निर्मल कांत शुक्ला-
जरा गौर से देखिए जनाब। यह है उत्तर प्रदेश की योगी सरकार के परिवहन विभाग के विशेष सचिव डॉ. अखिलेश कुमार मिश्र। 25 अगस्त को सोशल मीडिया के अपने फेसबुक अकाउंट पर इन्होंने खुद यह फोटो अपलोड किए हैं, फोटो में तरकारी का फड़ लगाए बैठे आईएएस अधिकारी लोगों को भाजी बेच रहे हैं। इसके पीछे इनका मकसद क्या है, ये लोगों की समझ से परे है।
सोशल मीडिया पर अपनी पोस्ट में उन्होंने लिखा है कि ‘टमाटर 20 रुपिया किलो, छाँट के’ जनाब को चर्चा में बने रहने का पुराना शौक है। अब यह जनाब उत्तर प्रदेश में योगीराज में आईएएस अफसरों की स्थिति को बयां कर रहे हैं या महंगाई के मुद्दे पर सरकार को प्रमोट कर रहे हैं, यह तो ये ही जानें। अक्सर बड़े कवि सम्मेलनों के भी मंच पर नजर आते हैं।
जनाब प्रमोटी आईएएस हैं।
योगीराज में पहली बार वर्ष 2018 में पीलीभीत के जिलाधिकारी का चार्ज मिला था, तब भी अपने कारनामों से सुर्खियां बटोरते रहे और पीलीभीत महोत्सव में कराए गए फैशन शो में खुद ही अजीबो-गरीब फैशन करके मंच पर उतर आए थे। मात्र 11 माह के अंदर ही विधायकों की शिकायत पर जिलाधिकारी की कुर्सी गवां बैठे।
पीलीभीत डीएम के बंगले के बिल्कुल पड़ोस में करोड़ों रुपए की शत्रु संपत्ति पर भूमाफियाओं को कब्जा कराने के मामले में जनाब के विरुद्ध नियुक्ति एवं कार्मिक विभाग उत्तर प्रदेश ने जांच बैठा रखी है।
इस तस्वीर पर अखिलेश का अब स्पष्टीकरण भी आ गया है।
आईएएस ने फेसबुक से हटाई तरकारी बेचने वाली पोस्ट, डाला स्पष्टीकरण
सोशल मीडिया पर खबर वायरल होते ही उत्तर प्रदेश सरकार के आईएएस अधिकारी डॉ. अखिलेश कुमार मिश्रा ने तरकारी बेचते हुए अपनी फोटो वाली पोस्ट फेसबुक अकाउंट से डिलीट कर दी। डॉ. मिश्रा उत्तर प्रदेश शासन में परिवहन विभाग के विशेष सचिव के पद पर तैनात हैं। साथ ही उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर वायरल पोस्ट को लेकर स्पष्टीकरण भी डाला है। आइए देखिए उनका तरकारी बेचने वाली वायरल पोस्ट को डिलीट करने के बाद डाला गया स्पष्टीकरण-