लाइव इंडिया नाम से अखबार और मी मराठी नाम से अखबार की संचालक कंपनी समृद्ध जीवन के एमडी व चेयरमैन महेश मोटेवर उर्फ महेश किसान मोतेवार को चिटफंड घोटाले के चलते गिरफ्तार कर लिए जाने की खबर है. सेबी ने समृद्ध जीवन फूड्स के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया था.
लाइव इंडिया चैनल की मूल कंपनी समृद्ध जीवन व इसके डायरेक्टरों पर मुंबई स्टाक एक्सचेंज और नेशनल स्टाक एक्सचेंज ने लगाई पाबंदी
एक बड़ी खबर ये है कि लाइव इंडिया चैनल संचालित करने वाली चिटफंड कंपनी समृद्ध जीवन और इसके डायरेक्टरों पर मुंबई स्टाक एक्सचेंज व नेशनल स्टाक एक्सचेंज ने पाबंदी लगा दी है. इस पाबंदी के बाद कंपनी अगर किसी किस्म का कारोबार या निवेश कराती है तो उसे अवैध माना जाएगा. ज्ञात हो कि समृद्ध जीवन कंपनी के नाम पर इसके मालिकों ने देश भर की जनता को हसीन सपने दिखाकर अरबों खरबों रुपये लूटे हैं और इस लूट को शादी ब्याह के नाम पर पैसे की तरह बहाया है. मुंबई स्टाक एक्सचेंज और नेशनल स्टाक एक्सचेंज द्वारा पाबंदी लगाने से संबंधित दस्तावेज नीचे दिए जा रहे हैं.
Samruddha Jeevan Fraud : महेश किशन मोटेवार समेत तीन डायरेक्टरों की संपत्ति कुर्क करने के आदेश
लाइव इंडिया न्यूज चैनल संचालित करने वाली चिटफंड कंपनी समृद्धि जीवन के डायरेक्टरों महेश किशन मोटेवार, संतोष पायगोडे और राजेंद्र भंडारे की संपत्ति कुर्क करने के आदेश ग्वालियर की एक अदालत ने दिए हैं. इन तीनों डायरेक्टरों की संपत्ति कुर्क करने के आदेश रोकने को लेकर दाखिल याचिका को अदालत ने खारिज कर दिया है. तीनों के खिलाफ मजिस्ट्रेट कोर्ट से स्थायी गिरफ्तारी वारंट जारी हो चुके हैं.
Samruddha Jeevan Fraud : अब तो मान लीजिए ‘समृद्ध जीवन’ फ्रॉड चिटफंड कंपनी है, पढ़ें ये 30 पेज की सरकारी जांच रिपोर्ट
कथित मुख्यधारा के मीडिया घराने चिटफंड कंपनियों के हजारों करोड़ रुपये के फ्राड पर लंबी चुप्पी साधे रहते हैं, दिखाते भी हैं तो बस दो चार सेकेंड के लिए या नीचे पट्टी पर चला कर मुंह सिल लेते हैं. वैसे तो छोटे व गैर-जरूरी मसलों पर दिन भर मुंह फाड़े चिल्लाते रहते हैं लेकिन चिटफंड कंपनियों के फर्जीवाड़े के खुलासे पर इन्हें सांप सूंघा रहता है. इसकी बड़ी वजह चिटफंड कंपनियों से मीडिया हाउसों की सेटिंग हैं. हजारों करोड़ रुपये के फर्जीवाड़े में घिरी चिटफंड कंपनियां मीडिया हाउसेज को मुंहमागी कीमत देकर उनका मुंह बंद रखने का काम करती हैं. इसी कारण लुटेरी चिटफंड कंपनियों के फ्राड पर न कभी कोई ‘प्राइम टाइम’ होता है, न कभी कोई ‘विशेष’ आता है और न ही ‘आज की बात’ होती है. ‘धड़ाधड़’ और ‘फटाफट’ खबरों में भी चिटफंड कंपनियों के फ्राड की खबरों पर खूब कृपा करके उन्हें बख्श दिया जाता है.
Sebi orders Samruddha Jeevan Foods India to repay investors money in 3 months
NEW DELHI: Markets regulator Sebi today asked Samruddha Jeevan Foods India and its directors to refund in three months money collected from investors through unauthorised cattle and goat farm schemes. The company and its directors — Mahesh Kisan Motewar, Vaishali Mahesh Motewar, Ghanshyam Jashbhai Patel and Rajendra Pandurang Bhandar — have also been barred from the capital market for four years. The Securities and Exchange Board of India (Sebi) has begun the probe after receiving complaints about the company agents promising “more than 12 per cent fixed returns and other unusual returns on investments in cattle and goat farms”.
