टी वी चैनलों पर लाये गये फ़र्ज़ी प्रचार, एकदम झूठे लगने वाले सर्वेक्षणों और चीख़ते एंकरों से जो समवेत शोर पैदा हो रहा है, उससे लगता है कि लोग मंहगाई दो गुना हो जाने से ख़ुश हैं।
लोग रेल भाड़ा बढ़ाये जाने, तत्काल टिकट पर लगभग लूट लिये जाने और रेल-प्लेटफ़ार्म के गंधाने से ख़ुश हैं। लोग क्रूड के पिछले साल के आधे दाम पर होने के बावजूद पेट्रोल-डीज़ल के दाम बढ़ाये जाने से तो बहुत बहुत ख़ुश हैं। कश्मीर में पाकिस्तानी झंडा लहराने और लश्करे तैयबा का बैनर लेकर घूमने की वारदातें बढ़ने से तो और ज़्यादा ख़ुश हैं।
परिधान मंत्री के दसलखी सूट और ग्रामीण विकास मंत्री वीरेंद्र सिंह की नौ लाख की घड़ी की नुमाइश पर तो लोगों का सीना चौड़ा हो गया । ओबामा तक के पास है ऐसा सूट?लोकपाल, सीवीसी, सीआईसी के न होने से तो लोग पूरे साल ख़ुश रहे।
जब से मंगोलिया से ….. ले आये तो इधर वाले “भक्त” तो इतने ख़ुश हैं कि पूछो मत । बिछड़ा भाई ! और सब से ज़्यादा तो इस बात से खुश हैं कि ” केजरीवाल ” के पर क़तर डाले।” कह दो ना खुश हो ना
शीतल पी सिंह के एफबी वॉल से