प्रांशु मिश्रा-
प्रिय मित्र Sanjeev Singh और Nalin Mehta कल लखनऊ में थे। तमाम बड़े और प्रतिष्ठित मीडिया संस्थानों के साथ एक लंबी और शानदार पारी के बाद, फिलहाल दोनों ही लोग भविष्य के पत्रकारों-मीडिया प्रोफेशनल्स को तराशने में जुटे हैं।
लेकिन उत्तर प्रदेश की चुनावी हलचल और सियासी गर्मी इन दोनों प्रोफेसर्स को देहरादून से यहां खींच लाई है…कई जगहों का दौरा कर चुके हैं और अभी कई और जगह जाना बाकी है।
मुलाकात हुई तो भाई नलिन की बेहद चर्चित हो रही नई किताब ‘The New BJP’ की एक प्रति पढ़ने का मौका भी मिल गया। कई दिनो से सोच रहा था कि किताब खरीदनी है..पढ़नी है लेकिन समय ही नहीं मिल रहा था।
आज की भारतीय जनता पार्टी को समझने की, उसके इस कदर मजबूत होने के पीछे के नए कारणों की पड़ताल की जो कोशिश इस किताब में है वह…रूटीन विश्लेषण से अलग है। हिंदुत्व के परंपरागत नैरेटिव से आगे मोदी युग में भाजपा की नई सोशल इंजीनियरिंग को समझने में यह किताब मील के पत्थर सरीखी है।
राजनीति के चश्में से इतर यह किताब विस्तृत डेटा एनालिसिस और शोध पर आधारित है। अपनी किताब में कुछ संदर्भों में नलिन भाई ने मुझे भी quote किया है…बीते तमाम मौकों पर हुई बातचीत और मेरे नजरिये को तवज्जो देने के लिए नलिन भाई का आभार…
