Mohammad Anas : स्क्रॉल ने की शर्मनाक हरकत। अंग्रेजी वेबसाइट स्क्रॉल ने इस्लामोफोबिक होते हुए बालेंदु स्वामी के नास्तिक मिलन प्रोग्राम पर हुए हमले में मुसलमानों के शामिल होने की फर्जी ख़बर बनाई। कार्यक्रम में शामिल होने आए नास्तिक मित्रों से प्राप्त जानकारी के आधार पर तथा दो प्रमुख एवं प्रतिष्ठित समाचारपत्रों के संवाददाता मित्रों के अनुसार वहां सिर्फ बजरंग दल/ विश्व हिंदू परिषद तथा लोकल हिंदू धार्मिक संत एवं जनता ने विरोध प्रदर्शन तथा मारपीट की।
यह है ऑनलाइन बैलेंसवाद। बदनामी हमारी हो रही है तो हम तुम्हें भी बदनाम करेंगे। इस तरह की हेडलाइन देखते ही शेयर होती है। यह एक वर्ग विशेष जो कि अपने ऊपर हो रहे गौ आतंक तथा सरकार प्रायोजित भेदभाव का दंश झेल रहा है उसे ताकतवर बना कर पेश करने की शर्मनाक हरकत है। मुसलमान इस देश में अपनी पहचान बचाने की लड़ाई लड़ रहा है, उसे किसी नास्तिक की पहचान मिटाने की क्या पड़ी है। वह खुद डरा सहमा सा रहता है, भला उसे ‘ऐंवई ही मस्ती विद नास्तिक फ्रेंड’ के मिलाप से क्या मतलब। स्क्रॉल, आपने बहुत गलत किया। शर्म आनी चाहिए आपको।
युवा पत्रकार और सोशल मीडिया एक्टिविस्ट मोहम्मद अनस की एफबी वॉल से.