Yogendra Singh-
जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी द्वारा पत्रकारों को बोर्ड की मीटिंग से निकाला गया बाहर।
बदायूँ जिला पंचायत बोर्ड की चल रही मीटिंग से जिला पंचायत के अपर मुख्य अधिकारी द्वारा जनपद के पत्रकारों को सामूहिक रूप से बाहर निकाल दिया गया।
इसके खिलाफ बदायूँ के पत्रकारों का जमीर जगा नहीं। स्वभिमान के लिए विरोध का एक शब्द तक नहीं कहा।
हां, बदायूँ की एक महिला नेता पूनम भारत यादव जो कि वर्तमान में निर्दलीय जिला पंचायत सदस्य हैं और पूर्व में बदायूँ की जिला पंचायत अध्यक्ष भी रही हैं, को जब बदायूँ के पत्रकारों के साथ एक अधिकारी द्वारा किए गए अपमानजनक दुर्व्यवहार की जानकारी हुई तो उन्होंने फौरन इस घटना की निंदा करने का इरादा कर लिया।
पूनम भारत यादव ने एक लेटर लिखकर पत्रकारों के स्वभिमान के लिए लड़ने को तैयार होने की बात भी कही है।
बड़ा सवाल ये है कि अपमान सहने के आदी बदायूँ के पत्रकारों की तरफ से इस घटना के खिलाफ ना कोई आवाज उठ रही ना कोई विरोध किया जा रहा है। बदायूं के किसी भी चैनल या अखबार के पत्रकार ने इस शर्मनाक घटना की खबर तक नहीं बनाई है। इस तरह की घटनाओं का विरोध न करने से पत्रकारों से दुर्व्यवहार के मामले बढ़ते जाएंगे।
उपरोक्त खबर पर बदायूं से अमित ने ये पत्र भेजा है-
अधूरे तथ्यों पर खबर प्रकाशित किये जाने के संबंध में
विनम्र निवेदन है कि आपके द्वारा 14 जुलाई को प्रकाशित खबर “अफसर ने मीडिया कर्मियों को मीटिंग से बाहर निकाला” अधूरे तथ्यों पर आधारित है। आप मीडिया जगत की आवाज़ उठाने वाले शसक्त माध्यम हैं। जिस भी बंधु ने आपको यह खबर भेजी है उसने आपको पूरे साक्ष्य नही भेजे हैं। जिसकी वजह से ऐसा हुआ है। आपको घटना वाले समय का वीडियो भेज रहा हूँ। कृपया इसको सुनकर संज्ञान लेते हुए खबर में आवश्यक सुधार करने की कृपा करें। आपके द्वारा यह कहा गया है कि किसी भी पत्रकार ने विरोध नहीं किया परंतु वीडियो में स्पष्ट है कि पत्रकार बंधुओ ने एक साथ ध्वनिमत से विरोध किया। तभी जिला पंचायत सदस्य पूनम यादव सभी से बैठने की अपील करती नजर आ रही हैं। कृपया सही तथ्यों के साथ खबर प्रकाशित करने की कृपा करें ताकि जो छवि पत्रकारों की लोगों के बीच पेश की गई है वह न बने।
अमित अग्रवाल
बदायूँ