Ajit Singh : मैं हमेशा से ये लिखता कहता आया हूँ कि ये जो किसान के नाम पे फ़र्ज़ी आत्महत्या दिखाई जा रही है और ये जो फ़र्ज़ी किसान दिखाए जा रहे हैं ये फर्जीवाड़ा बंद होना चाहिए। आज तक जितनी भी किसान आत्म ह्त्या हुई हैं उनकी वृहद् जांच होनी चाहिए। उससे पता चलेगा कि कितनी ही natural deaths को किसान द्वारा आत्म ह्त्या बता दिया जाता है। न जाने कितने लोग depression के मरीज हो के और बाकी अन्य निजी कारणों से आत्मह्त्या करते हैं। उन्हें किसान द्वारा आत्महत्या नहीं माना जा सकता। मैं हमेशा कहता हूँ की प्रत्येक किसान आत्महत्या को कायदे से study कर एक श्वेत पत्र लाया जाए जिस से समस्या की जड़ तक पहुंचा जा सके।
आज AAP की रैली में गजेन्द्र नामक जिस सिरफिरे ने आपिया नौटंकी और publicity stunt करते करते जान दे दी वो AAP के लिए भारी मुसीबत बन गयी है। किसानों की समस्याओं को समझे बूझे बिना सिर्फ राजनातिक stunt करने के लिए जो रैली की जाती है उसकी परिणीति ऐसे होगी किसी ने कल्पना न की होगी। राजनैतिक रैलियों में इस प्रकार के पब्लिसिटी के भूखे लोग रैली स्थल पे नाटक करते रहते हैं। ऐसा ही कोई नौटंकीबाज सिरफिरा लटक गया।
कम से कम अब इसकी वृहद् जांच ज़रूर हो जायेगी की वो कौन था? कितनी किसानी करता था? कितनी फसल बर्बाद हुई उसकी जो उसने ऐसा Live show करते हुए ख़ुदकुशी कर ली? उसका अगला पिछ्ला रिकॉर्ड भी खंगाल लो कि किसान भाई क्या करते थे और आपिया नौटंकी मण्डली में कब से शामिल थे। इस घटना ने ये पोल भी खोल दी है कि भारतीय राजनीति राष्ट्रीय समस्याओं को ले के कितनी संवेदनशील है और उनका हल खोजने के लिए कितने गंभीर प्रयास कर रही है। एक बेवक़ूफ़ नौटंकी बाज मूर्ख ने आपिया नौटंकी के चक्कर में जान दे दी।
अजित सिंह यूपी के गाजीपुर जिले के निवासी हैं और घनघोर मोदी भक्त हैं. ‘उदयन’ नाम एनजीओ का संचालन करते हैं.
nitish
April 24, 2015 at 10:22 pm
m with ajit singh he is right…m not modi bhakt but i know AAP very well..
1st time they used ANNA…But ANNA was lucky man ..he left the ansan before death…Gajendra was not that much lucky..