Ved Prakash-
करीब 4 साल पहले मेरी IIMC की जूनियर मीना कोटवाल ने सोशल मीडिया पर कहा कि वो दलित है, इसलिए उसे BBC से निकाला जा रहा है। इस संदर्भ में मीना और उसके पति राजा पांडेय ने व्यक्तिगत तौर पर मुझसे संपर्क साधा और कहा कि उसके साथ अन्याय हो रहा है और मैं इसके ख़िलाफ़ आवाज़ उठाऊं।
दलित एक्टिविस्ट और जर्नलिस्ट होने के नाते मीना को न्याय दिलाने के मकसद से मैंने इस संबंध में खबर बनाई और BBC के इंडियन लैंग्वेज हेड रुपा झा को इस बात का ज़िम्मेदार बताते हुए उनपर एक पोस्ट किया जिसकी भाषा उचित नहीं थी और मेरे पोस्ट पर कई लोगों ने आपत्तिजनक कमेंट्स कर दिये।
इस पूरे मामले में रुपा झा ने दिल्ली के बारहखंभा थाने में मुकदमा दर्ज किया। जांच के दौरान दिल्ली पुलिस ने मुझसे कहा कि मीना कोटवाल को बुलाइये, दलित होने के नाते उसे हटाया गया तो वो इसका साक्ष्य प्रस्तुत करे।
मैंने मीना और उसके पति राजा पांडेय से बात की और साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा पर वे इनकार कर दिये। बाद में पता चला कि मीना का जॉब कॉन्ट्रैक्ट एक साल का ही था। उसका कॉन्ट्रैक्ट खत्म हो गया था इसलिए उसे हटाया गया था। नई दिल्ली की अदालत में मुझे जमानत के लिए गारंटर की ज़रूरत पड़ी, उस वक़्त भी मैंने मीना और उसके पति राजा पांडेय से संपर्क साधा पर वे इस बार भी इनकार कर दिये।
हमारे मित्र प्रेम चौधरी जी गारंटर बने, उनको शुक्रिया। खैर 4 साल से मामला कोर्ट में चल रहा था। आज रूपा जी और हमारी आपसी सहमति से केस को खत्म कर दिया गया है। चूंकि मीना और उसके पति राजा पांडेय द्वारा गलत सूचना दी गयी, जिसके आधार पर मैं पोस्ट किया, एवं मेरे पोस्ट और उसपर आने वाली आपत्तिजनक प्रतिक्रिया से रूपा जी की भावनाएं आहत हुई। इसके लिए मैं क्षमा/खेद और दुख प्रकट करता हूँ।
इस पूरे मामले में निःशुल्क हमारा पक्ष रखने के लिए दलित समाज के एक्टिविस्ट और एडवोकेड सुजीत सम्राट जी का आभार। जय भीम..
पढ़िए मीना का पक्ष-
सुनील टम्टा
May 11, 2023 at 7:41 am
तुम जैसे अनपढ़ पत्रकारों ने बेड़ा गर्क किया हुआ है यार सब जगह। कांड करो फिर माफ़ी माफ़ी चिल्लाओ। इस देश के नेता और पत्रकार अधिकांश गधे ही हैं।