चिटफंड कंपनी ‘समृद्ध जीवन’ से सावधान, इसका भी हाल पीएसीएल और शारधा घोटाले वाला होने वाला है!
आजमगढ़ । समृद्ध जीवन मल्टी स्टेट मल्टी पर्पज को0आपरेटिव सोसायटी के मेरठ ब्रांच के पूर्व शाखा प्रबंधक संदीप राय ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर समृद्ध जीवन मल्टी स्टेट मल्टी पर्पज कोआपरेटिव सोसायटी के उपर कई गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि ये सोसायटी देश में चल रही चिटफंड कंपनियों में अग्रणी है और इसका भी हाल पीएसीएल और शारधा चिट फंड घोटाले जैसी कंपनियों वाला होने वाला है। पीएसीएल और शारधा चिटफंड कंपनियों ने आम नागरिकों की 60 हजार करोड रुपये से भी ज्यादा की खून पसीने की कमाई को जी भर कर लूटा था। इसी कडी में अगला एपिसोड समृद्ध जीवन मल्टी स्टेट मल्टी पर्पज कोआपरेटिव सोसायटी का होने वाला है। राय ने कंपनी पर आरोप लगाते हुये प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सोसायटी प्रबंधन से कई बिंदुओं पर जवाब मांगा है।
हैरान हूं कि इस चैनल के सम्पादक सतीश के सिंह हैं!
Mayank Saxena : ग़लती से Live India चैनल लगा लिया… सोचा 2 मिनट हेडलाइन सुन ही लेता हूं… हैरान हूं कि इस चैनल के सम्पादक सतीश के सिंह हैं। मैंने सतीश जी के नीचे, ज़ी न्यूज़ में तब काम किया है, जब वह बीजेपी का मुखपत्र भी नहीं था और न ही दलाली के मामले में लिप्त था। तब ज़ी न्यूज़ वाकई एक गंभीर चैनल था। लेकिन बात ज़ी की नहीं, लाइव इंडिया की…
‘लाइव इंडिया’ न्यूज चैनल के यूपी हेड श्रेय शुक्ला हटाये गये, अनिरुद्ध सिंह को प्रभार
लाइव इंडिया मैनेजमेंट ने कतिपय कारणों से चैनल के यूपी हेड श्रेय शुक्ला को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। श्रेय शुक्ल उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ स्थित ब्यूरो कार्यालय में बैठते थे और पूरे यूपी की जिम्मेदारी संभालते थे। श्रेय शुक्ल के हटाये जाने के बाद संस्थान ने अनिरुद्ध सिंह को फिलहाल नोयडा से …
‘प्रजातंत्र लाइव’ के मीडियाकर्मियों ने कैंडल मार्च निकाल कर अपने चिटफंडिये मालिक को ललकारा
विवादित चिटफंड कंपनी समृद्ध जीवन द्वारा संचालित न्यूज चैनल लाइव इंडिया के अखबार ‘प्रजातंत्र लाइव’ के छंटनी के शिकार कर्मचारियों ने कैंडल मार्च निकाल कर अपना गुस्सा प्रकट किया और अपने चिटफंडिये मालिकों को ललकारा. हिंदी दैनिक अखबार प्रजातंत्र लाइव के प्रबंधन पर कर्मचारियों ने प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है. दिल्ली पत्रकार संघ का समर्थन पाकर उत्साहित आंदोलनकारी कर्मियों ने लाइव इंडिया कार्यालय से जंतर मंतर तक कैंडल मार्च निकाला. मार्च में बड़ी संख्या में मीडियाकर्मियों ने भाग लिया. लाइव इंडिया प्रबंधन ने 12 मई 2015 को लगभग 50 कर्मचारियों को बिना कारण बताए संस्थान में प्रवेश पर रोक लगा दी थी. मार्च में शामिल पत्रकारों को डीजेए महसचिव आनंद राणा और प्रेस एसोसिएशन के सचिव (पीआईबी) मनोज वर्मा और डीजेए अध्यक्ष अनिल पांडे ने भी संबोधित किया.
‘लाइव इंडिया’ न्यूज चैनल के मालिकों के फ्रॉड पर सेबी ने लगाई रोक
सेबी (SEBI) यानि भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड ने लाइव इंडिया न्यूज चैनल चलाने वाले मालिकों की एक कंपनी पेल (PAIL) यानि प्रास्परटी एग्रो इंडिया लिमिटेड के फर्जीवाड़े पर रोक लगा दी है। सेबी के आदेश के बाद अब इस कंपनी के लोग निवेशकों से पैसे नहीं उगाह सकेंगे। अपने आदेश में सेबी ने कंपनी के निदेशकों संतोष श्रवण माली, संतोष कालूराम, वानश्री तुकाराम, ह़षिकेश वसंत, दत्तारेय माधव यादव को कई आदेशों का पालन करने को कहा है।
‘लाइव इंडिया’ न्यूज चैनल : सेलिब्रिटी कॉन्ट्रेक्ट के नाम पर चैनल के अंदर-बाहर के लोगों ने बनाया पैसा!
