गाजियाबाद (उ.प्र.) : बड़े अखबार घराने भी अब किस तरह माफिया तत्वों की तरह अपराध जगत में घुस चुके हैं, इसका एक ताजा वाकया संज्ञान में आया है। टाइम्स ऑफ इंडिया ने राजेंद्रनगर (साहिबाबाद) सेक्टर-2 में एस के ठाकुर पुत्र जे एन ठाकुर के आरएच-47 एचआईजी डुपलेक्स फ्लैट पर कब्जा कर लिया है। ठाकुर ने अपना फ्लैट खाली कराने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से गुहार लगाई है।
सबसे उपर भड़ास को लिखा गया पत्र. नीचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखे गए प्रार्थनापत्र की छाया-प्रति
पीएम को लिखे प्रार्थना पत्र में ठाकुर ने बताया है कि उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सरकारी नीलामी के तहत वर्ष 1992 में साहिबाबाद के इंडस्ट्रियल स्टेट स्थित 13/2 साइट-4 की एक बंद (sick) यूनिट को खरीदा था। उन्होंने 17 जुलाई 1992 को उसकी अपने नाम रजिस्ट्री करा ली थी। वह संपत्ति आज भी उनके नाम से रजिस्टर्ड है। पूरी सरकारी-प्रशासनिक कार्यवाही पूरी करते हुए उन्हें उस संपत्ति पर कब्जा भी दे दिया गया। कुछ समय बाद पड़ोस की यूनिट के कब्जाधारी टाइम्स ऑफ इंडिया प्रबंधन के मालिक विनीत जैन, समीर जैन और इंदु जैन ने गैरकानूनी तरीके से जबरन ठाकुर की संपत्ति पर कब्जा कर लिया।
ठाकुर ने पीएम को लिखी चिट्ठी में आगे बताया है कि कब्जा करने के बाद टाइम्स ऑफ इंडिया प्रबंधन उसे बेचने के लिए उन पर दबाव डालने लगा। बेचने से इनकार कर देने पर वह अपराधी तत्वों से उनका उत्पीड़न कराने लगा। कुछ दिन बाद उनका अपहरण करा लिया और सारे कागजात जबरन उनसे ले लिए गए। टाइम्स आफ इंडिया के गुंडे ठाकुर से उनके विजया बैंक, विज्ञान विहार के चेक भी छीन ले गए। उसके बाद गुंडे उनकी हत्या करने की कोशिश करने लगे। संयोग से किसी तरह उनकी और उनके परिवार वालो की जान बच गई। गुंडे उन्हें चेतावनी दे गए कि आइंदा उस मौके पर कभी दिखे तो तुम्हारे समेत तेरे परिवार का सफाया कर दिया जाएगा।
ठाकुर के मुताबिक वह पिछले 22 वर्षों से अपने हक के लिए लड़ रहे हैं। जब उन्होंने अब फिर से अपनी आवाज सार्वजनिक की है तो उन्हें वे गुंडे फिर जान लेने की धमकियां देने लगे हैं। जब वह स्थानीय पुलिस के पास सुरक्षा की गुहार लगा जाने जाते हैं तो उल्टे उन्हें ही फटकार कर भगा दिया जाता है। ठाकुर ने बताया है कि पूरे घटनाक्रम से उन्होंने सीबीआई को भी अवगत करा रखा है, जो डायरी नंबर-3580-सी, दिनांक 05.11.14, सीबीआई हेडक्वार्टर में दर्ज है।
ठाकुर ने पीएम से गुहार लगाई है कि कब्जाधारी टाइम्स ऑफ इंडिया प्रबंधन के मालिक विनीत जैन, समीर जैन और इंदु जैन के गुंडों से उनकी रक्षा करते हुए उनकी संपत्ति को कब्जा-मुक्त कराया जाए। ठाकुर ने लिखा है कि टाइम्स ऑफ इंडिया ग्रुप (बीनेट एंड कोलमेन कंपनी लिमिटेड) की माफियागिरी के वे शिकार हैं। उन्हें लगातार धमकियां मिल रही हैं कि समझौता कर लो और जमीन पर अपना हक छोड़ दो। उन्हें तीन पर अगवा कराया जा चुका है। संपत्ति के सारे जरूरी कागजात उनके पास हैं। उन्हें डर है कि टाइम्स ऑफ इंडिया प्रबंधन जाली कागजातों के माध्य से उनकी संपत्ति पर मालिकाना हक न प्राप्त कर ले।
Akash kumar
July 24, 2020 at 6:23 pm
Namaste bhaiya…
Bahut he dukhad …..
P m o aur CBI ko to es matter Mey turant
Swatah sagayan Lena chahiye.nahi to ye Vikas dubey Jaise chutiye inka jeena difecult ho Jayega…
Joshi je ke matter ke Tarah isko handle Karna Hoga..tabhi kush result aa Sakta hay….
Aage aap margdarsan kare…
Inssaf ke awaz me ek Nara …
Jai bhadas…jai insaf