पूरी कहानी को समझने के लिए सबसे पहले इस यूट्यूब लिंक ( https://www.youtube.com/watch?v=KZPOILhTRf4 ) पर क्लिक करके वीडियो देखें जो महाराष्ट्र टीवी पर प्रसारित खबर है. इसमें रोशनी चोपडा, जो एकंर हैं, इस समय लाइव इंडिया के साथ वर्ल्ड कप के लिए जुडी हैं, की चीटिंग की कहानी है. आरोप है कि प्रोडक्शन हाउस को धोखा इस वजह से किया गया क्योंकि इस कांट्रेक्ट के जरिए लाइव इंडिया चैनल से जुड़े टॉप लोगों ने पैसे बनाए.
लाइव इंडिया की हिंदी, अंग्रेजी और मराठी वेबसाइट्स लांच
नई दिल्ली में आयोजित एक रंगारंग समारोह में लाइव इंडिया की हिंदी, अंग्रेजी और मराठी वेबसाइट्स की लॉन्चिंग हुई। तीनों ही भाषाओं में मोबाइल एप्प की लॉन्चिंग भी हुई। इस मौके पर केंद्रीय मंत्रियों समेत तमाम राजनेता और विभिन्न क्षेत्रों के गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस मौके पर केंद्रीय मंत्री नजमा हेपतुल्ला ने कहा कि लाइव इंडिया की मराठी वेबसाइट मी मराठी की मदद से वो मराठी सीख सकेंगी। उन्होंने कहा कि नई तकनीक की मदद से जेनरेशन गैप को दूर किया जा सकता है और हमें उम्मीद है कि लाइव इंडिया ऐसा करने में सफल रहेगा।
इनामी बदमाश और पुलिस का भगोड़ा मोदी राज में बन गया न्यूज चैनल का डायरेक्टर!
माननीय प्रधानमंत्री जी, आपसे कुछ सवाल पूछना चाहता हूं. कुछ बताना भी चाहता हूं. सवाल ये है कि एक पत्रकार और प्रबंधन में सूचना प्रसारण मंत्रालय कितना भेदभाव करता है? क्या आपको इसकी जानकारी है? मैं जानता हूं कि आपको नहीं होगी, क्योंकि आपने इस मंत्रालय को गंभीरता से लिया ही नहीं… यही वजह है कि केंद्र कि ये पहली सरकार है जिसने सूचना प्रसारण मंत्रालय को फुल टाइम मंत्री तक नहीं दिया है…
कंपनी के मालिकों को बचाने के चक्कर में दलाल बन गए चिटफंडिया चैनलों के कई पत्रकार
इन दिनों कई चिटफंडिया चैनलों के पत्रकार दलालों की भूमिका में नज़र आ रहे हैं. नौकरी करने और बचाने के चक्कर में पत्रकार इन चिटफंड माफियाओं के दलाल बन गए हैं. जिसकी दलाली रास नहीं आती, वो जल्द ही चैनल छोड़ देते हैं. जिन चिटफंडिया पत्रकारों में पत्रकारिता कम, दलाली का हुनर ज्यादा है, उनकी गाड़ी निकल पड़ी है. पी7 न्यूज नामक टीवी चैनल का हाल सबको पता है. ये PACLग्रुप का चैनल है. इनके दलाल पत्रकारों की लाख कोशिशों के बावजूद भी कंपनी को बचाया नहीं जा सका, सो अब चैनल भी बुरे दिन झेल रहा है. कई जवान से लेकर बूढ़े पत्रकार तक इस कंपनी की दलाली के काम में लगे थे. इनकी हालत पर वाकई तरस आती है.
लाइव इंडिया चैनल संचालित करने वाली कंपनी समृद्ध जीवन की तरफ से देशव्यापी ब्लड डोनेशन ड्राइव
: A warm Invite to the nation’s Biggest Blood Donation Drive on Friday, 26th September, 2014 : Dear Friend, As you are aware today is the D-day of Samruddha Jeevan Foundation’s biggest blood donation drive. ‘Samruddha Jeevan Foundation’ under the leadership of CMD Dr. Mahesh Kishan Motewar organizes nationwide mega blood donation drive every year to meet the existing scarcity of blood in the larger interest and cause of the society.
‘लाइव इंडिया’ चैनल के कर्मियों को ‘लाइव इंडिया’ मैग्जीन खरीदना अनिवार्य, पढ़ें एचआर का तुगलकी फरमान
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From : Human Resource
To: LIVEINDIA Delhi; LIVEINDIA Mumbai